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April 17, 2025

राज्य स्थापना दिवसः शहीदों को किया नमन, राजधानी देहरादून से लेकर गैरसैंण तक कार्यक्रम आयोजित

उत्तराखंड राज्य को आज 22 साल पूरे हो गए हैं। राज्य की स्थापना दिवस को प्रदेशभर में धूमधाम से मनाया गया। शहीदों को नमन करते हुए उनके सपनों का उत्तराखंड बनाने का संकल्प किया गया। राजधानी देहरादून से लेकर गैरसैंण कर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। उत्तराखंड के मुख्यममंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कई कार्यक्रमों में स्वयं शिरकत की। वहीं, बीजेपी ने भी सभी 252 मंडलों में कार्यक्रम आयोजित किए। इस दौरान विचार गोष्ठियों का आयोजन किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सीएम धामी ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर देहरादून में शहीद स्थल कचहरी में उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारियों के संघर्ष के परिणामस्वरूप ही हमें नया राज्य मिला। शहीद राज्य आन्दोलनकारियों के सपने के अनुरूप राज्य के विकास के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। 2025 तक उत्तराखंड को हर क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करना है, जिससे कि राज्य आन्दोलन के शहीदों के सपनों के अनुरूप प्रदेश का समग्र विकास किया जा सके। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

पुलिस लाइन में रैतिक परेड का आयोजन, राज्यपाल और सीएम ने किया प्रतिभाग
उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर बुधवार को देहरादून में रेसकोर्स स्थित पुलिस लाईन में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट (से. नि) जनरल गुरमीत सिंह एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने रैतिक परेड का निरीक्षण कर सलामी ली। राज्यपाल ने विशिष्ट सेवाओं के लिए ‘राष्ट्रपति पुलिस पदक’ प्राप्त पुलिस अधिकारियों को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा उत्तराखंड पुलिस पत्रिका 2022 का विमोचन किया गया। नैनीताल जनपद की चोरगलिया थाने को सर्वश्रेष्ठ पुलिस थाने के रूप में सम्मानित किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उत्तराखंड गौरव सम्मान किया प्रदान
राज्य स्थापना दिवस के मुख्य कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से. नि) गुरमीत सिंह एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड गौरव सम्मान पुरस्कार-2022 एवं उत्तराखंड गौरव सम्मान पुरस्कार-2021 के महानुभावों को सम्मानित भी किया। उत्तराखंड गौरव सम्मान से सम्मानित महानुभावों को सम्मान पत्र, ट्राफी एवं एक लाख रूपये की धनराशि का चेक प्रदान किया गया। उत्तराखंड गौरव सम्मान 2022 से भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, कवि लेखक, गीतकार एवं सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी, भूतपूर्व चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ स्व. जनरल बिपिन रावत, कवि लेखक एवं गीताकार स्वं गिरीश चन्द्र तिवारी ‘गिर्दा’, साहित्यकार एवं पत्रकार स्व. वीरेन डंगवाल को सम्मानित किया गया। 2021 के उत्तराखंड गौरव सम्मान से उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. नारायण दत्त तिवारी, पर्यावरणविद् डॉ. अनिल प्रकाश जोशी, साहित्यकार रस्किन बॉण्ड, साहसिक खेल के क्षेत्र में श्रीमती बछेन्द्री पाल तथा संस्कृति एवं लोक कला के क्षेत्र में नरेन्द्र सिंह नेगी को सम्मानित किया गया। प्रसून जोशी एवं नरेन्द्र सिंह नेगी कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किये गए। उत्तराखंड गौरव सम्मान के अन्य महानुभावों के परिवारजनों द्वारा सम्मान लिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उत्तराखंड को रोल माडल बनाने की जरूरतः राज्यपाल
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से नि) गुरमीत सिंह ने उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उत्तराखंड राज्य आन्दोलन से जुड़े सभी ज्ञात-अज्ञात, अमर शहीदों और आंदोलनकारियों को नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों से कहा कि आज के अवसर पर हमें दो संकल्प लेने की जरूरत है। पहला ट्रैफिक नियमों का पालन करना और दूसरा उत्तराखंड के प्रत्येक हिस्से को स्वच्छता अभियान का रोल मॉडल बनाना। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक नियमों का पालन कर हम सड़क दुर्घटनाओं में काफी हद तक कमी ला सकते हैं। वाहनों की फिटनेस समय पर कराकर वाहनों में ओवरलोडिंग का त्याग कर सड़क पर गाड़ी चलाते हुए सभी नियमों का पालन कर सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

