राज्य आंदोलनकारियों की प्लानिंग हुई लीक, तीन को पुलिस ने किया गिरफ्तार, आरक्षण को लेकर धरना जारी

पीड़ित राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा शहीद स्मारक देहरादून में विगत 16 दिनों से चलाया जा रहा क्रमिक अनशन आज भी जारी रहा। आज क्रमिक अनशन में वीरेंद्र सिंह रावत देहरादून व उत्तरकाशी के विकास रावत को चिह्नित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति उत्तराखंड के केंद्रीय महामंत्री नवीन नैथानी ने माल्यार्पण कर धरने पर बैठाया गया। आज के धरने में मोहन सिंह रावत, रामकिशन, सूर्यकांत शर्मा, सरोजनी थपलियाल, रेनू नेगी, धर्मानंद भट्ट, राजकुमारी जुगरान आदि बैठे।
प्लानिंग हुई लीक, तीन को पुलिस ने किया गिरफ्तार
वही आज तीन प्रमुख राज्य आंदोलनकारियों में देहरादून से अम्बुज शर्मा, कोटद्वार से क्रांति कुकरेती व खटीमा के धर्मेंद्र सिंह को पुलिस ने सुबह अलग अलग स्थानों से एतिहातन गिरफ्तार कर लिया। इन तीनों को देर शाम को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया। बताया जा रहा है कि ये तीनों आंदोलनकारी पिछले कई दिनों से सीएम पुष्कर सिंह धामी से मिलने का प्रयास कर रहे थे। उनकी मांग है कि उत्तराखंड में आंदोलनकारियों को दस फीसद क्षैतिज आरक्षण बहाल किया जाए। पुलिस को सूचना मिली कि क्रांति कुकरेती सीएम से मिलने के लिए विधानसभा में जबरन प्रवेश कर सकते हैं। इस पर पुलिस ने तीनों को पहले ही हिरासत में ले लिया। क्रांति कुकरेती को धर्मपुर, अंबुज शर्मा व खटीमा से आए धर्मेंद्र बिष्ट को सर्वे चौक से पुलिस ने सुबह हिरासत में ले कर डालनवाला थाने में रखा।
इस खबर से राज्य भर के आंदोलनकारियों में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया। आसपास के क्षेत्रो से तमाम राज्य आंदोलनकारियों देहरादून में कचहरी स्थित शहीद स्मारक में एकत्रित हो गए। जहाँ उन्होंने एक सभा का आयोजन किया। इस मौके पर वक्ताओं ने सरकार द्वारा आंदोलनकारियों की इस तरह से की गई गिरफ़्तारी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि सरकार इस तानाशाही रवैये को अपना कर इस 10 फीसद क्षैतिज आरक्षण के आंदोलन को कमजोर करने का षड्यंत्र कर रही है। वक्ताओं ने एक मत होकर सरकार से मांग की, कि वह शीघ्र राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों को क्षैतिज आरक्षण की बहाली के लिये आवश्यक कदम उठाये। सभी आंदोलनकारीयों ने एक स्वर में आपसी एकता को बनने के लिये अतिशीघ्र एक बैठक आहूत करने का भी निर्णय लिया गया। सभा का संचालन पूरण सिंह लिंगवाल ने किया।
सभा में आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी, कुलदीप सिंह रावत रुद्रप्रयाग, अवतार सिंह बिष्ट उधम सिंह नगर, वेद प्रकाश शर्मा ऋषिकेश, विमल जुयाल, नवनीत गुसाईं, केपी गंगवार, लक्ष्मी कंडवाल, राजेश्वरी, सुशीला, उर्मिला, कंडवाल, गुलाब सिंह रावत, राजेंद्र प्रसाद, भगवान सिंह पवार, राम रावत, राकेश मियां, विक्रम भंडारी, भगवान सिंह पवार, चंद्रकिरण राणा सुनीता सकलानी, प्रभा नेगी, कुसुम शर्मा, बीना बहुगुणा, सरोजिनी थपलियाल, प्रभात डडरियाल, सुरेंद्र सजवान आदि ने विचार रखे।