कुछ दोस्तों ने मुझे बना दिया पंचिंग बॉक्स, साथी बरतें संयम, आलोचना का सभी को अधिकारः पूर्व सीएम हरीश रावत

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कुछ मित्रों ने उन्हें पंचिंग बॉक्स बनाया हुआ है। आलोचना करना सभी को अधिकार है। ऐसे में वह अपने समर्थकों से यही कहेंगे कि ऐसे मामलों में जवाब देने के फेर में न उलझें। अनावश्यक विवाद में न पड़ें। संयम रखें और आगामी चुनाव की तैयारियों में पार्टी के लिए कार्य करें।
सोशल मीडिया में पोस्ट डालकर समय समय पर चर्चा में रहने वाले कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने फेसबुक और ट्विटर में पोस्ट डाली। इसमें आलोचकों के साथ ही अपने समर्थकों के लिए बेबाकी से लिखा। उन्होंने कहा कि आलोचना अधिकार है। उन्हें ऐसे मामलों में खुशी होती है।
उन्होंने लिखा कि-राजनीति में यदि हम अमृतपान के लिये उत्सुक रहते हैं, तो विषपान भी हमें ही करना चाहिये। कार्यकर्ता साथी अपने धैर्य से हम सबका मार्गदर्शन कर रहे हैं। लोगों ने मेरी बहुत प्रशंसा की है। यदि कुछ लोगों को हममें कुछ अवगुण दिखाई दे रहे हैं या कुछ ऐसा नजर आ रहा है जिसकी सार्वजनिक आलोचना करना आवश्यक है, तो ऐसा करने वाले लोग अपने परिवार के भी हो सकते हैं। बाहर के भी हो सकते हैं।
हरीश रावत ने लिखा कि-आलोचना अधिकार है और मैं इस अधिकार का सम्मान करता हूं। पिछले कुछ समय से मैं बड़ा आनंद ले रहा हूँ। मेरे कुछ मित्रों ने मुझे पंचिंग बॉक्स बना रखा है। कोई भी बात पसंद नहीं आती है तो वो फौरन मुझ पर पंच आजमाने लगते हैं। उनकी खुशी में मेरी भी खुशी है। इस समय अचानक फिर मुझे पंचिंग बॉक्स बनाया जा रहा है। कुछ लोगों को पंच मारने में आनंद आ रहा है तो कुछ लोग पंचिंग होते देखकर आनंदित हो रहे हैं। कुछ को कष्ट भी हो रहा है।
उन्होंने कहा कि- मैं कांग्रेस के लोगों से प्रार्थना करना चाहता हूं कि जिन्हें कष्ट हो रहा है, उनको पार्टी के लिए इस कष्ट को सहर्ष उठाना चाहिये। इस मामले को सार्वजनिक विवाद का विषय नहीं बनाना चाहिए। सल्ट उपचुनाव में पार्टी जीते यह सबका प्रयास रहा है। विपरीत परिणामों की स्थिति में भी धैर्य और संयम रखने में हमारा भला है। यूँ भी कांग्रेस इस समय बिल्कुल विपरीत परिस्थितियों में काम कर रही है। यदि हम अपने-अपने स्तर पर संयम बनाए रखेंगे तो उससे पार्टी को कुछ न कुछ लाभ होगा।
उन्होंने कहा कि- निकट भविष्य में राज्य में आम चुनाव होंगे। उससे पहले हो सकता है एकाद उपचुनाव और हों। इन सारे हालात में मुझ पर पंचिंग होते देखकर विचलित हो रहे लोगों से मैं प्रार्थना करना चाहता हूं कि कोई और रोकने के लिए आगे आ रहा है या नहीं आ रहा है। आप अपने आप पर नियंत्रण रखें और कोई भी किसी भी तौर पर सार्वजनिक रूप से मुझको लेकर कही गई बात पर व्यक्तव्य जारी न करें। यह स्थिति 2022 के चुनाव तक बनी रहनी चाहिये, कोशिश करके देखिये।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।