उत्तराखंडः मसूरी, चकराता की पहाड़ियों के साथ ही चारधाम में हिमपात, मैदानों में बारिश
बदरीनाथ, केदारनाथ, हेमकुंड, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही पिथौरागढ़ व बागेश्वर जिले की उच्च हिमालयी चोटियों पर हिमपात कि सिलसिला शुरू हो चुका है। मसूरी में करीब पांच मिनट तक फुहार के रूप में बर्फ गिरी। इसके बाद शाम को भी हिमपात हुआ। वहीं, धनोल्टी, बुरांशखंडा, सुआखोली, लालटिब्बा के साथ ही चकराता में अच्छा हिमपात हुआ। चकराता की ऊंची पहाड़ियों में तो बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक शुरुआत में 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात हो रहा है। अब करीब 2200 मीटर की ऊंचाई तक ये हिमपात हो सकता है। इससे मसूरी, चकराता, पिथौरागढ़, नैनीताल के आसपास के इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। जो पर्यटकों को भी आनंद देगी।
बुधवार देर शाम से उत्तरकाशी जिले में हल्की बारिश शुरू होने के कारण शाम ढलते ढलते जिले के ऊँचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो गयी थी। जिले के उपला टकनोर के गंगोत्री, मुखवा, धराली,हर्षिल सुक्खी, झाला आदि जगहों में रातभर बर्फबारी होने से क्षेत्र बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। हिमपात का क्रम गुरुवार को भी जारी रहा। बर्फीली हवाओं के चलते निचले इलाकों में तापमान में भारी गिरावट आई है।
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार तीन फरवरी से ही उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखना शुरू हो गया था। ये पांच फरवरी की शाम तक चलेगा। उन्होंने बताया कि अभी हल्की मध्यम बारिश के साथ ही बर्फबारी का दौर जारी रहेगा।
आज 2200 मीटर की ऊंचाई वाले इलाकों में भी बर्फबारी देखने को मिल सकती है। टूरिस्ट के लिए चकराता, मसूरी, मुनस्यारी आदि स्थानों पर बर्फबारी देखने के लिए अच्छा मौका है। उन्होंने बताया कि बारिश किसानों को भी लाभ मिलेगा। वहीं, देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह, नैनीताल, पौड़ी में ओलावृष्टि की संभावना है। छह फरवरी से मौसम साफ हो जाएगा।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।