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February 5, 2025

खेल मंत्री का पहलवानों से वादा, बृजभूषण के खिलाफ होगी मजबूत चार्जशीट, हटाए जाएंगे खिलाड़ियों से केस

खेल मंत्री के साथ बैठक के बाद पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि सरकार से हमारी बात हुई है और वो इस बात पर सहमत हुए हैं कि जितने भी खिलाड़ियों के ऊपर केस हुए हैं वह सब हटाए जायेंगे। अगर हमारी सभी मांगों को 15 तारीख तक नहीं माना जाता है तो हम दोबारा से आंदोलन करेंगे। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया की अगुवाई में शीर्ष पहलवानों की खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ उनके आवास पर बुधवार को बैठक हुई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सूत्रों के अनुसार बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग पर दोनों ही पक्षों के बीच बातें अटक गई है। इसके अलावा अन्य बिंदुओं पर दोनों पक्ष में लगभग सहमति बन गई है। 6 घंटे से ज़्यादा समय तक पहलवानों की मंत्री के साथ बैठक चली। जानकारी के अनुसार अनुराग ठाकुर ने पहलवानों से बृजभूषण के खिलाफ मजबूत चार्जशीट पुलिस की तरफ से पेश करने का वादा किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मंत्री ने लिखित में दिया प्रस्ताव
अनुराग ठाकुर ने खिलाड़ियों को लिखित में प्रस्ताव दिया है। पहलवानों ने कहा कि वो प्रस्ताव पर साथी पहलवानों और खापों से बातचीत कर निर्णय लेंगे। साथ ही मंत्री ने कहा है कि WFI के स्वतंत्र चुनाव कराए जाएंगे। बृजभूषण और उसके परिवार का कोई भी सदस्य WFI में शामिल नहीं होगा। 28 मई को पहलवानों पर दर्ज़ हुए मुक़दमे वापस ले लिए जाएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पहलवानों ने रखी थी पांच मांगे
देर रात अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर सार्वजनिक तौर पर पहलवानों को बातचीत के लिए बुलाया था। पहलवानों ने मंत्री के सामने 5 मांगें रखी है। जिनमें भारतीय कुश्ती महासंघ के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव और एक महिला प्रमुख की नियुक्ति की मांग भी शामिल है। साथ ही यह भी कहा गया है कि बृजभूषण सिंह या उनके परिवार के सदस्य डब्ल्यूएफआई का हिस्सा नहीं हो सकते हैं। अनुराग ठाकुर ने कल रात 12 बजकर 47 मिनट पर पहलवानों के साथ गतिरोध खत्म करने के प्रयास में ट्वीट किया था। इसमें कहा था कि सरकार पहलवानों से उनके मुद्दों पर चर्चा करने को तैयार है। मैंने एक बार फिर पहलवानों को इसके लिए आमंत्रित किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

न्याय मिलने तक कांग्रेस देगी साथ
वहीं, कांग्रेस ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को सरकार द्वारा बातचीत के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद बुधवार को कहा कि वह पहलवानों को न्याय मिलने तक उनके साथ खड़ी है। पार्टी सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने यह भी कहा कि सरकार से बातचीत के बाद पहलवान जो भी रुख अपनाएंगे, कांग्रेस उसके साथ रहेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पहलवानों ने लगाए हैं ये आरोप
पहलवानों का आरोप था कि रेसलर फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने अपशब्दों का प्रयोग किया था और खिलाड़ियों को गाली भी दी थी। साथ की यौन शोषण के भी आरोप लगाए। पहलवानों ने कहा था कि हम यहां खेलने आए हैं। वो विशेष रूप से खिलाड़ी और राज्य को टारगेट कर रहे हैं। अध्यक्ष के खिलाफ सात महिला पहलवानों ने पुलिस को लिखित तहरीर भी दी है। इसमें एक नाबालिग पहलान भी शामिल है। इन महिला पहलवानों ने संघ अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में देश के शीर्ष पहलवानों की भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा कथित यौन दुराचार के खिलाफ एक याचिका पर सुनवाई हुई थी। इसके बाद दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं, लेकिन धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हमें दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं, वह कमजोर प्राथमिकी दर्ज कर सकती है। अब इस मामले में केस भी दर्ज कर लिया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

धरनास्थल जबरन किया साफ
कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर में करीब एक माह तक धरना देने वाले भारतीय पहलवानों को रविवार 28 मई को दिल्ली पुलिस ने तब गिरफ्तार किया था, जब वे नए संसद भवन की तरफ कूच करने का प्रयास कर रहे थे। इस दौरान कई पहलवानों को घसीटा गया। जंतर मंतर को पूरी तरह से खाली करा लिया गया। जंतर-मंतर से पहलवानों के अलावा सभी प्रदर्शनकारियों को हटाया गया। पहलवानों के टेंट और अन्य सामान को भी हटाकर जंतर मंतर को साफ कर दिया गया। हालांकि, रात को पहलवानों को रिहा कर दिया गया, लेकिन उन पर गंभीर धाराओं में मुकदमा भी दर्ज किया गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

गंगा में मैडल बहाने हरिद्वार पहुंचे थे पहलवान
इससे दुखी होकर 30 मई को आंदोलनरत पहलवान अपने मैडल को गंगा में बहाने के लिए हरिद्वार पहुंच गए थे। भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत की अपील पर उन्होंने मैडल नहीं बहाए और गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस को पांच दिन का समय दिया।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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