किसान आंदोलन ने दिया उत्तराखंड भाजपा को झटका, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष का इस्तीफा
कृषि कानूनों के खिलाफ उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले में चल रहे किसान आंदोलन के चलते उत्तराखंड भाजपा का झटका मिला है। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही उन्होंने अपना त्यागपत्र भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौहान को भेज दिया है।
उत्तराखंड में उधमसिंह नगर जिले में किसान आंदोलन काफी गति पकड़ गया है। लोहड़ी के दिन बाजपुर, जसपुर, रुद्रपुर सहित उधमसिंह नगर के जिले के कई कस्बों और शहरों में लोहड़ी में कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई गई। वहीं, यहां से किसानों के जत्थे समय समय पर दिल्ली बार्डर में चल रहे आंदोलन में भाग लेने के लिए जा रहे हैं।
प्रेस को जारी बयान में काशीपुर निवासी अरुण कुमार शर्मा ने कहा कि भारत सरकार की ओर से बनाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में और उनको रद्द करवाने के लिए लगभग डेढ़ महीने से किसान दिल्ली में आंदोलन कर रहे हैं। इस कड़ाके की ठंड में खुली सड़क पर रहकर अत्यंत कठिनाइयों से जूझ रहे हैं। उनका स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण वह किसानों के बीच जाकर अपेक्षित सहयोग नहीं कर पाए। क्षेत्र के किसानों ने उन्हें हमेशा ही अपार प्रेम व सम्मान दिया है। इसके लिए वह उनके सदैव ही ऋणी रहेंगे।
उन्होंने कहा कि किसान ही मेरा परिवार है। यदि किसान ही असंतुष्ट हैं तो मैं कैसे संतुष्ट रह सकता हूं। मैं उनका रोष और पीड़ा भली-भांति समझता हूं। अब तक सरकार एवं किसान संगठनों के बीच कई वार्ताएं होने पर भी कोई सकारात्मक समाधान नहीं निकला। किसानों के हित को दृष्टि में रखते हुए उन्होंने भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौहान को अपना त्यागपत्र और कार्य मुक्ति के लिए पत्र भेज दिया है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।