बारिश आई, आफत लाई, बहे कार और ट्रक, सवारों की जान बचाई, उत्तराखंड में 160 सड़कें बंद, आज और कल का दिन भारी
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के साथ आफत भी आ रही है। तेज बारिश के चलते भूस्खलन से सड़कें ध्वस्त हो रही हैं। ऐसे में प्रदेश भर में 160 से ज्यादा संपर्क मार्ग बंद हैं। चंपावत जिले में तो बारिश से आफत मच गई। ट्रक और कार भी बारिश में बहकर नाले में जा गिरे। लोगों ने त्वरित प्रयासों से सभी सवारों को बचा लिया। वहीं, मौसम विभाग ने आज और कल दो दिन उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
हालांकि मंगलवार को तीन दिन बाद बारिश तो हुई, लेकिन गढ़वाल मंडल में ज्यादा जोर की बारिश कम स्थानों पर हुई। वहीं, कुमाऊं के चंपावत जिले में बहुत तेज बारिश से आफत भी आई। अब तक प्रदेश में करीब 160 से ज्या संपर्क मार्ग बंद हैं। बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मार्ग पर भी बार बार भूस्खलन हो रहा है। बरसाती नदियां अब भी उफान पर हैं।
शनिवार रात से हो रही बारिश के कारण सड़कें बाधित होने से 600 से ज्यादा गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कटा हुआ है। लोक निर्माण विभाग की टीम सड़कों से मलबा हटाने में जुटी है। सड़कों पर भूस्खलन की सर्वाधिक मार चमोली, रुद्रप्रयाग और पौड़ी जिले में पड़ी है। चमोली जिले में 46, रुद्रप्रयाग में 32 और पौड़ी जिले में 30 संपर्क मार्ग बंद हैं।
चम्पावत जिले में मंगलवार को हुई बारिश से व्यापक नुकसान हुआ है। दोपहर दो बजे करीब बनलेख के पास हुई मूसलाधार बारिश से सड़क पर खड़ी एक कार और ट्रक मलबे में बह गए। कार में चालक सहित पांच यात्री बैठे थे। सभी यात्रियों को पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से सकुशल बाहर निकाला गया। इस घटना में कार सवार एक महिला को मामूली चोटें आई। सभी को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। उधर बनबसा में शारदा नदी का जल स्तर एक लाख क्यूसेक के पार होने पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्रशासन ने बैराज पर बड़े वाहनों की आवाजाही पर अग्रिम आदेश तक रोक लगा दी है। टनकपुर में भी बैराज के गेट खोल दिए गए हैं।
इधर बारिश से चंपावत जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा में कई जगह जल भराव हो गया। इधर मलबा आने से जिले की आठ ग्रामीण सड़कें पूरी तरह बंद हो गई हैं तो एक दर्जन सड़कों पर आंशिक मलबा गिरने से बड़े वाहनों का संचालन ठप हो गया है। मंगलवार की सुबह हनुमानगढ़ी, विष्णुपुरी कालौनी, आमबाग, बिचई आदि स्थानों पर कई घरों में पानी घुस गया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनलेख, स्वाला, अमोड़ी, झालाकुड़ी बैंड, अमरूबैंड, आठवां मील आदि स्थानों पर मलबा आने से एनएच बंद हैं। उधर पुलिस ने चंपावत की ओर आने वाले वाहनों को ककराली गेट पर रोक दिया है। पूर्णागिरि मार्ग तीन दिन से अभी तक नहीं खुल पाया है। जबकि सोमवार को बंद अमोड़ी-छतकोट, ठुलीगाड़-भैरव मंदिर, छिनकाछीना-थुवामौनी सड़क अभी भी बंद हैं।
उत्तराखंड में मौसम का हाल
उत्तराखंड में देहरादून सहित कई स्थानों में पिछले चार दिन से लगातार बारिश का दौर जारी है। बुधवार को भी सुबह से बारिश हो रही है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेश बिक्रम सिंह के मुताबिक आज बुधवार यानी 21 जुलाई और कल 22 जुलाई का यलो अलर्ट जारी किया गया है। आज नैनीताल, चंपावत और पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं भारी बारिश गर्जन के साथ होने की संभावना है। कल 22 जुलाई को देहरादून, और नैनीताल जिले में कहीं कहीं भारी बारिश होगी। 23 व 24 जुलाई को राज्य के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।