सरकार के दावों की हकीकतः उत्तराखंड में बेरोजगारों को झटका, 4200 से ज्यादा पदों के लिए आठ भर्ती परीक्षाओं पर रोक
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4200 से अधिक पदों पर होने वाली भर्ती परीक्षाओं पर रोक
पेपर लीक प्रकरण में विवादों से घिरे अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने समूह-ग के करीब 4200 पदों पर होने वाली आठ भर्ती परीक्षाओं पर रोक लगा दी है। आयोग में आठ महीने से परीक्षा नियंत्रक की कुर्सी खाली है। हाली ही में इस्तीफा देने से पहले नाराज आयोग अध्यक्ष एस राजू ने आगामी भर्तियों की आठ परीक्षाओं पर रोक का पत्र शासन को भेजा है। तीन लाख से ज्यादा बेरोजगार इन भर्तियों के इंतजार में हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गड़बड़ी का खुलासा होने पर आयोग अध्यक्ष ने दिया था इस्तीफा
हाल ही में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष एस राजू ने अपने पद से त्यागपत्र दिया था। उन्होंने कहा था कि आयोग की पिछले महीने और परीक्षाओं को लेकर गड़बड़ी के मामले सामने आए। इसकी वह नैतिक जिम्मेदारी लेते है। उन्होंने कहा कि मेरा किसी नेता से रिश्ता नहीं है। मैं मानता हूं कैंडिडेट्स को परेशानी हुई है। बता दें कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पहले चेयरमैन रहे डा आरबीएस रावत ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया था। वे डेढ़ साल तक आयोग के चेयरमैन रहे। उन्होंने प्रदेश में पूर्व पीसीसीएफ की जिम्मेदारी संभाली थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए) (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है पूरा मामला
उत्तराखंड राज्य बेरोजगार संघ के प्रतिनिधिमंडल ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से चार और पांच दिसंबर 2021 को की स्नातक स्तर की भर्ती परीक्षा में हुई अनियमितता के संबंध में मुख्यमंत्री धामी को ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने डीजीपी अशोक कुमार को परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जांच के आदेश जारी किए थे। इस मामले में थाना रायपुर में मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले की जांच उत्तराखंड एसटीएफ (STF) कर रही है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तर की परीक्षा के पेपर लीक मामले में उत्तराखंड एसटीएफ (STF) अब तक तीन न्यायिक कर्मचारी, एक पुलिस कर्मचारी और दो उपनल कर्मियों सहित 13 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले में एक आरोपी से 37.10 लाख रूपये कैश बरामद हुआ। जो उसके द्वारा विभिन्न छात्रों से लिया गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
परीक्षा नियंत्रक ही नहीं कैसे होंगी परीक्षाएं
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सरकार ने 20 हजार पदों पर भर्तियों का लक्ष्य रखा था। इस लक्ष्य के सापेक्ष समूह-ग के करीब 4200 पदों के लिए अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने विज्ञप्तियां निकाली थीं। सभी की आवेदन प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। वन विभाग, पुलिस, राजस्व विभाग, ऊर्जा निगमों सहित विभिन्न विभागों की इन भर्तियों की जिम्मेदारी निभाने के लिए आयोग के पास परीक्षा नियंत्रक नहीं है। दिसंबर में परीक्षा नियंत्रक नारायण सिंह डांगी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। कामचलाऊ व्यवस्था के तहत फिलहाल सचिव के पास ही परीक्षा नियंत्रक की भी जिम्मेदारी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तीन लाख से ज्यादा युवाओं की उम्मीदों को झटका
पटवारी, लेखपाल, पुलिस कांस्टेबल, फोरेस्ट गार्ड, लैब असिस्टेंट, जेई, गन्ना पर्यवेक्षक सहित 4245 पदों पर होने वाली आठ भर्ती परीक्षाओं पर फिलहाल रोक लगा दी है। इस्तीफा देने से पहले नाराज अध्यक्ष एस राजू ने आगामी भर्तियों की आठ परीक्षाओं पर रोक का पत्र शासन को भेजा था। पत्र में उन्होंने कहा है कि इन भर्तियों को करने के लिए उसके पास पिछले आठ महीने से परीक्षा नियंत्रक नहीं है। जब तक शासन परीक्षा नियंत्रक तैनात नहीं करता है तब तक परीक्षाएं नहीं हो पाएंगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये प्रमुख भर्तियां लटकीं
फॉरेस्ट गार्ड भर्ती- 894 पद
पटवारी-लेखपाल भर्ती- 520 पद
पुलिस कांस्टेबल भर्ती- 1521 पद
सब इंस्पेक्टर भर्ती- 272 पद
लैब असिस्टेंट भर्ती – 200 पद
सहायक लेखाकार रि-एग्जाम- 662 पद
उत्तराखंड जेई भर्ती – 76 पद
गन्ना पर्यवेक्षक भर्ती- 100 पद
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।