Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

November 11, 2024

उत्तरकाशी में टनल में रेस्क्यू जारी, ढाई फिट के पाइप से बाहर निकाले जाएंगे श्रमिक

उत्तराखंड में एक टनल के अंदर फंसे 40 मजदूरों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में रविवार 12 नवंबर की सुबह लगभग पांच बजे एक निर्माणाधीण टनल का आंशिक हिस्सा टूट गया। इसके बाद से टनल के अंदर फंसे मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार चलाया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इसके तहत रेस्क्यू टीम ने 200 मीटर के क्षेत्र में गिरी चट्टानों को काटकर हटाने का काम शुरू कर दिया है। रेस्क्यू टीम फंसे हुए श्रमिकों तक पहुंचने और उन्हें बाहर निकालने के लिए रास्ता बनाने की कोशिश कर रही है। यह दूरी लगभग 40 मीटर है। अधिकारियों ने कहा कि टनल को ब्लॉक करने वाले लगभग 21 मीटर स्लैब को हटा दिया गया है और 19 मीटर मार्ग को साफ किया जाना बाकी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बताया कि देहरादून से बोरिंग के लिए ऑगर मशीन मंगा ली गई है। इससे बोरिंग कर ढाई फीट व्यास का पाइप डाला जाएगा। इस पर काम शुरू हो चुका है। सिलक्यारा सुरंग के भूधंसाव से अवरुद्ध हिस्से में 900 एमएम व्यास के एमएस पाइप ऑगर ड्रिलिंग मशीन से डाले जाएंगे। ये पाइप करीब 40 मीटर हिस्से में डाले जाने हैं। भूस्खलन के दायरे के अनुसार इनकी लंबाई भी बढ़ सकती है। इस पाइप के जरिये सभी मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा। इस काम में एक से दो दिन का समय लग सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सुरंग में फंसे मजदूरों को भेजा गया खाना
पाइप के जरिये ही श्रमिकों से उनका हालचाल जाना है। उन्हें दवाई के लिए भी पूछा है। श्रमिकों ने कहा कि वह सही है। इसलिए कोई दवाई नहीं भेजी गई। श्रमिकों ने खाना मांगा तो उन्हें चने आदि भेजे गए। जल्दी से जल्दी मलबा हटाने का कार्य किया जा रहा है। मलबा हटाने का कार्य श्रमिक ही कर रहे हैं। श्रमिकों को सुरंग के अंदर काम करने का अच्छा अनुभव होता है।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page