उत्तराखंड में अभी नहीं थमा बारिश का दौर, चार सितंबर तक जारी रहेगी इन जिलों में बारिश, यलो अलर्ट जारी
अमूमन अगस्त माह में बारिश समाप्त हो जाती है, लेकिन अभी सितंबर माह में भी बारिश से जल्दी छुटकारा मिलने की उम्मीद कम जताई जा रही है। मौसम विभाग ने कुछ जिलों में चार सितंबर तक के लिए बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।

मंगलवार को भी देहरादून सहित कई स्थानों पर दिन के समय अच्छी खासी बारिश हुई, लेकिन अब लगातार बारिश कुछ कम हो गई है। एक आध घंटा बारिश के बाद फिर धूप खिल रही है। ऐसे में प्रदेश के कुछ जिलों में मौसम साफ होते ही सड़कों से मलबा हटाने का काम भी तेज किया जा रहा है। करीब 50 से अधिक सड़कों पर यातायात बहाल हो गया। इसके अलावा बदरीनाथ और गंगोत्री हाईवे पर मरम्मत कार्य जारी है। हालांकि सड़कों पर लगातार गिर रहा मलबा चुनौती बना हुआ है। मलबा आने से अभी भी 135 सड़कें बाधित हैं। इनमें सर्वाधिक 109 गढ़वाल मंडल में हैं।
आगामी मौसम का हाल
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक अभी भी प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहेगा। चार सितंबर तक के लिए बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि कल एक सितंबर को नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर जिले में कुछ स्थानों पर और शेष जिलों में कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश गर्जन के साथ होगी। साथ ही बिजली चमकने की भी संभावना है।
दो सितंबर को देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले के कुछ स्थानों के साथ ही अन्य दूसरे जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश बौछार के साथ होगी। तीन और चार सितंबर को भी इसी तरह का मौसम रहने की संभावना है। साथ ही इन दिनों पर्वतीय जिलों में कहीं कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने और तेज बौछारें पड़ने की भी संभावना है। संवेदनशील इलाकों में हल्का भूस्खलन हो सकता है। पर्वतीय क्षेत्र में भूस्खलन से सड़कें बाधित हो सकती हैं। कहीं कहीं नदियों और नालों में पानी का प्रवाह बढ़ेगा। मैदानी और निचले इलाकों में जलभराव की समस्या पैदा हो सकती है।
Bhanu Bangwal
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।