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November 22, 2024

रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने दी धमकी, एक स्वतंत्र देश के रूप में यूक्रेन के अस्तित्व को खतरा, जानिए युद्ध का अपडेट

रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन के ताजा बयान से यूक्रेन के एक स्वतंत्र देश के अस्तित्व पर भी खतरा मंडराने लगा है। पुतिन की यह धमकी ऐसे वक्त आई है, जब रूसी फौजों को यूक्रेनी सेना की ओर से कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है

रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन के ताजा बयान से यूक्रेन के एक स्वतंत्र देश के अस्तित्व पर भी खतरा मंडराने लगा है। पुतिन की यह धमकी ऐसे वक्त आई है, जब रूसी फौजों को यूक्रेनी सेना की ओर से कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है और उसकी अर्थव्यवस्था कड़े आर्थिक प्रतिबंधों के कारण लड़खड़ा रही है। रूस और यूक्रेन के बीच जारी घमासान युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। आर्थिक प्रतिबंधों के बीच वीजा और मास्‍टरकार्ड जैसी बड़ी कंपनियों ने रूस से अपना कारोबार समेटने का एलान कर दिया है। वहीं एक सप्‍ताह में दूसरी बार अमेरिका के राष्‍ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन के राष्‍ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्‍की से बातचीत की है। साथ ही पश्चिमी देशों की रूस के खिलाफ आक्रामक बयानबाजी लगातार जारी है।
पुतिन ने दी चेतावनी
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मौजूदा यूक्रेनी प्रशासन को यह समझना चाहिए कि वो जो कर रहे हैं, उसे लगातार करना जारी रखते हैं तो वो यूक्रेन के एक स्वतंत्र देश के अस्तित्व को ही खतरे में डाल रहे हैं। अगर ऐसा होता है तो वो ही पूरी तरह जिम्मेदार होंगे। इससे पहले पुतिन ने पश्चिमी देशों के आर्थिक प्रतिबंधों को युद्ध के ऐलान जैसा बताया था और यूक्रेन में नो फ्लाई जोन लागू करने का दुस्साहस करने पर यूरोपीय देशों को आगाह किया था। उन्होने कहा था कि इस कार्रवाई को युद्ध में शामिल होना माना जाएगा।
रूस ने यूक्रेन के मारियुपोल को चौतरफा घेरा
यूक्रेन के मारियुपोल शहर को रूस ने चौतरफा घेर रखा है। वहां की 4 लाख की आबादी को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारतीय समयानुसार करीब 3।30 बजे संघर्ष विराम भी किया। जो करीब 9 घंटे तक लागू रहेगा। इस दौरान किसी भी प्रकार की गोलाबारी दोनों पक्षों की ओर से नहीं होगी। ऐसी ही एक योजना शनिवार को कुछ अन्य शहरों के लिए भी बनाई गई थी, लेकिन यूक्रेन ने रूस पर संघर्ष विराम को तोड़ने का आरोप लगाया था।
कार्ड पेमेंट ने रूस में कामकाज बंद करने का किया एलान
कार्ड पेमेंट दिग्‍गज वीजा और मास्‍टरकार्ड ने रूस में अपना कामकाज बंद करने का एलान किया है। मास्‍टरकार्ड ने कहा कि उसने मौजूदा संघर्ष और अनिश्चित माहौल को देखते हुए रूस में नेटवर्क सेवाओं को निलंबित करने का निर्णय लिया है। साथ ही वीजा ने इसे तुरंत प्रभावी बताया और कहा कि यह आगामी दिनों में सभी वीजा लेनदेन को रोकने के लिए रूस के भीतर अपने ग्राहकों और भागीदारों के साथ काम करेगा। ।
अमेरिका के राष्ट्रपति ने जेलेंस्की से की बात, ब्रिटेन करेगा ये प्रयास
अमेरिकी के राष्‍ट्रपति जो बाइडेन ने शनिवार को यूक्रेन के राष्‍ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्‍की के साथ बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच सुरक्षा और आर्थिक मदद को लेकर बातचीत हुई। इस सप्‍ताह दोनों नेताओं के बीच दूसरी बार बातचीत हुई है। इस बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को असफल बनाने के लिए अंतरराष्‍ट्रीय कार्य योजना शुरू करने जा रहे हैं। उनके कार्यालय के मुताबिक, इसके तहत अगले सप्ताह राजनयिक बैठकें होंगी। मास्को के विनाशकारी युद्ध को समाप्त करने के लिए जॉनसन नए और ठोस प्रयास करने के लिए अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय को एकजुट करने की कोशिश करेंगे, जिसके लिए छह-सूत्रीय कार्य योजना के बारे में आज विस्‍तार से बताएंगे।
