राजप्लाजा के व्यापारियों ने एमडीडीए पर लगाया परेशान करने का आरोप, विधायक को मंत्री पर भरोसा

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में राजपुर रोड स्थित राजप्लाजा के व्यापारियों ने मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) पर दुकानदारों के उत्पीड़न का आरोप लगाया। उत्तराखंड प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में राजप्लाजा शॉपकीपर वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि प्राधिकरण की ओर से बार बार नोटिस भेजकर दुकानदारों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने स्थानीय विधायक और कैबिनेट मंत्री पर समस्या के समाधान का भरोसा जताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक नारंग, प्रवक्ता अमरजीत सिंह ने बताया कि विगत 27-28 वर्ष पहले राजप्लाजा कॉम्प्लेक्स देहरादून वजूद में आया और व्यापारिक प्रतिष्ठा के रूप में बहुत से दुकानदार अपना छोटा-छोटा व्यापार कर आमजन को आवश्यक वस्तुएं मुहैया करा कर अपने परिवारों का पालन पोषण कर रहे हैं। साथ ही राज्य सरकार को राजस्व और युवाओं को रोजगार प्रदान करने का कार्य कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि पूर्व में राजप्लाजा परिसर को समय समय पर एमडीडीए की ओर से पार्किंग की व्यवस्था तथा साफ सफाई की व्यवस्था को लेकर ही आपत्ति जताई गई। इसको समय-समय पर दुकानदार एसोसिशन की ओर से उसका निस्तारण कर दिया गया। इसी बीच किसी व्यक्ति की शिकायत पर 28 जून 2022 में एमडीए की ओर से दुकानदारों को नोटिस दिया गया। इसमें कहा गया कि राज प्लाजा के ग्राउंड फ्लोर स्थल पर बेसमेंट पार्किंग के स्वीकृत मानचित्र में दर्शाए गये स्टोर के स्थान पर दुकानों का अवैध निर्माण किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसे लेकर दुकानदारों ने स्पष्टीकरण का जवाब भी दे दिया। क्योंकि पार्किंग की व्यवस्था बाहर भी है। इसमें वाहनों के लिए पर्याप्त व्यवस्था है। इसके बाद 25 जुलाई 2024 को पुनः एक नोटिस दिया जाता है। इसकी फिर पुनः तारीख 14 अगस्त की दी जाती है। इसमें कहा जाता है लोअर ग्राउंड फ्लोर पर स्टोर/दुकान अवैध निर्माण है, जिसके कारण पार्किंग की समस्या उत्पन्न हो रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि हकीकत यह है परिसर में द्वितीय फ्लोर की ग्राहकों का आवागमन ना के बराबर है। मुख्य कारोबार केवल ग्राउंड तथा प्रथम तल पर ही संचालित किया जाता है। ऊपर की बहुत सी दुकानें खाली हैं। यह केवल ऑफिस के उपयोग में लाई जा रही हैं। इसी प्रकार लोअर ग्राउंड पर व्यापार ना के बराबर है, लोअर ग्राउंड फ्लोर पर केवल छोटे व्यापारी हैं। इस स्थान का उपयोग स्टोर/दुकान का प्रयोग अपने भंडारण तथा अपने व्यावसायिक ऑफिस बैठक के लिए किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि राज प्लाजा कांप्लेक्स की समस्या और लगातार प्राप्त हो रहे नोटिस को लेकर पिछले दिनों एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने राजपुर विधायक खजान दास से अपनी पीड़ा के बारे में जिक्र किया और विस्तार से जमीनी स्थिति से अवगत कराया। इसके साथ ही शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से मुलाकात कर उन्हें भी अपनी परेशानियों और लगातार उत्पन्न हो रही समस्याओं से