राजधानी देहरादून में फिर से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे राज्य आंदोलनकारी
उत्तराखंड के राज्यआंदोलनकारीयों के 10 फीसद क्षैतिज आरक्षण बहाली और चिह्नीकरण फिर से शुरू करने को लेकर राज्य आंदोलनकारियों ने राजधानी देहरादून स्थित शहीद स्मारक स्थल पर धरना शुरू कर दिया है। पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार संयुक्त आंदोलनकारी मंच के तत्वावधान में राज्य आंदोलनकारियों के लिये राज्याधीन सेवाओं में 10 फीसद क्षैतिज आरक्षण की बहाली और चिह्नीकरण की प्रक्रिया दोबारा शुरू करने की माँग की गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर मंच के संयोजक क्रान्ति कुकरेती ने कहा कि स्वयं मुख्यमंत्री ने अपने घोषणा की थी कि हमने गैरसैंण कैबिनेट में राज्य आंदोलनकारियों के लिये 10 फीसद क्षैतिज आरक्षण बहाली का रास्ता साफ कर दिया। उसके बाद तीन माह गुजर जाने के बाद आज तक विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफल घोषित हुए अभ्यर्थियों की नियुक्ति क्यों नहीं की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि क्या नौकरशाही, सरकार को गुमराह कर रही है या सरकार में इच्छा शक्ति का अभाव है। अब कारण जो भी हो, लेकिन अब आंदोलनकारी अपनी दोनों माँगो के पूरी होने तक इस आंदोलन जारी रखेंगे। धरने पर बैठने वालों में सह संयोजक अम्बुज शर्मा, प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती, संगीता रावत, विनोद असवाल, देवेश्वरी रावत, पूनम कंडारी, सूर्यकांत बमराड़ा, रामकिशन, विकास बिष्ट, प्रवीण पुरोहित, आशीष रावत, प्रभात डंडरियाल, कुंवर सिंह नेगी, उपेंद्र प्रसाद सेमवाल, रमेश सिंह, एकादशी, बीएस कंडारी, पुष्पा बहुगुणा, विमल जुयाल, हरि प्रकाश शर्मा, सुरेश नेगी, वीर सिंह आदि शामिल रहे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।