राज्यपाल ने कहा कि हमारे यहाँ देश-विदेश से पर्यटक आते हैं हमारी सड़कें पर्यटक स्थल नदी-घाट ट्रेक साफ-सुथरे रहने चाहिए तभी हम स्वच्छता अभियान का रोल मॉडल बन सकते हैं। राज्यपाल ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर हमें अपने लिये तीन लक्ष्य निर्धारित करने हैं- इमीडियेट गोल, इंटरमीडियेट गोल और सेन्चुरी गोल। इमीडियेट गोल, यानी तत्काल हासिल किया जाने वाला लक्ष्य जो कि 2025 तक का उत्तराखंड कैसा होगा, जब हम अपनी स्थापना के 25 वर्ष मना रहे होंगे यह तय करना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

राज्यपाल ने कहा कि इंटरमीडियेट गोल, 2030 तक यानी तीसरे दशक की समाप्ति पर उत्तराखंड कैसा होगा। यह वही दशक है जिसे हमें अपना बनाना है। जिसके बारे में प्रधानमंत्री जी ने भी कहा है। तीसरा, सेंचुरी गोल, यानी 2047 तक जब भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष मना रहा होगा। आजादी के अमृत काल का अंतिम सोपान। तब उत्तराखंड किस स्वरूप में होगा यह लक्ष्य हमें इस अवसर पर तय करना है।

राज्यपाल ने कहा कि वर्षों से स्कूली शिक्षा के लिए उत्तराखंड देश-विदेश में विख्यात रहा है। राज्य के विश्वविद्यालयों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल एवं कॉलेजों में पढ़ाई ऐसी होनी चाहिए कि विद्यार्थियों को रोजगार मिले, समाज को उनकी चुनौतियों का समाधान मिले, लैब टू लैण्ड के सिद्धांत पर पढ़ाई का लाभ गांव, गरीब और पिछड़े लोगों को अवश्य मिले। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि राज्य के विकास के लिए शासन, प्रशासन का स्वच्छ एवं पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त होना जरूरी है। इस दिशा में राज्य सरकार द्वारा ठोस कदम उठाये गये हैं। भ्रष्टाचार मुक्त एप 1064, सी0एम हेल्पलाईन 1905, इस दिशा में बड़े कदम हैं। अपणि सरकार पोर्टल, ई-ऑफिस, ई-कैबिनेट जैसे कदम सुशासन की दिशा में उठाये गये हैं। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड में अच्छी कानून व्यवस्था बनाये रखना बहुत आवश्यक है। प्रदेश में शांतिपूर्ण माहौल और अच्छी कानून व्यवस्था द्वारा ही यहाँ पर्यटन और निवेश को प्रोत्साहन दिया जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पुलिस द्वारा चारधाम यात्रा, कांवड़ यात्रा के दौरान और आपदा के दौरान सराहनीय कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा बदलते समय में यातायात साईबर क्राईम, महिला अपराध, ड्रग्स जैसे अपराधों को रोकने के लिए भी उत्तराखंड पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका है। राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में पर्यटकों की संख्या भारी ईजाफा हो रहा है इसके लिए हमें गांव में होमस्टे को बढ़ावा देना होगा। राज्य में होमस्टे का निर्माण एक अभियान के तहत हो रहा है इसे और मजबूती दिये जाने की जरूरत है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

राज्यपाल ने कहा कि मुझे खुशी है कि राज्य सरकार ने उत्तराखंड आर्गेनिक ब्राण्ड बनाने का निर्णय किया है। उत्तराखंड आर्गेनिक खेती, जड़ी-बूटियों, बेमौसमी सब्जियों-फलों के लिए बहुत बड़ा सप्लायर स्टेट बन सकता है। इन क्षेत्रों में हमें अलग-अलग बहुत सी सफलता की कहानियां भी दिखाई पड़ती हैं। उन्होंने कहा कि मशरूम, राजमा, पनीर, सेब, मटर का उत्पादन एवं निर्यात करने में बहुत से लोगों ने अच्छी कामयाबी पाई है। पिथौरागढ़ में बेड़ू के उत्पादों ने राष्ट्रीय अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा कोई कारण नहीं दिखता कि हम भारत के सभी राज्यों में सर्वश्रेष्ठ राज्य नहीं बन सकते। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। मुझे पूरा यकीन है कि उत्तराखंड का बच्चा-बच्चा प्रधानमंत्री जी की इस बात को सच साबित करने में जुट जायेगा। राज्य निर्माण से अब तक उत्तराखंड ने विकास के कई पैमानों पर अपनी खास जगह बनाई है। राज्यपाल ने कहा कि अगर कहा जाए कि 22 साल बेमिसाल तो गलत नहीं होगा लेकिन अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