अवगत कराया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि प्रेमचंद अग्रवाल ने तुरंत एमडीडीए के संबंधित अधिकारी से टेलीफोन से चर्चा कर राज प्लाजा कांप्लेक्स की समस्या का निस्तारण करने के निर्देश देते हुए कहा कि दुकानदारों की समस्या का जल्द से जल्द निस्तारण करें। साथ ही राजपुर विधायक खजाना दास ने स्वयं 13 अगस्त को एमडीडीए के अधिकारियों के साथ राज प्लाजा परिसर में पहुंचकर मौका मुआयना कर स्थाई निस्तारण का आश्वासन दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने मीडिया से अनुरोध किया कि भविष्य में राज प्लाजा की खबर को प्रकाशित करने से पूर्व एक बार राज प्लाजा कांप्लेक्स शॉपकीपर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अथवा किसी जिम्मेदार पदाधिकारी का पक्ष भी लिया जाए। ताकि आमजन और प्रशासन में भ्रम की स्थिति उत्पन्न ना हो। उन्होंने प्रशासन और एमडीडीए से अनुरोध किया कि दुकानदारों की समस्याओं का समाधान किया जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दी ये जानकारी
-राज प्लाजा कॉम्प्लेक्स राजपुर रोड, उत्तराखंड राज्य बनने से पूर्व 1997 से वजूद में आया है। इसके बिल्डर “गर्ग एसोसिएट्स” थे। परिसर में लगभग 95 दुकान बनाई और उन्हें हॉल, दुकान तथा स्टोर के रूप में व्यवसायियों को बेच दिया। इस दौरान गर्ग एसोसिएट्स रजिस्ट्री करते हुए और परिसर में मौजूद दुकान/स्टोर के तय उपयोग का विवरण भी दर्ज किया।
-राजप्लाजा व्यवसायिक परिसर एमडीडीए के द्वारा बनाए गए मानचित्र और तय मानकों के आधार पर निर्मित है। इन दुकानों में किसी भी दुकान/स्टोर का निर्माण अनाधिकृत नहीं हुआ है। कुल 95 दुकानों में से लगभग 60% दुकान में व्यवसाय का संचालन किया जा रहा है। शेष दुकान का उपयोग भी नहीं किया जा रहा है।
-कॉम्प्लेक्स की रजिस्ट्री लगभग सभी दुकान के नाम से ही दर्ज की गई हैं और वर्षों से दुकान के आधार पर ही नगर निगम को उनका टैक्स दिया जा रहा है। साथ ही सभी के बिजली के बिल कमर्शियल के आधार पर दिए जाते हैं।
-राज प्लाजा कांप्लेक्स में दाखिल होने के लिए मानकों के आधार पर रास्ते खुले तौर से मौजूद हैं और इन रास्तों में किसी प्रकार का कोई अवरोध नहीं है।
-राज प्लाजा में पार्किंग की मानकों के आधार पर सुविधा मौजूद है, जिसमें लगभग 150 से अधिक दुपहिया वाहन तथा 25 से अधिक कार व टेम्पू आसानी से खड़े किए जा सकते हैं।
-पार्किंग की व्यवस्था सुचारु रखने के लिए दो अतिरिक्त गार्ड भी मौजूद है।
-राज प्लाजा कांप्लेक्स में सुलभ शौचालय की पूरी सुविधा है।
-राज प्लाजा कंपलेक्स के लगभग सभी दुकानदारों के पास अपने अग्निशमन के उपकरण भी मौजूद है।
-देहरादून का राज प्लाजा कांप्लेक्स उत्तराखंड सरकार को राजस्व प्रदान करने में बड़ी भूमिका निभाता है, जीएसटी, नगर निगम को टैक्स के रूप में तथा समय समय पर दुकान की खरीद फरोख्त से राजस्व देता है। राज प्लाजा कॉम्प्लेक्स राज्य के सैकड़ों लोगों को रोजगार दे रहा है।
-राज प्लाजा कांप्लेक्स में लोअर ग्राउंड फ्लोर से लेकर चार फ्लोर मौजूद हैं। इसके अतिरिक्त बड़ी बेसमेंट है और उसका छज्जा पार्किंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
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Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।