रूस के साथ रचनात्मक बातचीत
यूक्रेन के एक वार्ताकार ने कहा कि रूस के साथ रचनात्मक बातचीत होने लगी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्‍की के सलाहकार मायखाइलो पोडोलीक ने कहा कि उन्होंने रूस के दृष्टिकोण में आए बदलाव पर ध्यान दिया है, उसे युद्ध की वास्तविक कीमत का अहसास हो चुका है। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने पोलैंड-यूक्रेन सीमा पर पत्रकारों के एक समूह से बातचीत में कहा कि हमारी सबसे बड़ी मांग लड़ाकू विमानों और वायु रक्षा प्रणालियों की है। उन्‍होंने अपने अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन के साथ मुलाकात के बाद कहा कि अगर हम आसमान खो देते हैं तो जमीन पर और खून बहेगा।
इजराइल के पीएम ने रूस के राष्ट्रपति से की बात
ब्रिटेन ने कहा कि यूक्रेन के मारियुपोल शहर में रूस का सीजफायर का प्रस्‍ताव अपनी सेना को हमले के लिए नए सिरे से तैयार करने का मौका है। इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने यूक्रेन संकट पर चर्चा के लिए क्रेमलिन में रूस के राष्‍ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की है। इसके बाद उन्‍होंने यूक्रेन के राष्‍ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्‍की से फोन पर बातचीत की।
यूक्रेन ने किया ये दावा
यूक्रेन ने रविवार को दावा किया कि पुतिन के हमले के ऐलान के बाद से करीब 11 हजार रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं। रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला बोला था। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के प्रमुख ने कहा है कि रूस के हमले के बाद यूक्रेन छोड़ने वाले शरणार्थियों की संख्‍या सप्‍ताह के आखिर तक 13 लाख से बढ़कर 15 लाख हो सकती है।
रूस का दावा, चेर्नोबल में एटम बम बना रहा था यूक्रेन
रूस ने पड़ोसी मुल्क पर हमले के बीच आरोप लगाया है कि यूक्रेन चेर्नोबिल में एटम बम बनाने में जुटा था। यूक्रेन पर हमले के ठीक पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने शिकायतों का पुलिंदा खोलते हुए कहा था कि यूक्रेन सोवियत संघ के दौर की तकनीकी जानकारी का इस्तेमाल करते हुए परमाणु हथियार बनाने की तैयारी में जुटा था। रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, रूस का कहना है कि यूक्रेनी सरकार चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र में न्यूक्लियर वेपन बनाने में जुटी थी। रूस का दावा है कि यूक्रेन प्लूटोनियम आधारित परमाणु हथियार विकसित करने की कोशिश कर रहा है। रूसी मीडिया ने इन्हीं आरोपों को हवा देते हुए रविवार को अज्ञात स्रोतों के हवाले से खबर दी कि यूक्रेन प्लूटोनियम आधारित डर्टी बम परमाणु हथियार तैयार कर रहा था। हालांकि इन आरोपों को लेकर कोई भी साक्ष्य पेश नहीं किए गए।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन का कहना है कि वो यूक्रेन का असैन्यीकरण (महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठानों और हथियारों को नष्ट करना), वहां नाजीवाद को खत्म करने और कीव को यूरोप के सैन्य संगठन नाटो में शामिल होने से रोकने के लिए ये सैन्य कार्रवाई कर रहा है। पश्चिमी देशों ने रूस के आरोपों को बहानेबाजी करार दिया है और उस पर कठोर आर्थिक प्रतिबंध लागू किए हैं। साथ ही यूक्रेन को सैन्य मदद देने का भी ऐलान किया है।
