Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

December 22, 2024

उत्तराखंड में आपदा से सात और लोगों की गई जान, केदारनाथ में भूस्खलन से 16 लोग लापता

उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तक बादल बरस रहे हैं। पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन से लोगों की जान आफत में बनी हुई है। बुधवार देर रात तक विभिन्न जगहों पर नौ लोगों की जान चली गई थी। वहीं, बृहस्पतिवार को प्रदेश में सात और लोगों की मौसम के कारण मौत हो गई। वहीं, दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक, केदारनाथ पैदल मार्ग पर बुधवार रात बादल फटने और भारी बारिश से हुए भूस्‍खलन में 16 लोगों के लापता होने की सूचना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वहीं, आज दो अगस्त के लिए मौसम विभाग ने उत्तरकाशी में तेज बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में येलो अलर्ट है। चमोली रुद्रप्रयाग देहरादून बागेश्‍वर व नैनीताल में गर्जन के साथ तेज बारिश हो सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

केदारनाथ में फंसे हैं एक हजार यात्री
केदारनाथ पैदल मार्ग पर बुधवार रात बादल फटने और भारी बारिश से हुए भूस्‍खलन में 16 लोगों के लापता होने की सूचना है। एक हजार यात्री अब भी केदारनाथ धाम में फंसे हुए हैं। भारी बारिश और बादल फटने से गौरीकुंड केदारनाथ पैदल मार्ग को भारी क्षति हुई है। मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से पैदल मार्ग पर रामबाड़ा में दो पुल और भीमबली में 25 मीटर रास्ता बह गया। इससे केदारनाथ धाम की यात्रा को रोक दिया गया है। साथ ही फंसे 4000 यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। 3300 को पैदल निकला है, जबकि 700 यात्रियों को हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया। वहीं, सोनप्रयाग गौरीकुंड से पांच लोग लापता हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

गुरुवार को भी सात और लोगों की गई जान
आपदा में बुधवार देर रात तक विभिन्न जगहों पर नौ लोगों की जान चली गई थी। वहीं, बृहस्पतिवार को प्रदेश में सात और लोगों की मौसम के कारण मौत हो गई। टिहरी के भिलंगना ब्लाक में ग्राम पंचायत जखन्याली के नौताड़ में बुधवार की रात बादल फटने से घायल हुए विपिन (30) की भी मौत हो गई, जबकि उनके माता-पिता भानुप्रसाद व नीलम की मौत बुधवार की रात ही हो गई थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

रुद्रप्रयाग जिला चिकित्सालय में एक व्यक्ति को मृत हालत में लाया गया था, जिसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। इससे पूर्व एसडीआरएफ ने भी एक अज्ञात शव को कालीमठ मोटर मार्ग पर विद्यापीठ के समीप नदी से बरामद किया।
दूसरी ओर, दिल्ली से सहस्रधारा घूमने आए दो युवकों इंद्रपाल और भूपिंदर राणा की अचानक नदी में प्रवाह बढ़ने के चलते मौत हो गई। उनके एक साथ ही बचा लिया गया है। उधर, देहरादून में डील फैक्ट्री के पास बहे दूसरे व्यक्ति अर्जुन सिंह राणा (52) निवासी रायपुर देहरादून का भी शव बरामद हो गया। वहीं, विकासनगर में सहसपुर थाना क्षेत्र के कैंचीवाला में आशीष कलूड़ा (34) की नाले में डूबने से मौत हो गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सीएम धामी ने लिया स्थिति का जायजा
सीएम पुष्कर सिंह धामी और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और तीर्थयात्रियों से बातचीत करते हुए उनका हौंसला बढ़ाया। प्रशासन ने यहां यात्रियों के लिए भोजन की भी व्यवस्था की है। बुधवार देर शाम साढ़े सात बजे से शुरू हुई तेज बारिश और रात साढ़े आठ बजे बिजली की तेज चमक और गर्जना के साथ लिनचोली से भीमबली के बीच बादल फट गया था। इससे गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वहीं, मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से रामबाड़ा में निर्मित दो हल्के पुल भी बह गए। भीमबली के पास करीब 25 मीटर रास्ता बह चुका है। भीमबली से जंगलचट्टी होते हुए गौरीकुंड तक भी पैदल मार्ग को काफी क्षति पहुंची है। वहीं, लिनचोली से केदारनाथ तक रास्ता कई जगहों पर अति संवेदनशील हो चुका है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

केदारनाथ पैदल मार्ग से लेकर सोनप्रयाग तक हुई व्यापक क्षति के बाद राहत व बचाव कार्य के लिए केंद्र से रेस्क्यू के लिए चिनूक हेलिकॉप्टर और एमआई-17 हेलिकॉप्टर भेजा गया है। साथ ही तीन टैंकर एटीएफ की मदद भी भेजी गई है। शुक्रवार से भारतीय सेना के चिनूक व एमआई-17 हेलिकॉप्टर से केदारनाथ में रुके यात्री वापस लाए जाएंगे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page