अमेरिका में राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान, कुछ देर रोकना पड़ा भाषण, बोले-पीएम मोदी तो भगवान को भी समझा देंगे
कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस वक्त अमेरिका के दौरे पर हैं। अमेरिका के तीन शहरों की यात्रा के लिए मंगलवार को वह सैन फ्रांसिस्को पहुंचे। वहां भारतीय समुदाय की महिलाओं ने तिलक कर उनका स्वागत किया। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में कार्यकर्ताओं और शिक्षाविदों के साथ बातचीत की। राहुल ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय समुदाय से मुलाकात की और उन्हें संबोधित किया। संबोधन के दौरान कुछ लोगों ने नारेबाजी की। इससे उन्हें अपना भाषण कुछ देर के लिए रोकना पड़ा। हालांकि, ये पता नहीं चल पाया कि नारे उनके पक्ष में लगाए गए या विपक्ष में। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सुनाई दिया इंदिरा गांधी
सैन फ्रांसिस्को में राहुल भारतीयों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान कुछ लोग नारे लगाने लगे। हालांकि उन्होंने क्या नारे लगाए, यह वीडियो में स्पष्ट सुनाई नहीं दिया। एक शख्स को-इंदिरा गांधी, कहते सुना जा सकता है। जब नारे लगे तो राहुल गांधी को अपना भाषण रोकना पड़ा। जवाब में पहले उन्होंने कहा-वेलकम। जब नारेबाजी तेज हुई तो राहुल गांधी ने कहा-नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान। इसके बाद हॉल में ‘भारत जोड़ो’ के नारे लगे और राहुल गांधी ने दोबारा बोलना शुरू किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भारत जोड़ो यात्रा का किया जिक्र
इस दौरान राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए देश की राजनीति के बारे में बात की और भारतीय जनता पार्टी समेत आरएसएस पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राजनीति के लिए जिन संसाधनों की जरूरत पड़ती है, उन्हें ये नियंत्रित कर रहे हैं।
पीएम मोदी पर कसा तंज
इसी के साथ राहुल ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि देश में कुछ ऐसे लोग हैं, जिन्हें लगता है वो सब कुछ जानते हैं। भगवान से भी ज्यादा जानते हैं। वो भगवान के साथ बैठ सकते हैं और उन्हें भी समझा सकते हैं। यहां राहुल ने पीएम पर कटाक्ष करते हुए कहा, मुझे लगता है हमारे देश के प्रधानमंत्री उनमें से एक हैं। मोदी जी को अगर भगवान के साथ बैठा दें तो वो भगवान को समझाना शुरू कर देंगे कि ब्रह्मांड कैसे काम करता है, सही? (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ऐसा लगाः राहुल गांधी
राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा के अनुभव को लोगों के साथ शेयर किए। कहा कि मैंने जब ये यात्रा शुरू थी तो 5-6 दिन बाद महसूस हुआ कि ये यात्रा आसान नहीं होगी। हजारों किलोमीटर की यात्रा को पैदल तय करना बेहद मुश्किल दिख रहा था, लेकिन मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं था। उन्होंने बताया, मैं, कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक रोजाना 25 किलोमीटर की यात्रा तय कर रहे थे। तीन हफ्ते बाद मुझे लगा कि मैं अब थक नहीं रहा हूं। मैंने लोगों से भी पूछना छुरू किया कि क्या वो थकान महसूस कर रहे हैं? लेकिन किसी ने इसका जवाब हां में नहीं दिया। उन्होंने कहा कि उस यात्रा में केवल कांग्रेस नहीं चल रही थी, बल्कि पूरा भारत कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहा था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हम सबके साथ हैं
राहुल ने आगे कहा कांग्रेस के साथ अच्छी बात ये है कि हम सबके साथ हैं। कोई आकर कुछ बोलना चाहता है तो हम उसे सुनते हैं। हम गुस्सा नहीं होते ये हमारा नेचर है। राहुल गांधी ने अपने संबोधन के बाद लोगों के सवालों के जवाब दिए। इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी मीटिंग में ऐसा सवाल-जवाब का सिलसिला नहीं होता। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पूछे गए सवाल
वूमेन एंपावरमेंट पर बिल बहुत लंबे समय से पेंडिंग है, भारत में महिलाओं की सेफ्टी एक बहुत बड़ा इशू है। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि वूमेन बिल के लिए हम कमिटेड हैं। हम पिछली सरकार में उसे लाना चाहते थे, लेकिन कुछ हमारे सहयोगी पार्टियां उस पर तैयार नहीं थीं, लेकिन मुझे विश्वास है कि हम अलगी सराकार में लाने के लिए कमिटेड हैं। दूसरे सवाल पर कहूंगा कि अगर हम महिलाओं को शक्ति देंगे, उन्हें पॉलिटिक्स में लाएंगे, बिजनेस में जगह देंगे तो वो अपने आप शसक्त होंगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राहुल से सवाल पूछा गया कि वन लैंगुएज, वन कल्चर, वन ट्रेडिशन, वन रिलिजन पर क्या कहोगे। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि अगर आप संविधान पढ़ेंगे तो यूनियन ऑफ स्टेट मिलेगा। हर राज्य की भाषा, कल्चर को सुरक्षा मिलनी चाहिए। जो बात आप कर रहे हैं, वो हमारे संविधान में है। बीजेपी और आरएसएस इस इंडिया को अटैक कर रहे हैं। मेरे हिसाब से मैं समझता हूं कि तमिल भाषा, तमिल लोगों के लिए एक भाषा से बढ़कर है। ये उनके लिए भाषा नहीं उनका कल्चर है उनके जीने का तरीका है। मैं कभी तमिल भाषा को थ्रेट नहीं होने दूंगा। तमिल भाषा को थ्रेट करना मतलब आडिया ऑफ इंडिया को थ्रेट करना है। किसी भी भाषा को थ्रेट करना भारत को थ्रेट करना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दो घंटे लाइन में लगे राहुल गांधी
अमेरिका पहुंचे राहुल गांधी को इमीग्रेशन के लिए एयरपोर्ट पर दो घंटे इंतजार करना पड़ा। लाइन में खड़े बाकी लोगों ने उनके साथ सेल्फी ली। जब लोगों ने उनसे पूछा कि वह कतार में क्यों खड़े हैं तो उन्होंने कहा, ‘मैं एक आम आदमी हूं। मुझे यह पसंद है। मैं अब कोई सांसद नहीं हूं।’ राहुल वाशिंगटन में एक प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करेंगे और सांसदों और संस्थानों से जुड़े लोगों के साथ बैठक करेंगे। वह चार जून को न्यूयॉर्क में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के साथ अपनी यात्रा समाप्त करने वाले हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
यात्रा के लिए जारी किया गया सामान्य पासपोर्ट
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम ने पिछले हफ्ते कहा था कि राहुल गांधी की यात्रा का उद्देश्य ‘वास्तविक लोकतंत्र’ के साझा मूल्यों और दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है। राहुल गांधी को यात्रा के लिए रविवार को नया सामान्य पासपोर्ट जारी किया गया था। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने संसद सदस्य के रूप में उन्हें जारी राजनयिक पासपोर्ट को जमा करने के बाद सामान्य पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को गुजरात के सूरत की एक अदालत की ओर से आपराधिक मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसके पश्चात राहुल ने राजनयिक यात्रा पासपोर्ट लौटा दिए थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।