रूस की तास, आरआईए और इंटरफैक्स न्यूज एजेंसी ने एक सक्षम निकाय के प्रतिनिधि के हवाले से रविवार को ये जानकारी दी। इसमें कहा गया है कि यूक्रेन वर्ष 2000 में बंद किए जा चुके चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र में एटमी हथियार का विकास करने में जुटा था। हालांकि यूक्रेन सरकार पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि उसका परमाणु क्लब में फिर से शामिल होने का कोई इरादा नहीं है। उसने सोवियत संघ के विघटन के बाद 1994 में अपने परमाणु हथियारों का त्याग कर दिया था।
आर्थिक प्रतिबंधों का दिखने लगा है रूस पर असर
रूस पर अमेरिका और यूरोपीय देशों के आर्थिक प्रतिबंधों का असर दिखने लगा है। बैंकों में कामकाज प्रभावित होने, एटीएम में लंबी लाइनों के बाद अब दुकानों में खाद्य सामग्रियों की खरीद की सीमा तय कर दी गई है। रूस में रिटेल दुकानों ने आवश्यक खाद्य सामग्री की कालाबाजारी की संभावनाओं को रोकने और सभी वस्तुओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए फूड पैकेटों का कोटा तय करने का निर्णय़ लिया है। इससे संकेत मिल रहे हैं कि यूक्रेन पर हमले के बाद लगी आर्थिक पाबंदियों की मार देश पर पड़ने लगी है। रूस के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय का कहना है कि पिछले हफ्ते देखा गया कि तमाम आवश्यक खाद्य वस्तुओं को बड़े पैमाने पर खरीद लिया गया, जो कि निजी जरूरतों के हिसाब से काफी ज्यादा था। मंत्रालय ने कहा कि इस कारण उद्योग संगठनों के खुदरा विक्रेताओं ने पेशकश की है कि जरूरी सामान की खरीद का एक कोटा खरीदारों के लिए तय कर दिया जाए।
उद्योग और कृषि मंत्रालय ने भी इस पहल का समर्थन का किया है। इसमें यह भी कहा गया है कि उद्योग संगठन खुद इस नीति का खाका तय कर इसे लागू करेंगे। रूस में आवश्यक खाद्य वस्तुओं के दाम सरकार खुद तय करती है, इसमें ब्रेड, चावल, आटा, अंडा, कुछ मांसाहारी और डेयरी उत्पाद भी इसमें शामिल हैं।
रुबल को मजबूती देने का प्रयास
आर्थिक प्रतिबंधों से लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था को बचाने और गिरती मुद्रा रुबल को मजबूती देने के लिए रूस के केंद्रीय बैंक ने हाल में अप्रत्याशित तौर पर कई बड़े कदम उठाए हैं। इसमें पूंजी निकासी पर नियंत्रण जैसे कठोर उपाय शामिल हैं। रूबल में ऐतिहासिक गिरावट ने 1990 के दशक में रूसी करेंसी को लगे झटके की यादें ताजा कर दी हैं। तब रूबल में ऐतिहासिक गिरावट और भारी महंगाई के कारण लोगों की लाखों की बचत कौड़ियों में बदलते देर नहीं लगी थी।
भारतीय दूतावास ने जारी किए गूगल फॉर्म
यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने आज वहां फंसे गए सभी भारतीय नागरिकों से मोबाइल नंबर और स्थान का विवरण के साथ “तत्काल” संपर्क करने को कहा है। दूतावास ने इसके लिए गूगल फॉर्म भी जारी किया है। दूतावास के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट ने एक Google फॉर्म पोस्ट किया है। इसमें नाम, पासपोर्ट नंबर और वर्तमान स्थान जैसे बुनियादी विवरण मांगे गए हैं।
भारत ऑपरेशन गंगा के तहत लगातार भारतीयों को वहां से निकाल रहा है और स्वदेश वापसी करा रहा है। अब तक 13000 से ज्यादा भारतीयों की यूक्रेन के आसपास की देशों से वापसी कराई जा चुकी है। हंगरी स्थित भारतीय दूतावास ने भी आज एक अहम ऐलान करते हुए कहा है कि ऑपरेशन गंगा की आज आखिरी सीरिज की उड़ान है, इसलिए वहां फंसे रह गए लोग आज स्थानीय समायनुसार सुबह 10 बजे से 12 बजे के बीच बुडापेस्ट, हंगारिया सिटी या राकोज़ी यूटी 90 पहुंचें।
बता दें कि यूक्रेन पर रूस के हमले का आज 11वां दिन है। ब्रिटिश सैन्य खुफिया विभाग ने रविवार को कहा कि रूसी सेना यूक्रेन में आबादी वाले क्षेत्रों को निशाना बना रही है लेकिन प्रतिरोध की ताकत रूसी सैनिकों की चाल धीमा कर रही है। ब्रिटिश सैन्य खुफिया विभाग ने एक अद्यतन रिपोर्ट में कहा है कि रूस ने खार्किव, चेर्निहाइव और मारियुपोल सहित कई स्थानों पर आबादी वाले क्षेत्रों को लक्षित करके जवाब दिया है।

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