सोमवार को भी लुढ़के अडानी समूह के शेयर, कांग्रेस ने खोला मोर्चा, संसद से लेकर सड़क तक हंगामा, उत्तराखंड में भी प्रदर्शन
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट और अडानी समूह से जुड़े मामले को लेकर कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देशभर में प्रदर्शन किया। उन्होंने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और जीवन बीमा निगम (LIC) के दफ्तरों के सामने प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तमिलनाडु, तेलंगाना, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर समेत देशभर में विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, अडाणी ग्रुप पर जांच की मांग को लेकर सोमवार को संसद में भी हंगामा हुआ। विपक्ष की मांग है कि अडाणी ग्रुप के वित्तीय लेनदेन की जांच संसदीय पैनल (JPC) या सुप्रीम कोर्ट की कमेटी से करवाई जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उधर, सुबह 11 बजे तक शेयर बाजार में अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर्स में 5% की गिरावट देखी गई। ये 1500 रुपए के करीब ट्रेड कर रहे हैं। वहीं, ब्रिटिश लेंडर स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने मार्जिन लोन पर कोलेटरल के रूप में अडाणी ग्रुप के बॉन्ड को लेना बंद कर दिया है। इससे पहले सिटीग्रुप और क्रेडिट सुइस बैंक भी ऐसा कर चुका है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बाजार खुलते ही अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 5 फीसद गिरे
अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद से अडानी ग्रुप के शेयरों में भी लगातार गिरावट देखी जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद से अडाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 12 दिन में करीब 60% टूट चुके हैं। इसके पहले शुक्रवार को कंपनी के शेयर 35% तक गिर गए थे। हालांकि इसके बाद शेयर में रिकवरी आई और यह केवल 2.19% की गिरावट के साथ 1,531 रुपए पर बंद हुए। निचले स्तर से शेयर में 50% की रिकवरी देखने को मिली। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लोकसभा और राज्यसभा में कार्यवाही स्थगित
लोकसभा और राज्यसभा में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने अडानी मामले में चर्चा की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की। दोनों सदनों के स्पीकर्स ने सांसदों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
विपक्षी सांसदों ने दिया धरना
कांग्रेस समेत 15 विपक्षी पार्टियों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया। कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार आम लोगों के पैसे का इस्तेमाल अपने दोस्तों की मदद के लिए कर रही है। विपक्ष की मांग है कि सरकार इस मुद्दे पर संसद में चर्चा होने दे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

केन्द्र की मोदी सरकार की ओर से भारतीय जीवन बीमा निगम, भारतीय स्टेट बैंक एवं अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से अपने उद्योगपति मित्र अडानी समूह में जबरदस्ती कराये जा रहे निवेश के खिलाफ कांग्रेस पार्टी आज दिनांक 6 फरवरी को प्रदेशभर के जिला एवं महानगर मुख्यालयों में भारतीय जीवन बीमा निगम एवं भारतीय स्टेट बैंक के कार्यालयों के सामने प्रदर्शन किया। राजधानी देहरादून में स्टेट बैंक मुख्यालय के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया गया। सोमवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण महारा के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता मुख्यालय के बाहर एकत्र हुए। वहां से एसबीआइ मुख्यालय तक बैंक मुख्यालय तक जुलूस निकाला। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि अडानी को एसबीआइ ने लोन दिया है और एलआइसी ने अपने पैसे इस ग्रुप की कंपनी में लगाए हैं। ऋषिकेश महानगर कांग्रेस कमेटी ने स्टेट बैंक के बाहर प्रदर्शन कर धरना दिया। उनका कहना था कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण देश की आम जनता की खून-पसीने की कमाई डूबने की कगार पर है। नैनीताल में भी कांग्रेसियों ने सरकार को घेरा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एसबीआई के सामने धरना प्रदर्शन कर जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने मामले में उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर जांच की मांग की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अडानी अमीरों की लिस्ट में 21वें स्थान पर खिसके
शेयरों में भारी गिरावट के बाद गौतम अडानी की नेटवर्थ 90 बिलियन डॉलर हो गई है। पिछले साल ये 150 बिलियन डॉलर के करीब थी। सोमवार को जारी हुई फोर्ब्स की अमीरों की रियल टाइम लिस्ट में अडानी 21वें स्थान पर आ गए हैं। शुक्रवार को वह 22वें स्थान पर खिसक गए थे। 27 फरवरी के पहले अडानी दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे और एशिया में पहले नंबर पर थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अडानी मामले में कांग्रेस ने PM से पूछे सवाल
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने रविवार को कहा- अडानी ग्रुप पर लगे गंभीर आरोपों के बीच मोदी सरकार ने चुप्पी साध रखी है। यह मिलीभगत का साफ इशारा है। PM ये कहकर नहीं बच सकते कि हम अडानी के हैं कौन। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर आज से हर दिन PM से तीन सवाल करेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये हैं सवाल
पहला सवाल: गौतम अडानी के भाई विनोद अडाणी पर पनामा पेपर्स और पेंडोरा पेपर्स में धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं, इस पर क्या कार्रवाई हुई?
दूसरा सवाल: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद गौतम अडाणी पर ED, CBI और इनकम टैक्स की ओर से क्या कार्रवाई की गई है?
तीसरा सवाल: सिर्फ अडानी ग्रुप को ही हवाई अड्डों और बंदरगाहों में एकाधिकार स्थापित करने की अनुमति दी गई, यह कैसे संभव है? (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एक रिपोर्ट ने दिया ग्रुप को झटका
अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी को आई एक रिपोर्ट में दावा किया था कि अडानी ग्रुप दशकों से खुल्लम-खुल्ला शेयरों में गड़बड़ी और अकाउंट धोखाधड़ी में शामिल रहा है। हालांकि अडानी ग्रुप ने इस रिपोर्ट को झूठ का पुलिंदा बताते हुए इसे भारत के खिलाफ साजिश करार दिया था। लेकिन इस रिपोर्ट के आने के बाद से ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई है। ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की नेटवर्थ में 50 अरब डॉलर की गिरावट आई है और वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में तीसरे से फिसलकर 21वें स्थान पर आ गए हैं।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।