किसानों की आजीविका में सुधार के लिए मंथन को जुटेंगे वैज्ञानिक, हिमालयी राज्य के रोडमैप तैयार करने में देंगे सुझाव

हिमालयी राज्य के किसानों की आजीविका में सुधार के लिए मंथन को देहरादून में कृषि वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, विश्वविद्यालयों और विभिन्न विभागों की परामर्श बैठक का आयोजन 26 सितंबर को किया रहा है। इसमें चर्चा के दौरान आने वाले सुझावों से प्रदेश में कृषि में सुधार का रोडमैप तैयार करने में सहायता मिल सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आयोजन के राज्य सलाहकार डॉ. विनोद कुमार भट्ट ने बताया कि उत्तराखंड राज्य हितधारक परामर्श बैठक का आयोजन हिमालयन एग्रोईकोलोजी इनिशिएटिव, एलायंस ऑफ बायोवर्सिटी इंटरनेशनल तथा सीआईएटी (CIAT) नई दिल्ली, संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP), वर्ल्ड फ्यूचर काउंसिल (WFC) और आईएफओएएम् (IGOAM) IFAD और जर्मन कोऑपरेशन BMG के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि बैठक देहरादून के सहारनपुर रोड स्थित सब्जी मंडी के समीप होटल पर्ल ग्रैंड में होगी। यह समयोचित कवायद कृषि पारिस्थितिकी और सतत संसाधन प्रबंधन के लिए जर्मन-भारतीय लाइटहाउस पहल कार्यक्रम में भी योगदान करती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस बैठक में प्रदेश भर के कृषि, उद्यान, वानिकी, खाद्य, योजना, एवं विभिन्न विभागों के साथ साथ विश्वविद्यालयों, शोध संस्थानों के वैज्ञानिकों, शोध छात्रों, कृषक समुदायों, किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ), स्टार्टअप्स, उद्यमियों और प्रगतिशील किसानों आदि के लिए सीधे काम करने वाले विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय अनुसंधान संस्थानों की भागीदारी की उम्मीद है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि परामर्शदात्री बैठक इस बात पर ध्यान केंद्रित करेगी कि कृषि पारिस्थितिकी आधारित कृषि पद्धतियां खाद्य प्रणालियों को समग्र रूप से कैसे बदल सकती हैं। कैसे किसानों की आजीविका में सुधार कर सकती हैं। राज्य प्रशासन, वैज्ञानिक, वन अधिकारी, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग, महिला समूह, गैर सरकारी संगठन, एगोइकोलॉजिकल पहलों विशेष रूप से औद्योगिक संबंधों पर कार्यान्वयन रणनीतियों के लिए अपने मुद्दों, विचारों को प्रस्तुत करेंगे। साथ ही हिमालयी राज्य के भविष्य के लिए रोडमैप तैयार करने में सहायता प्रदान करेंगे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।