सीएम ने की 12 घोषणाएं
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर पुलिस लाईन देहरादून में 12 घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने तय किया है कि राज्य के सकल घरेलू उत्पाद को वर्ष 2027 तक दोगुना किया जाएगा। राज्य के संशाधनों के समुचित उपयोग और आय के स्रोतों का चिह्नीकरण करते हुए सकल घरेलू उत्पाद को बढ़ाने के लिए सुझाव देने के लिए शीघ्र ही एक सलाहकार फ़र्म का भी चयन किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाने हेतु और निवेशकों को आकर्षित करने हेतु तीन माह के भीतर सरलीकृत लघु जल विद्युत नीति और सौर ऊर्जा नीति बनायी जाएगी। विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत विद्यालयों की अवस्थापना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण एवं विस्तार करने तथा शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने हेतु रूपांतरण कार्यक्रम के तहत प्रति वर्ष दो सौ विद्यालयों को रूपांतरित किया जाएगा तथा अगले पाँच वर्षों में एक हज़ार विद्यालयों को सुदृढ़ किया जाएगा। यह कार्य अन्य विद्यालयों में चलाए जा रहे अन्य कार्यक्रम से अतिरिक्त रूप में किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सीएम धामी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर एवं हिमांचल प्रदेश की तर्ज़ पर उत्तराखंड में भी कम मूल्य वाली फसलों के स्थान पर उच्च मूल्य वाली फसलों को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि। फसल उत्पादकों की आय को बढ़ाया जा सके। पर्यटन के क्षेत्र में निवेश को को आकर्षित करने के लिए नई पर्यटन नीति तीन माह के भीतर बनायी जाएगी। राज्य में पशु पालकों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जाएगा। इसके लिए राज्य पशु धन मिशन की शुरुआत की जाएगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि प्रदेश में आगामी पाँच वर्षों में दस हज़ार महिला तथा महिला समूहों को उद्यमी बनाने का लक्ष्य हमने तय किया है। इसके तहत कोई भी महिला तथा महिला समूह ग्रामीण क्षेत्र में उद्योग लगा सकेगा। प्रदेश की महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए गौरा शक्ति एप शीघ्र लांच किया जायेगा। इसके माध्यम से हमारी बहन-बेटियाँ अपना ऑनलाइन पंजीकरण कर सकेंगी और पुलिस सुरक्षा के घेरे में आ जाएंगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सीएम ने कहा कि राज्य के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की बेहतर विपणन व्यवस्था और सुविधा के लिए ऑनलाइन मार्केटिंग प्लेटफार्म शीघ्र उपलब्ध कराया जाएगा। जिसमें विभिन्न विभागों के ब्रैंड्स जैसे हिमाद्रि, हिलांश इत्यादि को बिक्री हेतु एक मंच मिल सकेगा। प्रदेश की क़ानून व्यवस्था को चुस्त करने के लिए इनामी बदमाशों को पकड़वाने वाले लोगों को पुरस्कृत किया जाएगा। इस हेतु पुलिस विभाग के अंतर्गत एक करोड़ रूपए का कोष गठित किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि राज्य में ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि उत्तराखंड के आंदोलन का इतिहास तथा लोक संस्कृति के विभिन्न आयामों को हमारी पाठ्य पुस्तकों में शामिल किया जा सके। प्रदेश की तहसील स्तर तक की समस्याओं के समाधान के लिए ‘मुख्यमंत्री चौपाल’ कार्यक्रम आरंभ किया जाएगा। यह योजना ‘हमारी सरकार, जनता के द्वार’ कार्यक्रम को धरातल पर उतारेगी। यह चौपाल विभिन्न विभागों के सचिवों, प्रमुख सचिवों व जिलाधिकारियों द्वारा राज्य के विभिन्न स्थानों पर आयोजित की जाएगी। इस योजना द्वारा लोगों की समस्याओं का शीघ्र निस्तारण करने में मदद मिलेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य निर्माण में अपना योगदान देने वाले सभी अमर शहीदों एवं राज्य आंदोलनकारियों एवं को नमन करते हुए कहा कि राज्य आन्दोलनकारियों के सपने के अनुरूप राज्य के विकास के लिए सरकार कृत संकल्पित है। उन्होंने विगत दिनों राज्य में आई आपदाओं में सभी मृत आत्माओं के प्रति अपनी संवेदनाएं भी व्यक्त की। देश के पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न परम स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी का भी मुख्यमंत्री ने स्मरण किया। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी के प्रधानमंत्रित्व काल में उत्तराखंड राज्य का सपना साकार हुआ था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2015 में प्रभावी प्रशासन के लिए प्रो-एक्टिव गवर्नेंस एंड टाइमली इम्प्लीमेंटेशन का जो मंत्र दिया था, हमारी सरकार उसी को अपना मूलमंत्र मानकर कार्य कर रही है। आज उत्तराखंड में हर जगह विकास के कार्य देखने को मिल रहे हैं। आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार द्वारा लगभग एक लाख करोड़ रूपए से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं की स्वीकृति इसका मुख्य कारण है। इनमें से बहुत सी परियोजनाओं पर काम हो गया है और अन्य पर काम तेजी से चल रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 21 अक्टूबर 2022 को देश के प्रथम गांव माणा में हमारे राज्य के उत्पादों की सराहना करते हुए देशवासियों से अपील की कि वे अपनी यात्रा में जितना व्यय करते हैं, उसका कम से कम 5 प्रतिशत स्थानीय उत्पादों को क्रय करने पर व्यय करें। इसका निश्चित रूप से लाभ हमारे प्रदेश को मिलेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे पिछले डेढ साल से मुख्य सेवक के दायित्व का निर्वहन पूरी क्षमता से करने की कोशिश कर रहे हैं। कोई ऐसा वर्ग नहीं है जिसके लिए राज्य सरकार ने योजना न बनाई हो या कार्य न किया हो। सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है, जनता के प्रति जवाबदेह है, भरोसेमंद है तथा अपने कार्य में दक्षता से कार्य कर रही है। राज्य सरकार का प्रयास है कि जहां संभव हो सरकारी नौकरियों द्वारा या युवाओं की स्किल में बढोत्तरी कर प्राइवेट सेक्टर में उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराकर या फिर स्वरोजगार सम्बंधी नीतियों को सरल बनाकर अधिक से अधिक युवाओं को भली प्रकार जीवन यापन के संसाधन मुहैया कराए जा सकें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के युवा हमारा भविष्य हैं और हम युवाओं साथ धोखा करने वालों के खिलाफ किसी भी सख्त कार्यवाही को करने से पीछे नहीं हटेंगे। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, विधायक विनोद चमोली सविता कपूर, मेयर सुनील उनियाल गामा, मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु, डीजीपी अशोक कुमार, शासन, पुलिस एवं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य महानुभाव उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण में किया लोकार्पण और शिलान्यास
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूड़ी भूषण ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण में विधानसभा परिसर भराड़ीसैंण में शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लगभग 11736 लाख रूपये की 28 योजनाओं का लोकार्पण एवं लगभग 4948 लाख की 22 योजनाओं का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने टैक्सी स्टैंड गैरसैंण से स्टेडियम होते हुए गढ़वाल मंडल विकास निगम तक इंटरलॉकिंग टाइल्स द्वारा मोटर मार्ग के निर्माण, पर्यटन विकास मेला मेहलचौरी के लिए दो लाख की धनराशि तथा कृषि उद्यान एवं पर्यटन विकास मेला गैरसैंण के लिए भी 2 लाख की धनराशि देने की घोषणा की। इस दौरान जिला सूचना कार्यालय चमोली द्वारा प्रकाशित जनपद की ‘विकास पुस्तिका’ का विमोचन भी किया गया। सीएम ने कहा कि वर्तमान में जारी भर्ती कैलेण्डर के अनुसार 7 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया गतिमान है। जल्द ही 19 हजार पदों पर भी भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उत्तराखंड ने हासिल किए सफलता के कई आयामः ऋतु खंडूड़ी भूषण
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा कि 22 साल के सफर में उत्तराखंड ने सफलता के कई मुकाम हासिल किए। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण से लेकर उत्तराखंड दृढ़ता पूर्वक विकास के रास्ते पर कदम आगे बढ़ा रहा है। यह उत्तराखंड वासियों के दृढ़ संकल्प का ही परिणाम है। जल्दी ही हमारा प्रदेश विकास के नए-नए सोपान तय करेगा। उन्होंने कहा कि हमें प्रदेश के लिए जीना है, काम करना है, इस भावना के साथ किये गये छोटे-छोटे प्रयास भी बड़े नतीजे ला सकते हैं। उन्होंने कहा कि निष्ठा और ईमानदारी के साथ रोज के कामकाज करते हुए भी प्रत्येक व्यक्ति राज्य की उन्नति में योगदान दे सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

