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November 8, 2024

सोनिया गांधी की दो टूक, पार्टी फोरम पर आत्‍म आलोचना की जरूरत, नहीं गिरे आत्‍मविश्‍वास और मनोबल

कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की सोमवार को हुई बैठक में राजस्‍थान के उदयपुर में होने वाले विचारमंथन शिविर के एजेंसी पर चर्चा की गई।

कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की सोमवार को हुई बैठक में राजस्‍थान के उदयपुर में होने वाले विचारमंथन शिविर के एजेंसी पर चर्चा की गई। सोनिया गांधी की अगुवाई में पार्टी मुख्‍यालय पर हुई इस बैठक में सोनिया ने कहा कि पार्टी फोरम पर आत्म आलोचना की जरूरत है, लेकिन आत्मबल और मनोबल नहीं गिरना चाहिए। बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कई अन्य नेता शामिल हुए।
सीडब्‍ल्‍यूसी की बैठक को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि आपको याद होगा कि पिछले बैठक के अंत में मैंने कहा था कि हम जल्‍द ही एक चिंतन शिविर का आयोजन करेंगे। हम 13, 14 और 14 मई को उदयपुर में मिल रहे हैं। इस शिविर में हमारे करीब 400 सहयोगी शामिल होंगे। इसमें से ज्‍यादा संगठन या सरकार में पद पर रहने वाले लोग हैं।
हम हर दृष्टि से संतुलित प्रतिनिधित्‍व सुनिश्चित करने का हरसंभव प्रयास किया है। कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘हमारा विचारविर्मश छह समूहों में होगा जिसमें राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक न्‍याय, किसानों, युवाओं और संगठन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी। प्रतिभागियों को पहले ही बता दिया गया है कि वे किसी समूह में भाग लेंगे। सीडब्‍ल्‍यूसी से मंजूरी मिलने के बाद हम उदयपुर नसंकल्‍प को अपनाएंगे। उदयपुर से पार्टी के त्‍वरित पुनरुद्धार, एकजुटता, संकल्‍प और प्रतिबद्धता का संदेश स्‍पष्‍ट रूप से सामने आए, यह सुनिश्‍चित करने के लिए मैं आप सभी से पूर्ण सहयोग का आग्रह करती हूं।

कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘कोई जादू की झड़ी नहीं है। यह सिर्फ निस्‍वार्थ कार्य, अनुशासन और सामूहिक उद्देश्‍य की भावना है जो हमें अच्‍छा प्रदर्शन करने में सक्षम बनाएगी। पार्टी सभी के लिए अच्‍छी रही है. अब उस कर्ज को पूरी तरह से चुकाने का समय आ गया है। पार्टी फोरम पर आत्‍म आलोचना की जरूरत है लेकिन यह इस तरह से नहीं हो कि आत्‍मविश्‍वास और मनोबल गिरे और निराशा का माहौल व्‍याप्‍त हो जाए। चिंतन शिविर एक कर्मकांड नहीं बनना चाहिए जिससे गुजरना पड़ता है ‘जानकारी के अनुसार, बैठक में ‘नवसंकल्प शिविर’ के लिए विभिन्न समन्वय समितियों की ओर से अलग-अलग विषयों पर तैयार दस्तावेज पर भी चर्चा हुई। इसके साथ ही भविष्य की रणनीति भी बातचीत के एजेंडे में रही।
आगामी 13 से 15 मई को राजस्थान के उदयपुर में होने वाले ‘नवसंकल्प शिविर’ के मद्देनजर हाल ही में राजनीति, सामाजिक न्याय एवं सशक्तीकरण, अर्थव्यवस्था, संगठन, किसान एवं कृषि तथा युवा एवं सशक्तीकरण से संबंधित छह समन्वय समितियों का गठन किया था। कांग्रेस के तीन दिवसीय ‘नवसंकल्प शिविर’ में देशभर के पार्टी नेता आंतरिक मुद्दों पर चर्चा करेंगे और संगठन को मजबूत बनाने के लिए समाधान सुझाएंगे.उदयपुर शिविर में पार्टी के करीब 400 शीर्ष नेताओं के शामिल होने की संभावना है। कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) में शामिल नेताओं के अलावा, संसद सदस्य, प्रदेश प्रभारी, महासचिव और प्रदेश अध्यक्षों सहित वरिष्ठ नेता चिंतन शिविर में भाग लेंगे।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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