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April 8, 2025

सात माह के बच्चे ने जीती कोरोना से जंग, एक और संत की मौत, तीन दिन में तीन संत की गई जान

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण जिस गति से फैल रहा है, उसके साथ ही अच्छी और बुरी दोनों तरह की खबरें आ रही हैं।


उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण जिस गति से फैल रहा है, उसके साथ ही अच्छी और बुरी दोनों तरह की खबरें आ रही हैं। एक सात साल के बच्चे ने कोरोना से जंग जीतने में कामयाबी पाई, वहीं हरिद्वार में एक और संत की कोरोना से मौत हो गई। तीन दिन में लगातार तीन मौत से संत समाज भी डरा हुआ है। वहीं, हरिद्वार में कोरोना से अभी तक अलग-अलग अखाड़ों के कुल छह संत की मौत हो चुकी है। 600 से अधिक संत कोरोना संक्रमित हैं।
देहरादून में दून अस्पताल में सात माह का बच्चा आरव पंत पिछले कई दिनों से कोरोना संक्रमित था। उसे वेंटिलेटर में रखा हुआ था। आज इस बच्चे ने कोरोना से जंग जीत ली। साथ ही उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। परिजनों ने चिकित्सकों, स्टाफ नर्स आदि का धन्यवाद अदा किया।
निरंजीनी अखाड़े के संत की मौत
हरिद्वार में पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में गुरुवार को कोरोना संक्रमण के चलते महंत मनीष भारती की मौत हो गई। लगातार तीन दिन में कोरोना से तीसरे संत की मौत होने पर अखाड़े में शोक छा गया। हरिद्वार में कोरोना से अभी तक अलग-अलग अखाड़ों के कुल छह संत की मौत हो चुकी है। जबकि 600 से अधिक संत कोरोना संक्रमित हैं।
कुंभ में बैशाखी का शाही स्नान संपन्न होने के बाद से अखाड़ों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मंगलवार को अखाड़े के महंत राकेश पुरी और बुधवार को महंत लखन गिरि की मौत हो गई थी। गुरुवार को महंत मनीष गिरि की कोरोना से जान चली गई। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते तीसरे दिन महंत मनीष भारती ब्रह्मलीन हो गए हैं। बताया कि अखाड़े के सभी कोरोना संक्रमित संतों का चिकित्सकों की निगरानी में उपचार चल रहा है।
उत्तराखंड में 48318 एक्टिव केस
उत्तराखंड में कोरोना का कहर जारी है। उत्तराखंड में गुरुवार 29 अप्रैल को कोरोना के 6252 नए संक्रमित मिले और 85 लोगों की कोरोना से जान चली गई। वहीं, 3129 लोग स्वस्थ हुए और वर्तमान में कुल एक्टिव केस 48318 हो गए हैं। इससे पहले बुधवार 28 अप्रैल को 6954 नए संक्रमित मिले थे। वहीं, 108 लोगों की मौत हुई थी। ये दोनों ही आंकड़े अब तक के सर्वाधिक हैं। इसी माह अप्रैल में ये पांचवी बार है कि जब एक दिन में पांच हजार से ज्यादा संक्रमित मिले। वहीं, दूसरी बार छह हजार का आंकड़ा गुरुवार को पार हुआ। वहीं, टीकाकरण अभियान जारी है। गुरुवार को 518 केंद्र में 42136 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए।
मौत का आंकड़ा ढाई हजार के पार
अब उत्तराखंड में कुल संक्रमितों की संख्या 174867 हो गई है। इनमें 120350 लोग स्वस्थ हुए हैं। कुल मौत 2502 हुई है। गुरुवार को सर्वाधिक संक्रमित देहरादून में 2207 मिले। हरिद्वार में 1163, उधमसिंह नगर में 827, नैनीताल में 673, पौड़ी में 253, अल्मोड़ा में 198, उत्तरकाशी में 195, टिहरी में 163, रुद्रप्रयाग में 150, चंपावत में 157, चोली में 125, बागेश्वर में 107 संक्रमित मिले।
तीसरी बार मास्क न पहनने पर एक हजार रुपये जुर्माना
स्वास्थ्य सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडे के मुताबिक पहली बार मास्क न लगाने पर पांच सौ रुपये जुर्माना है। दूसरी बार सात सौ रुपये, तीसरी बार में एक हजार रुपये जुर्माना निर्धारित किया गया है। पहले दौ सौ, पांच सौ और एक हजार रुपये था। यही नहीं, मास्क को इधर उधर फेंकने पर पांच सौ रुपये जुर्माना है।
बढ़ाए जा रहे हैं कंटेनमेंट जोन
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच 219 स्थानों पर कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। यहां लॉकडाउन की स्थिति है। ऐसे स्थानों में सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक गतिविधियां प्रतिबंधित हैं। वहीं, लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। एक परिवार के एक सदस्य को आवश्यक वस्तु के लिए मोबाइल वेन तक जाने की अनुमति है। इन क्षेत्र में देहरादून में 52, हरिद्वार में 9, नैनीताल में 37, पौड़ी में 12, उत्तरकाशी में 35, उधमसिंह नगर में 43, चंपावत में 18, चमोली में तीन, टिहरी में 9, रुद्रप्रयाग में एक कंटेनमेंट जोन है।
कई शहरों में कर्फ्यू
देहरादून में देहरादून, मसूरी, विकासनगर, हरर्बटपुर, मसूरी, डोईवालाऔर ऋषिकेश, नैनीताल में हल्द्वानी, रामनगर और लालकुआं, पौड़ी में कोटद्वार, स्वर्गाश्रम व लक्ष्मणझूला, टिहरी के कई कस्बों, उधमसिंह नगर, चंपावत, हरिद्वार आदि में तीन मई तक कर्फ्यू है। ये तीन मई की सुबह तक के लिए कोविड कर्फ्यू लगा दिया गया है। यहां आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुलेंगी। अन्य स्थानों पर हर शाम सात बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू है। वहीं, कर्फ्यू के दौरान लोग बेवजह घरों से बाहर निकल रहे हैं।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

1 thought on “सात माह के बच्चे ने जीती कोरोना से जंग, एक और संत की मौत, तीन दिन में तीन संत की गई जान

  1. कुम्भ में कोरोना खूब फैला, गाँव गाँव व शहर शहर कोई मानने को तैयार नहीं न सरकार न मीडिया, बस लोग मर रहे हैं, मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री जुम्मेवार हैं व चुनाव आयोग भी.

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