विधानसभा अध्यक्ष ने इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित रही सभी महिला समूहों को अध्यक्ष विवेकाधीन कोष से प्रोत्साहन राशि के रूप में 5- 5 हजार रुपए देने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि राज्य में पलायन को रोकने के लिए प्रभावी योजनाओं का क्रियान्वयन होने से रोजगार के नए अवसर युवाओं को पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन एवं उद्योगों की अपार क्षमताएं हैं जो कि प्रदेश के विकास में मील के पत्थर साबित हो रही हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस अवसर पर कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, रूद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल, सीडीओ डा. ललित नारायण मिश्र, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक सैनी एवं अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, स्थानीय जनता, स्कूली बच्चे आदि मौजूद रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

प्रगति पथ से प्रकृति पथ साइकिल यात्रा का समापन
उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने ‘प्रगति पथ से प्रकृति पथ’ साइकिल यात्रा के समापन समारोह में किया प्रतिभाग। इस मौके पर उन्होंने पद्म भूषण डॉ. अनिल जोशी को इस ‘प्रगति पथ से प्रकृति पथ’ साइकिल यात्रा के सफल संचालन के लिए दी बधाई। मुख्यमंत्री ने पद्म भूषण डॉ. अनिल जोशी को किया उत्तराखंड गौरव से सम्मानित भी किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी ईकोलॉली, पर्यावरण, वन संपदा हमारी सबसे बड़ी सम्पति है। ऐसे में पर्यावरण संरक्षण के लिए हमारी जिम्मेदारी भी सबसे बड़ी है। हमें लोगों को विशेषकर युवाओं को पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, वृक्षारोपण के लिए जागरूक करना होगा। इसके साथ ही स्कूली बच्चों को वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित करने के प्रयास पर भी उन्होंने बल दिया। मुख्यमंत्री ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर सर्वे चौक स्थित आई.आर.डी.टी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में पद्म भूषण डॉ. अनिल जोशी को उत्तराखंड गौरव सम्मान से सम्मानित करते हुए कहा कि यह पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनके द्वारा किये जाने वाले प्रयासों का भी सम्मान है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे राज्य में गौरा देवी, सुन्दरलाल बहुगुणा, जैसे महान पर्यावरणविद् हुए है। जो हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। पद्म भूषण डॉ अनिल प्रकाश जोशी जी पर्यावरण के प्रहरी तो हैं ही साथ ही हमारे लिए विशेष गौरव की बात है कि वह समय समय पर हमारा मार्गदर्शन भी करते रहे हैं कि किस तरह हम प्रगति और प्रकृति के बीच सामंजस्य बैठाते हुए विकास की परिभाषा गढ़ें जो सिर्फ उत्तराखंड या हिमालयी राज्यों के लिए ही नहीं बल्कि विश्व के अन्य देशों के लिए भी एक मिसाल बन सके। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने कहा कि पद्म भूषण डॉ. अनिल जोशी के नेतृत्व में 7 राज्यों से गुजरी 40 दिवसीय प्रगति से प्रकृति पथ यात्रा पूरे उत्तराखंड के लिए भी एक उपलब्धि है जिसके माध्यम से उन्होंने यात्रा मार्ग में अपने संवाद से हजारों लोगों के मन में पर्यावरण के प्रति चेतना जगाई और हमारे प्रदेश का मान बढ़ाया है। इस यात्रा के दौरान हुए अविस्मरणीय अनुभव निश्चित रूप से उत्तराखंड के विकास में उत्प्रेरक का काम करेंगे और इकोनॉमी तथा इकोलॉजी में संतुलन बनाते हुए विकास के नए आयाम गढ़ने में सहायक होंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का उत्तराखंड के प्रति विशेष लगाव सर्वविदित है। उन्होंने उत्तराखंड को स्वर्ग की संज्ञा दी है। प्रधानमंत्री जी ने माणा में अपने संबोधन में सभी लोगों से अपनी यात्रा व्यय का 5 प्रतिशत धनराशि वहां के स्थानीय उत्पादों के क्रय पर व्यय करने की बात कही है इससे स्थानीय उत्पादों के उत्पादन एवं विपणन में लाभ मिलेगा। तथा हमारी स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी मातृशक्ति का भी सम्मान और आर्थिकी मजबूत होगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 तक उत्तराखंड देश के श्रेष्ठ राज्यों में अपनी पहचान बनाये इस दिशा में हमें मिल जुलकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के समग्र विकास की दिशा निर्धारण के लिए बोधिसत्व विचार श्रृंखला का आयोजन किया जा रहा है। अब तक 7 से ज्यादा विचार श्रृंखलाएं आयोजित की जा चुकी हैं जिसमें पद्म भूषण डॉ. अनिल जोशी के साथ ही नीति आयोग एवं विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों के विचार राज्य के समग्र विकास का मॉडल तैयार करने में निश्चित रूप से सहायक होंगे। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, फिल्म अभिनेत्री दिया मिर्जा, सचिव विनोद सुमन भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन यू-कॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

