उत्तराखंड में नियम, कायदे कानून और संविधान सब ताक पर: गरिमा मेहरा दसौनी

उत्तराखंड में सरकारी नौकरी भर्ती परीक्षा के पेपर लीक के मामले में सुर्खियों में रहे लोकसेवा आयोग को लेकर उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने राज्य की धामी सरकार की घेराबंदी की। दसौनी ने कहा कि आज उत्तराखंड राज्य की हालत अनाथों जैसी हो गई है। ना ही कोई नियम है, ना कोई कानून और ना ही संविधान है। जिसकी जो मर्जी आ रही है, वह कर रहा है। पेपर लीक प्रकरण से सुर्खियों में आए लोक सेवा आयोग एक बार पुनः चर्चाओं में है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि आयोग के मौजूदा कार्यवाहक अध्यक्ष जगमोहन सिंह राणा का कार्यकाल बीते रोज यानी 26 अक्टूबर 2023को समाप्त हो गया था। बावजूद इसके जगमोहन सिंह राणा 27 अक्टूबर को भी अपने कार्यलय में बैठकर कामकाज निपटाते नजर आए। दसौनी ने बताया कि शासन स्तर पर आयोग के अध्यक्ष या सदस्य के कार्यकाल के विस्तार का कोई प्रावधान नहीं है। इसके बाद भी जगमोहन सिंह राणा का अपनी कुर्सी पर बैठ कर काम निपटाना कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने बताया की इस बाबत जब राणाजी से बात की गई तो उन्होंने इस मामले में शासन से बात करने की बात कही। उन्होंने कहा कि उनके पास शासन से किसी तरह की कोई चिट्ठी नहीं आई है। इस पूरे प्रकरण पर गरिमा ने अंदेशा जताते हुए कहा की कहीं लोक सेवा आयोग में सरकार और जगमोहन राणा के कोई ऐसे राज़ तो नहीं, जिन्हें दफन करने में वक्त लग रहा हो। दसौनी ने कहा जवाब तो सरकार को देना होगा कि कार्यकाल समाप्ति के बावजूद भी आयोग के अध्यक्ष ड्यूटी पर क्यों दिखाई दे रहे हैं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।