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April 16, 2025

VIDEO: उत्तरकाशी में सोलर स्ट्रीट लाइट में घोटाला, डुंडा ब्लाक प्रमुख ने किया खुलासा

उत्तराखंड के जनपद उत्तरकाशी में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने को लेकर घोटाला सामने आ रहा है। राज्य वित्त का सारा धन इन लाइट पर खर्च किया गया । इस मामले को ब्लाक प्रमुख डुंडा शेलेन्द्र कोहली उजागर किया। आरोप हैं कि कीमत से कहीं अधिक महंगी लाइट खरीदी गई, जो पांच दिन में बंद हो गई। वहीं, जनपद के मुख्य अधिकारी इस मामले से अपना पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं।
आपको बता दें कि सरकार की एक पहल पर प्रत्येक गांवो में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने का लक्ष्य प्रधानों, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत के सदस्यों को सौंपा गया था। एक गांव में आवादी के हिसाब से सोलर लाइट लगनी थी। इसका जिला प्रशासन के पास कोई लेखा जोखा नही हैं। एक सोलर लाइट पर 21 हजार रुपये बिल पास हुआ हैं, जबकि इसकी कीमत 13500 बताई जा रही है।
ब्लॉक प्रमुख के मुताबिक सोलर लाइट लगते ही कुछ दिन बाद खराब हो गई। इसका कोई जबाब किसी के पास नही हैं। वही, सोलर लाइट अब उरेडा विभाग मात्र 13 हजार रुपये की डिमांड पर लगाने को तैयार हैं । इस संबंध में ब्लॉक प्रमुख ने जिला विकास अधिकारी, जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों से भी शिकायत की है।

इसमें कहा गया है कि-
1-विकासखण्ड में 2 लाख से ऊपर के कार्यों के क्रियान्वयन में टेंडर की अनिवार्यता होती है, किंतु लाइट्स की स्थापना में वो प्रक्रिया स्पष्ट रूप से अमल में क्यों नहीं लाई गयी?
2-उत्तराखंड अधिप्राप्ति अधिनियम 2016-17 के नियमानुसार हर कार्य में प्रशासनिक स्वीकृति, वित्तीय स्वीकृति एवम तकनीकी स्वीकृति लेना अनिवार्य होता है, किन्तु लाइट्स की स्थापना में ये स्वीकृति कब और किससे ली गई। सम्बंधित अधिकारी इसका स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहे हैं। इस कार्य के बावत इस अधिनियम का क्यों उल्लंघन किया गया।
3-यदि पूर्व में स्थापित की गई लाइट्स में कोई भी कमी नही थी तो उनके पश्चात स्थापित की गई लाइट्स के बिलों में क्यों कमी लाई गई। वहीं लाइट्स वर्तमान में 20500 से 16500 पर आ गयी हैं?
4-उत्तराखंड सरकार के उपक्रम उरेडा से क्यों लाइट्स क्रय नहीं की गई, जबकि इसके लिए मुख्य विकास अधिकारी महोदय ने आदेश रिलीज किया था। सरकारी उपक्रम को लाभान्वित करने को नज़र अंदाज़ कर निजी फॉर्म को फायदा पहुंचाया गया?
5-पूर्व में जब इस प्रकरण को उठाया गया तो इसमें क्यों कार्यवाही नहीं की गयी?

सीडीओ बोले
इन आरोपों के संबंध में मुख्य विकास अधिकारी पीसी डंडरियाल का कहना है कि उनके संज्ञान में ये मामला आया है। इसकी जांच के लिए कहा गया है।

बाइट -ब्लाक प्रमुख , शेलेन्द्र कोहली । 
बाइट –उरेडा अधिकारी बन्दना । 
बाइट –मुख्य विकास अधिकारी, पीसी डंडरियाल । 

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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