स्थापना दिवस पर भाजपा ने किया आंदोलनकारियों और शहीदों का सम्मान
उत्तराखंड भाजपा ने आज 23वें राज्य स्थापना दिवस पर प्रदेश के सभी 252 मंडलों में विचार गोष्ठी का आयोजन कर राज्य आंदोलन में जेल गए आंदोलनकारियों व शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर पार्टी मुख्यालय में लगी प्रदर्शनी का उद्घघाटन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट द्वारा किया गया। मुख्यमंत्री धामी ने समस्त प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए शहीदों के सपनों के अनुरूप राज्य का विकास करने संकल्प दोहराया । इस मौके पर पार्टी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि अटल जी ने जो राज्य हमें दिया है उसे हम सब मिलकर मोदी जी के मार्गदर्शन में संवार रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

भारतीय जनता पार्टी ने राज्य स्थापना दिवस को व्यापक जनसहभागिता के साथ मनाने के क्रम में प्रदेश कार्यालय में ‘अटल जी ने बनाया मोदी जी रहे संवार ‘ विषय आधारित प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी मे पूर्व सीएम डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट एवं टिहरी सांसद महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह ने भी शिरकत की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस मौके पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य निर्माण बड़े कष्टों व शहादत के बाद हुआ है। लिहाजा हमे राज्य आंदोलनकारियों के सपनों व प्रदेशवासियों की भावनाओं के अनुरूप राज्य का विकास करना है ।
इस अवसर पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेई के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि पार्टी द्वारा आयोजित सभी 252 मंडलों की विचार गोष्ठी से मिले सकारत्मक सुझावों का उपयोग प्रदेश की विकास योजनाओं को बनाने में किया जाएगा। उन्होंने कहा, अटल जी ने हमें राज्य दिया और आज हम सब मिलकर मोदी जी के मार्गदर्शन में राज्य को संवारना हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

प्रदेश बीजेपी मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने जानकरी देते हुए कहा कि कार्यालय प्रांगण में आयोजित इस प्रदर्शनी में राज्य निर्माण आंदोलन के शहीदों को याद करते हुए प्रदेश में विकास के विभिन्न सोपानों के माध्यम से संदेश देने की कोशिश की गयी है । प्रदेश के सभी मंडलों के अतिरिक्त देहरादून, मसूरी, खटीमा, हल्द्वानी, श्रीनगर में बड़ी गोष्ठियां का भी आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों में राज्य निर्माण शहीदों के परिजनों व जेल जाने वाले राज्य आंदोलनकारियों को भी सम्मानित किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्यक्रम में पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति गैरोला, केदार दत्त, प्रदेश मंत्री पुष्कर काला, प्रदेश कार्यालय सचिव कौस्तुभानंद जोशी, प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी, श्रीमती सुनीता विद्यार्थी, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी माणिक निधि शर्मा, राजेन्द्र सिंह नेगी, सत्यवीर चौहान समेत बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी एवं वरिष्ठ कार्यकर्ता मौजूद रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

फोटो खिंचवाने के लिए शहीद की प्रतिमा के पीछे से माल्यार्पण करते बीजेपी नेता।

भाजपा ने शहीद स्मारकों पर दीप जलाकर दी श्रद्धांजलि
भारतीय जनता पार्टी ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर ‘एक दिया शहीदों के नाम’ कार्यक्रम के तहत प्रदेश के शहीद स्मारक स्थलों पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीदों को नमन करने के उद्देश्य से आयोजित इन कार्यक्रमों के तहत पार्टी प्रदेश अध्यक्षमहेंद्र भट्ट ने देहारादून करनपुर गोलीकांड मे शहीद राजेश रावत के स्मारक पर दीप जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होने कहा कि हम सभी शहीद आंदोलनकारियों व उनके परिजनों के प्रति आजीवन ऋणी रहेंगे और उनके सपनों के अनुसार राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस दौरान फोटो खिंचवाने के फेर में बीजेपी नेताओं ने शहीद की प्रतिमा की तरफ पीठ फेरी हुई थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस अवसर पर उपस्थित कार्यकर्ताओं व स्थानीय लोगों से बातचीत में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लंबे संघर्ष व अनेकों शहादतों के बाद हमे पृथक राज्य प्राप्त हुआ है। सब प्रदेशवासी राज्य निर्माण आंदोलन में शहीद आंदोलनकारियों व उनके परिजनों एवं समस्त आंदोलनकारियों के प्रति आजीवन ऋणी रहेंगे। उन्होने ज़ोर देते हुए कहा, हम सबका कर्तव्य है कि शहीदों के सपनों एवं राज्य आंदोलन की भावनाओं के अनुरूप राज्य का विकास करें ताकि 2025 तक देश का अग्रणी राज्य बनकर वर्तमान दशक उत्तराखंड का दशक, का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकें।  उन्होने कहा कि आने वर्षों में पार्टी राज्य स्थापना दिवस को इसी तरह प्रभावी एवं व्यापक रूप में जनता के बीच मनाएगी ताकि युवा पीढ़ी के मन मस्तिष्क में राज्य निर्माण के लिए हुए बलिदान के प्रति श्रद्धा और राज्य विकास को लेकर ज़िम्मेदारी का भाव जागृत हो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

