जाने माने पत्रकार एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य चंदन मित्रा का निधन

राज्यसभा के पूर्व सांसद और पत्रकार चंदन मित्रा का कल देर रात राजधानी दिल्ली में निधन हो गया। उनके बेटे कुशान मित्रा ने इस बात की जानकारी दी है। मित्रा पायनियर के संपादक भी रहे। चंदन मित्रा बीजेपी के कोटे से राज्यसभा पहुंचे थे, लेकिन साल 2018 में उन्होंने बीजेपी छोड़कर ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी। चंदन मित्रा के निधन पर कई बड़े नेताओं ने शोक जताया है।
चंदन मित्रा पायोनीर के एडिटर इन चीफ और मैनेजिंग डायरेक्टर थे। बीजेपी के राज्यसभा सांसद स्वप्न दासगुप्ता ने भी चंदन मित्रा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। मित्रा 65 साल के थे और कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उनके बेटे कुशान मित्रा ने ट्वीट किया कि-चूंकि वह पहले से ही बाहर हैं, पिताजी का कल देर रात निधन हो गया। वह कुछ समय से बीमार थे।
पूर्व राज्यसभा सांसद चंदन मित्रा ने इसी साल जून में अंग्रेजी दैनिक ‘द पायोनियर’ के प्रिंटर और प्रकाशक के रूप में इस्तीफा दे दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है और उन्हें श्रद्धांजलि दी है। पीएम ने ट्वीट किया कि- श्री चंदन मित्रा जी को उनकी बुद्धि और अंतर्दृष्टि के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने मीडिया के साथ-साथ राजनीति की दुनिया में भी अपनी पहचान बनाई। उनके निधन से आहत हूं। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ सदस्य राम माधव ने भी दिवंगत नेता को एक अच्छे दोस्त के रूप में याद किया और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। चंदन मित्रा ने 2018 में भाजपा छोड़ दी थी और ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली उस तृणमूल कांग्रेस के साथ हो लिए थे। जिस पार्टी को उन्होंने कभी बंगाल में “आतंक का शासन” करने के लिए दोषी ठहराया था। उन्होंने उस समय बताया था कि उन्होंने राज्य की “बेहतरी” के लिए यह रास्ता चुना है। स्टेफ़ैनियन फेलो और कॉलेज के सीनियर रहे कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कॉलेज चुनाव के दौरान चंदन मित्रा के कैम्पेन मैनेजर के रूप में उनके काम को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है।




