सरकार के साथ ही पत्रकारों को भी जगा रहे हैं समाजसेवी जगमोहन मेंदीरत्ता, लगातार उठा रहे हैं समस्याएं
उत्तराखंड में बैंक कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी रहे समाजसेवी जगमोहन मेंदीरत्ता सरकार, समाज के लोगों के साथ ही पत्रकारों को भी छोटी छोटी समस्याओं को लेकर जागरूक कर रहे हैं। वह कभी उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के पर्यावरण को बचाने के लिए वह पर्यावरणविद् लोगों के साथ संयुक्त आंदोलन का हिस्सा बनते नजर आते हैं, तो कभी शहर की छोटी छोटी समस्याओं को लेकर वह सरकार को भी चेताते रहते हैं। ऐसी समस्याओं को कई बार सरकार भी गंभीरता से लेती है और समाधान के लिए कार्रवाई भी होती नजर आती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून में नेशविला रोड निवासी जगमोहन मेंदीरत्ता ने दूनघाटी के पर्यावरण को बचाने की लड़ाई तो लड़ ही रहे हैं। साथ ही शहर की स्वच्छता पर भी ध्यान दे रहे हैं। जो बात हमें सामान्य नजर आती है, उसे भी वह गंभीरता से लेते हैं। हाल ही में स्मार्ट सिटी के चलते शहर भर से कूड़ादानों को हटा दिया गया। ताकि गलियों के नुक्कड़ों व चौराहों के किनारे गंदी पसरी ना रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नेशविला रोड से कूड़ादान तो हटा, लेकिन लोग कूड़ादान हटने के बाद उसी खाली जगह पर कूड़ा डालने लगे। इसे लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल के साथ ही नगर निगम के अधिकारियों को शिकायत की। कई बार शिकायत के बाद प्रशासन ने सख्ती दिखाई और खुले में कूड़ा डालने वालों का चालान किया गया। इसके बाद ही मौके पर कूड़ा डालना बंद हुआ। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अब स्मार्ट सिटी ने बढ़ाई समस्या
राजपुर रोड से नेशविला रोड की तरफ जाते हुए एक स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बिजली की डायट निर्मित की गई। बिजली की तारें भूमिगत करने के कार्य के चलते इसका निर्माण किया गया। इस स्थान को कुछ समय तक खुला छोड़ दिया गया। करीब छह माह बाद में उस पर कुछ स्लैब डाल दिए गए, जो हल्के वाहन के चलने से टूट गए। फिर काफी समय तक ऐसा ही चलता रहा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बाद में कुछ बड़े स्लैब डालकर उसे ढक दिया गया। फिर उस पर भारी वाहनों के चलने से एक स्लैब टूट गया। इसकी सरिया सड़क पर नजर आने लगी। इस पर जगमोहन मेंदीरत्ता ने 20 जुलाई को मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज की। इस शिकायत को पीडब्ल्यूडी ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को फॉरवर्ड कर दी। इस पर उन्होंने स्मार्ट सिटी के अधिकारियों से भी शिकायत की कि उन स्लैब पर लोहे के कई नुकीले टुकड़े बाहर आ गए। लोगों को उससे चोटिल होने का खतरा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि अब स्मार्ट सिटी ने उनकी मेरी शिकायत का संज्ञान लेकर उस स्लैब को समतल कर दिया, लेकिन एक चार फीट और दूसरे फ़ीट के स्लैब को बिना सीमेंट से जोड़कर ही ऊपर बजरी डाल दी गई। जो एक बारिश में धुलकर उसी पुरानी स्थिति में आ गई। इसपर स्मार्ट सिटी से फोन कर शिकायत के निवारण की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि ये या तो भ्रष्टाचार है, या फिर घोर लापरवाही है। ना ही ऐसा काम करने वालों को शासन का कोई डर है। उन्होंने पत्रकारों से भी अनुरोध किया कि इस तरह की सस्याओं के प्रति समाज को जागरूक करें। साथ ही सरकार को भी जगाएं।
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