पांच साल की बच्ची से दुष्कर्म, पंचों ने पांच उठक बैठक लगाकर आरोपी को छोड़ा, गुजरात में तो सरकार ने छोड़ा था दोषियों को
गुजरात में रेप, हत्या के कई दोषियों की सजा माफ कर सरकार ने उन्हें जेल से बाहर कर दिया था। इस घटना की देशभर में आलोचना हुई। अब एक ऐसी घटना सामने आई जिसे सुनकर हर कोई हैरत में पड़ जाएगा। एक पांच साल की बच्ची के साथ रेप के आरोपी को सिर्फ पांच उठक बैठक लगवाकर मामले को रफा दफा कर दिया गया। इस घटना की वीडियो वायरल होने पर अब पुलिस एक्शन की बात कर रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)घटना बिहार के नवादा जिले की है। यहां बच्ची के साथ हैवानियत करने जैसे जघन्य अपराध की सजा चंद बैठक से पूरी हो गई। इस मामले का वीडियो वायरल होने के बाद इस घटना को लेकर पुलिस एक्शन में आई है। घटना नवादा जिले के अकबरपुर प्रखंड के कनौज गांव की है। जहां 5 वर्षीय मासूम के साथ हैवानियत करने वाले कुकर्मी को कथित पंचों ने महज कुछ उठक-बैठक करा कर निर्दोष होने का सर्टिफिकेट दे दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आरोपी का नाम अरुण पंडित बताया जा रहा है, जो गांव में ही मुर्गी फार्म चलाता है। बताया जा रहा है कि आरोपी ने मुर्गी फॉर्म में ही बच्ची के साथ हैवानियत की, वहीं, मामले को रफा दफा करने की कड़ी निंदा की जा रही है। पंचायत के वायरल वीडियो में दिख रहा है कि काफी संख्या में लोग बैठे हुए हैं और शॉल ओढ़े एक आदमी उठक-बैठक कर रहा है। पांच दफा उठक बैठक करने के बाद उसकी सजा पूरी हो गई और उसे छोड़ दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस घटना की चौतरफा निंदा हो रही है। कहा जा रहा है कि पांच वर्षीय मासूम के साथ गंदा काम करने वाले के लिए पोक्सो कानून है। उम्रकैद तक सजा का प्रावधान है। बताया जा रहा है कि अकबरपुर प्रखंड क्षेत्र के एक गांव में 21 नवंबर को एक पांच साल की बच्ची को फुसलाकर आरोपी अपने मुर्गी फार्म पर ले गया। जहां उसने ये घृणित काम किया। बाद में बच्ची के परिजनों ने घर पहुंचकर मामले की जानकारी परिजनों को दी। जब परिजनों ने पुलिस में केस दर्ज करवाने की बात कही तो गांव में ही मामले को दबाने का प्रयास किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इतनी बड़ी घटना को दबाने के लिए एक पूर्व मुखिया को जिम्मेदार बताया जा रहा है। बताया जाता है कि जैसे ही आरोपी के खिलाफ मामला उजागर हुआ तो आरोपी पूर्व मुखिया के पास मदद मांगने चला गया। पूर्व मुखिया ने पंचायत बिठा दी और उठक-बैठकर करा कर आरोपी को दोषमुक्त कर दिया गया। साथ ही लोकलाज का भय दिखाकर पीड़ित परिवार को शांत कर दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गुजरात में सरकार ने रिहा किया था आरोपियों को
गौरतलब है कि गुजरात के गोधरा में उम्र कैद की सजा काट रहे 11 दोषियों को 15 अगस्त को रिहा कर दिया गया था। ये सभी बिलकिस बानो से सामूहिक दुष्कर्म और उनके परिवार के सात लोगों की हत्या के मामले में सजा काट रहे थे। दोषियों की रिहाई के बाद बिलकिस बानो और उनके परिवार ने इस फैसले पर निराशा जताई। साथ ही देशभर से इसके खिलाफ आवाज भी उठाई गई थी।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




