बीमार और बुजुर्ग पेंशनधारकों को जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए नहीं जाना होगा बैंक, लागू हुई ये व्यवस्था
भारत के सभी राज्यों और केंद्र के बीमार व बुजुर्ग पेंशनभोगियों को अब एक नई सुविधा प्रदान कर दी गई है। ऐसे में अब ऐसे पेंशनभोगी जीवन प्रमाण पत्र जमा कराने के लिए बैंक नहीं जाएंगे। उनके पास दूसरा विकल्प भी होगा। केंद्र सरकार ने पेंशन वितरण करने वाले सभी बैंकों से बीमार और अस्पताल में भर्ती पेंशनभोगियों को जीवन प्रमाणपत्र जमा करने में मदद करने के लिए उनके पास ‘डोरस्टेप कार्यकारियों’ भेजने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया था। ये योजना डाक विभाग के सहयोग से लागू कर दी गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग (डीओपीपीडब्ल्यू) ने एक आदेश में कहा है कि सभी बैंक 80 वर्ष और उससे अधिक आयु वाले अति-वरिष्ठ पेंशनभोगियों को डिजिटल माध्यम से जीवन प्रमाण-पत्र बनवाने को लेकर जागरूकता पैदा करने के प्रयास करें। चेहरे का सत्यापन करने वाली तकनीक के इस्तेमाल से पेंशनभोगियों का डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र बनाया जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भारत के सभी राज्यों एवं केंद्र के सभी पेंशनधारियों के लिए नई सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। मालूम हो कि हर साल प्रत्येक पेंशनधारी को अपने खाते का एवं अपने जीवित होने का प्रमाण बैंक जाकर देना होता है। ऐसे में इस सत्यापन के लिए बुजुर्ग पेंशनधारियों को जो चलने में असमर्थ हैं, उन्हें कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस समस्या का निदान करते हुए सरकार ने नई व्यवस्था शुरू करने की पहल की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पेंशनधारकों के लिए डाक विभाग की मदद से नई सुविधा
डाक विभाग ने पेंशनधारकों के लिए डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की डोरस्टेप सेवा की शुरुआत की है। यह सेवा विशेष रूप से बुजुर्ग और दिव्यांग पेंशनधारकों के लिए फायदेमंद है। डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र की जरूरत पेंशनधारकों को हर साल 1 अक्तूबर से 30 नवंबर के बीच जीवन प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य है, ताकि पेंशन की प्राप्ति जारी रह सके। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डाकिये के माध्यम से होगा सेवा का संचार
डाकिये के माध्यम से सेवा इस सुविधा को शुरू करने के लिए डाक विभाग ने IPPB और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्रालय के साथ सहयोग किया है। पेंशनधारक ऑनलाइन अनुरोध कर सकते हैं और डाकिया उनके घर पहुंचकर प्रमाणपत्र की प्रक्रिया पूरी करेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
केंद्र सरकार के लगभग 69.76 लाख पेंशनभोगी
दरअसल, सभी पेंशनभोगियों को अपनी पेंशन आगे भी पाने के लिए हर साल अपने जीवित होने का प्रमाण देना होता है जिसे ‘जीवन प्रमाणपत्र’ कहा जाता है। इस समय केंद्र सरकार के लगभग 69.76 लाख पेंशनभोगी हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
घर बैठे जमा करा सकते हैं जीवन प्रमाण पत्र
डीओपीपीडब्ल्यू की तरफ से 25 सितंबर को जारी आदेश में कहा गया है कि चेहरे का सत्यापन करने वाली तकनीक से बनाए गए डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र (डीएलसी) को अब हर पेंशनभोगी अपने घर से ही स्मार्टफोन के जरिये या बैंक शाखा में जमा करा सकता है।
जानिए आवेदन प्रक्रिया
ऑनलाइन अनुरोध के लिए पेंशनधारक IPPB की वेबसाइट पर जा सकते हैं। PostInfo App भी डाउनलोड किया जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
महत्वपूर्ण जानकारी
विषय——————–विवरण
सेवा शुल्क———-70 रुपये
सेवा का लाभ—केंद्र, राज्य सरकार और अन्य सरकारी पेंशनभोगी
आवेदन प्रक्रिया–IPPB वेबसाइट या PostInfo App द्वारा
सुविधा प्रदानकर्ता–डाक विभाग
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।