प्रशिक्षण में दी कोरोना नियमों की जानकारी, फोटो खिंचवाते समय भूले नियम
कोरोना के तीन नियम दो गज की शारीरिक दूरी, नाक व मुंह को मास्क से ढकना और हाथों को बार-बार धोना। इन नियमों की बात हर कोई कर रहा है, लेकिन जब फोटो खिंचवाने का वक्त आता है तो ये नियम हवा हो रहे हैं।
हर दिन कहीं न कहीं ऐसे उदाहरण मिल जाएंगे। इसी तरह की फोटो व वीडियो देखकर पीएम को सातवीं बार कोरोना को लेकर देश के लोगों को संबोधित करना पड़ा। उन्होंने नियम समझाए, लेकिन अभी और जागरूकता की जरूरत है।
उत्तराखंड में उत्तरकाशी के वार्ड नंबर 11 ज्ञानसू में भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) की ओर से महिलाओं का दस दिवसीय प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके समापन की जो तस्वीर आई, उसमें न तो शारीरिक दूरी ही नजर आ रही है और न ही सभी महिलाओं के मुंह व नाक मास्क से ढके हैं।
समापन पर मुख्य अतिथि एवं एआइएम संस्था की संस्थापक कुसुम बहुगुणा ने सभी महिलाओं को प्रमाण पत्र वितरित किए। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के बाद महिलाएं पापड, अचार एंव मसाला मैकिग को अपनाकर स्वरोजगार को अपना सकती हैं। प्रशिक्षण में 29 महिलाओं और एक पुरुष ने भागीदारी निभाई।
एसबीआई आरसेटी के निदेशक प्रमोद कुमार ने पापड अचार एंव मसाला मैकिग को स्वरोजगार के रुप में अपनाकर आर्थिक स्तर में सुधार लाने के लिये प्रेरित किया।साथ ही कोविड-19 के इस दोर में एक दूसरे से सामाजिक दूरी, मास्क एंव सेनिटाइजर का प्रयोग करने की सलाह दी।
समापन के अवसर पर संस्थान के प्रशिक्षण समन्वयक नैना राणा, AIM संस्था के संस्थापक केएन. बहुगुणा, प्रशिक्षण के मूल्यांकनकर्ता ओपी एस कंडारी, आशीष चौहान ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण का अधिक से अधिक लाभ उठाने को प्रेरित किया।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।