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November 14, 2024

चारधाम यात्रा में एसडीआरएफ की भूमिका को लेकर बनाई गई रणनीति, डीजीपी ने दिए ये निर्देश

चारधाम यात्रा को लेकर आज उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने यात्रा में एसडीआरएफ की भूमिका और भावी रणनीति को लेकर अधिनस्थ अधिकारियों के साथ बैठक की।

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने के लिए कुछ ही दिन शेष हैं। मई माह में यात्रा आरंभ हो जाएगी। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट तीन मई को खुलेंगे। इसी दिन से चारधाम यात्रा का श्रीगणेश हो जाएगा। केदारनाथ धाम के कपाट छह मई को सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर खोले जाएंगे। वहीं, बदरीनाथ धाम के कपाट आठ मई को खोले जाएंगे। ऐसे में पुलिस ने तैयारी के लिए कसरत आरंभ कर दी है। आज उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने यात्रा में एसडीआरएफ की भूमिका और भावी रणनीति को लेकर अधिनस्थ अधिकारियों के साथ बैठक की।
पुलिस मुख्यालय में आयोजित बैठक में डीजीपी ने एसडीआरएफ की जनशक्ति, तैनाती एवं उनके पास उपलब्ध रेस्क्यू उपकरणों की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा रूटों पर पड़ने वाले पुलिस थानों में 04 एवं चौकियों में 02 एसडीआरएफ से प्रशिक्षण प्राप्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाए। उन्होंने कहा कि आपदा मित्रों को राहत एवं बचाव कार्याों का प्रशिक्षण दिया जाए। साथ ही इन सभी आपदा मित्रों का जनपदवार व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए। इसमें एसडीआरएफ के पोस्ट कमाण्डर और कम्पनी कमाण्डर भी जुड़े हों। ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में सूचना तेजी से मिले और रिस्पांस टाइम अच्छा हो।
उन्होंने कहा कि मानसून से पहले आपदा की दृष्टि से महत्पवूर्ण स्थानों को चिन्हित कर एसडीआरएफ के व्यवस्थापन का प्लान तैयार कर लें। हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम की क्षमता को बढ़ाते हुए इसमें प्रशिक्षण प्राप्त 50 कर्मियों को ट्रेकिंग के बेस प्वाइंट्स पर तैनात किया जाए। सभी कर्मी वे हो, जो 20 हजार फीट की पर्वत श्रंखला चढ़ चुके हैं।
उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा एवं मानसून के दृष्टिगत एसडीआरएफ द्वारा पुलिसकर्मियों को दिए जाने वाले आपदा एवं बाढ़ राहत प्रशिक्षण को माह मई, जून, जुलाई व अगस्त में संचालित न किया जाए। यह प्रशिक्षण सितम्बर माह से प्रारम्भ किये जाए। पीएसी एवं पुलिसकर्मियों की क्षमता में वृद्धि हो इसके लिए उन्हें यह प्रशिक्षण अधिक से अधिक कराया जाए। बाढ़ राहत की प्रत्येक टीम को अत्याधुनिक बाढ़ राहत उपकरणों से लैस किया जाए। मोरी, घनसाली, गैरसैंण और चम्पावत में एसडीआरएफ की स्थायी पोस्ट खोली जाएगी। मानसून में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए धारचूला में एसडीआरएफ की पोस्ट खोली जाएगी।
इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरूगेशन, पुलिस महानिरीक्षक, एसडीआरएफ पुष्पक ज्योति, पुलिस उप महनिरीक्षक, एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल, सहित एसडीआरएफ के अधिकारी उपस्थित रहे।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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