फोटो खिंचवाने के लिए शहीद की प्रतिमा की तरफ पीठ करके श्रद्धांजलि देते बीजेपी नेता।

इस कार्यक्रम के तहत देहरादून कचहरी स्थित शहीद स्मारक में कैबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल, धर्मपुर में विधायक श्री विनोद चमोली, खटीमा में श्री अजय भट्ट, रुड़की में विधायक श्री प्रदीप बत्रा, मसूरी में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्री ओ पी उनियाल, श्रीनगर में श्री जितेंद्र रावत द्धारा पार्टी के समस्त कार्यकर्ताओं व प्रदेशवासियों की तरफ से शहीदों के प्रति कृतज्ञ भाव से दीप जलाया गया। इस अवसर पर विनोद सुयाल कार्यक्रम संयोजक भी प्रदेश अध्यक्ष के साथ उपस्थित रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

देशवासियों की उत्तराखंड में श्रद्धा, इसे बनाए रखना हमारा कर्तव्यः महेंद्र भट्ट
उत्तराखंड के चारों धामों के साथ ही समस्त देशवासियों कि यहां के निवासियों में भी बड़ी श्रद्धा है हम कोई ऐसा कार्य नहीं करें जिससे यह प्रभावित हो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने आज राज्य स्थापना की 23 वीं वर्षगांठ के अवसर पर कारगी चौक स्थित एक समारोह स्थल पर उपस्थित धर्मपुर विधानसभा के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते किया।  उन्होंने कहा कि मुझे याद है मुझे डिबरी से पढ़ाई करनी पड़ी थी, आज घर घर में बिजली है। भट्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मूल रूप से भले गुजरात के हों, पर उनका मन उत्तराखंड में रमता है। यह उन्हीं का प्रताप है कि केदारनाथ बद्रीनाथ गंगोत्री यमुनोत्री में चल रहे विकास कार्यों की निगरानी वे स्वयं करते हैं। इन्हीं विकास कार्यों की बदौलत इस वर्ष से 45 लाख से भी अधिक यात्री उत्तराखंड के चारों धाम में आए और यहां के निवासियों को भरपूर रोजगार मिला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

भट्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी ने भ्रष्टाचार पर प्रहार किया है भर्ती घोटाले के आरोपियों को जेल यात्रा कराई है। धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने कार्यकर्ताओं को अपने भावुक भाषण में उत्तराखंड से जुड़े अपने अनुभवों से साझा कराया। वयोवृद्ध आंदोलनकारी महेश्वर प्रसाद बहुगुणा की अध्यक्षता एवं महेश पांडे के संचालन में हुए कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ही उत्तराखंड आंदोलन में शहीद गिरीश बद्री एवं राजेश लखेडा के परिजनों को भी सम्मानित किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्यक्रम में महानगर प्रभारी मयंक गुप्ता, महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल,भाजपा नेता सुभाष बड़थ्वाल, महानगर मीडिया प्रभारी राजीव उनियाल, मंडल अध्यक्ष विजय भट्ट ,संदीप मुखर्जी ,धर्मपाल रावत , मंजू कोटनाला पार्षद सतीश कश्यप , दिनेश सती, श्रीमती नीलम उनियाल ,राजपाल पयाल, दर्शन लाल बिंजोला, राजकुमार कक्कड़, कैंट उपाध्यक्ष श्रीमती बीना नौटियाल सहित धर्मपुर विधानसभा के सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

अमित ओबरॉय को घर जाकर किया सम्मानित
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान गंभीर रूप से घायल हुए अमित ओबरॉय के आवास पर जाकर उनको सम्मानित किया । अमित ओबरॉय 28 वर्षों से बैड पर ही हैं। अमित ओबरॉय उत्तराखंड आंदोलन के दौरान 1995 में गंभीर रूप से घायल हो गये थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

एसजीआरआर में आयोजित किया गया एनएसएस का शिविर
उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की 22 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में श्री गुरु राम राय पीजी कॉलेज देहरादून की एनएसएस इकाई द्वारा ‘जाने अपना उत्तराखंड’ विषय पर आधारित एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर मधु डी सिंह के दीप प्रज्वलन के साथ किया। उन्होंने स्वयंसेवियो की प्रस्तुति की सराहना करने के साथ ही अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। कार्यक्रम में एनएसएस स्वयंसेवियों ने उत्तराखंड राज्य के निर्माण की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए उत्तराखंड की भौगोलिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक, वन्य जीवन और पर्यटन संपदा से संबंधित तथ्यों को साझा किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

