कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं हरिद्वार के पूर्व विधायक अमरीश कुमार का निधन, कोरोना से भी हुए थे संक्रमित
उत्तराखंड में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक और अमरीश कुमार का निधन हो गया है। वह पिछले कई दिनों से वे बीमार थे। कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान वे कोरोना की चपेट में भी आए थे। उन्हें कोरोना की दूसरी लहर मैं कोरोना संक्रमण भी हो गया था। वहीं, उनके निधन पर हरिद्वार सांसद और पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने शोक जताया है। वह कराब 72 वर्ष के थे।
अमरीश कुमार को उत्तर प्रदेश विधान सभा में सर्वश्रेष्ठ विधायक का भी पुरस्कार मिला था। उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में भी हरिद्वार लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। उनके करीबी राजन मेहता ने बताया कि पूर्व विधायक काफी समय से बीमार चल रहे थे। लगभग दो महीने मैक्स अस्पताल में भर्ती रहे। मंगलवार देर रात उन्होंने आखिरी सांस ली। आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
हरिद्वार सांसद निशंक ने ट्वीट किया कि उनके निधन का समाचार सुनकर गहरा धक्का लगा है। वे उत्तर प्रदेश की विधानसभा से मेरे मित्र रहे। अनेक सामाजिक विषयों पर हमेशा हमारी चर्चा होती रही। वहां दलगत राजनीति को हमने कहीं आड़े नहीं आने दिया था। वे संसदीय ज्ञान के मर्मज्ञ थे। उनके निधन से निश्चित रूप में क्षति हुई है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें ।
हरिद्वार की सियासत का एक जाना-माना चेहरा
अंबरीश कुमार हरिद्वार की सियासत का एक जाना-माना चेहरा हैं। उनकी सक्रियता लगातार बनी रहती थी। वह चाहे किसी भी दल में रहें हों, लेकिन मुद्दों को लेकर मुखर रहे। 2011 में सपा छोड़कर फिर कांग्रेस में शामिल होने वाले अंबरीश ने एक साल बाद बगावत कर हरिद्वार विधानसभा से चुनाव लड़ा था। हरीश रावत के मुख्यमंत्री बनने पर अंबरीश फिर कांग्रेस में आ गए। उन्हें हरीश रावत का नजदीकी माना जाता था। आज वे हमारे बीच नहीं रहे। उनके निधन से राजनीतिक गलियारों में शोक है।
इंदिरा, राजीव और राहुल के नेतृत्व में लड़ चुके हैं चुनाव
हरिद्वार के अच्छे कपड़ा व्यापारी परिवार में जन्मे अंबरीश कुमार ने 1971 में तभी कांग्रेस जॉइन किया था जब पूरे देश में इंदिरा गांधी से प्रभावित होकर नौजवानों ने कांग्रेस का हाथ थामा था. सालभर के भीतर ही 1972 में वे हरिद्वार के यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बने. कांग्रेस के प्रति झुकाव उन्हें परिवार से विरासत में मिला था। कांग्रेस से शुरू हुआ उनका राजनीतिक सफर जनता दल और समाजवादी पार्टी होते हुए फिर से कांग्रेस में उन्हें ले आया। हरीश रावत के बाद वह उत्तराखंड कांग्रेस के ऐसे दूसरे नेता हैं, जिन्होंने इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और राहुल गांधी तीनों के नेतृत्व में चुनाव लड़ा है।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।