एसजीआरआर पीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर वीए बौड़ाई को समारोह में दी गई विदाई

प्रोफेसर बौड़ाई 31अगस्त 2022 को महाविद्यालय में चालीस साल की सेवा के उपरान्त सेवानिवृत हो रहें हैं। उन्होंने सन 1983 को महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग में प्रवक्ता के पद पर अपनी सेवा शुरू की। सन 2006 में उनका चयन महाविद्यालय प्राचार्य के पद पर हुआ। महाविद्यालय प्राचार्य के पद पर आने के बाद उन्होंने महाविद्यालय में अकादमिक और शोध पर विशेष ध्यान देना शुरू किया। इसके परिणाम स्वरुप महाविद्यालय उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में नैक की ओर से ए ग्रेड पाने वाला कॉलेज बना। साथ ही महाविद्यालय में लगातार तीन बार नैक का मूल्यांकन संभव हो पाया। यूजीसी की ओर से महाविद्यालय को दो बार कॉलेज विथ पोटेनेंसियल फॉर एक्सीलेंस (CPE) स्टेटस प्रदान किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
विदाई समारोह में शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ राजबहादुर और महासचिव डॉ संदीप नेगी ने प्राचार्य को प्रशस्ति पत्र और बाबा केदारनाथजी का प्रतिरूप भेंट की। विदाई समारोह में प्राचार्य ने अपने सकुशल कार्यकाल की समाप्ति के लिये अपने प्रबंधतंत्र विशेषकर देवेंद्रदास महाराज, अपनी धर्मपत्नी आभा बौड़ाई के साथ ही साथियों और महाविद्यालय के ऊर्जावान शिक्षकों का ह्रदय से धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि उनकी धर्मपत्नी ने परिवार के लिए सरकारी नौकरी छोड़ दी थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर महाविद्यालय की उपप्राचार्या प्रोफेसर मधु डी सिंह, मेजर प्रदीप सिंह, चीफ प्रॉक्टर डॉ हर्षवर्धन पंत, निदेशक छात्रसंघ डॉ संदीप नेगी, डॉ पूनम शर्मा, डॉ एम के पुरोहित, डॉ संजय पड़लिया , डॉ विजय रावत, डॉ हरीश जोशी, डॉ राकेश ढोडियाल, डॉ अनुराधा वर्मा, डॉ ज्योति पाण्डेय, डॉ सुमंगल सिंह, डॉ दीपाली सिंघल, डॉ मनोज बलूनी, सहित अनेक शिक्षक उपस्थित रहें।

Bhanu Prakash
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।