इसमें स्वयंसेवियों ने उत्तराखंड के भोजन, पोशाक, गहनों के साथ-साथ मंदिरों के निर्माण शैली और प्रयागों से जुड़ी जानकारी और राज्य की पर्वत श्रृंखलाओं के बारे में ज्ञान अर्जित किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वयंसेवियों द्वारा आज की युवापीढ़ी को राज्य की गौरवशाली और समृद्ध सभ्यता और संस्कृति से जोड़ना और गौरवान्वित अनुभव कराना था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी डॉ आनंद सिंह राणा, डॉ अनुपम सैनी, डॉ विवेक कुमार, मेजर प्रदीप सिंह, डॉ एस के पडालिया, डॉ हरीश जोशी, चीफ प्रॉक्टर डॉ हर्षवर्धन पंत, डॉ मनोज पुरोहित, डॉ राजबहादुर, डॉ सुमंगल सिंह, डॉ एम एस गोसाईं, डॉ अनुभव प्रताप सिंह और डॉ अरविंद नौटियाल आदि उपस्थित रहें।

यूसर्क का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू
राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) का तीन दिवसीय जल के सूक्ष्म जैविक विश्लेषण विषय पर प्रयोगात्मक प्रशिक्षण (Hands on Training on “Microbiological Analysis of Water) विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ हो गया। इसका आयोजन डालफिन पीजी इंस्टीट्यूट के परिसर में प्रारंभ किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि यूसर्क की निदेशक प्रो. (डा.) अनीता रावत ने कहा कि उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर हम सभी को अपने राज्य को अग्रिम पंक्ति राज्य बनाने के लिए विज्ञान, शिक्षा एवं अनुसंधान सम्बन्धी गतिविधियों के माध्यम से प्रयास करना होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि प्रकृति में पंच महाभूतों में से एक तत्व जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। यूसर्क द्वारा इस जल तत्व के महत्व को समझते हुये इसके विभिन्न प्रकार के अध्ययनों, संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य प्रारंभ किया गया है जिसके क्रम में यह तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम राज्य के स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के विद्यार्थियों के लिये आयोजित किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

प्रो. रावत ने कहा कि जल के सूक्ष्म जैविक विश्लेषण तीन दिवसीय प्रशिक्षण विद्यार्थियों के लिये न केवल दैनिक जीवन, बल्कि आगामी शोध कार्यों के लिये लाभकारी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के विद्यार्थियों के लिये माईक्रो लेवल तक रिसोर्स एवं नालेज शेयरिंग (Resource & Knowledge Sharing up to Micro level) के माध्यम से विभिन्न प्रकार की हैण्डस आन ट्रेनिंग प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन लगातार संचालित किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि यूसर्क के वैज्ञानिक डा. भवतोष शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के जलस्रोत प्रदेश के साथ-साथ आस-पास के अन्य प्रदेशों को भी जल उपलब्ध कराते हैं। इन जलस्रोतों में पर्याप्त मात्रा में शुद्ध जल की उपलब्धता से मानव स्वास्थ्य के साथ-साथ कृषि एवं अन्य क्षेत्रों में आने वाली कठिनाईयों में निजात पायी जा सकती है। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम विद्यार्थियों को करियर निर्धारण करने में दिशा प्रदान करेगा। राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में हम सभी को जल संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्यक्रम की संयोजक डाल्फिन इन्स्टीट्यूट, देहरादून की प्राचार्या डा. शैलजा पंत ने Basics of Microbiological testing of water Qualitative and Quantitative विषय पर विशेष व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि जल में उपस्थित सूक्ष्म जीवों की संख्या का सही विश्लेषण करने के लिये हमें जल नमूनों को दी गयी गाइड लाइन्स के अनुसार संग्रहण एवं विश्लेषण करना चाहिये। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

एसोसिएट प्रोफेसर डा गौरी सिंह ने MPN Test for Water Analysis विषय पर Hands on Training देते हुये कहा कि MPN Test जल में उपस्थित सूक्ष्म जीवों के अध्ययन के लिये बहुत महत्वपूर्ण एवं विश्वसनीय विधि है।धन्यवाद ज्ञापन सह संयोजक डा. ज्ञानेन्द्र अवस्थी ने दिया। कार्यक्रम में कार्यक्रम सचिव डा अशोक कुमार सिंह, डा श्रुति शर्मा, डा पंकज कुमार, डा तृप्ती मलिक, विजय तिवारी मुख्य रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम में देहरादून, हरिद्वार एवं ऋषिकेश के स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के 30 छात्र-छात्राओं द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया जा रहा है।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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