राहुल गांधी ने पीएम मोदी को घेरा, कहा-हेट इन इंडिया और मेक इन इंडिया नहीं रह सकते एक साथ

राहुल ने ट्वीट कर कहा कि-भारत में जो कंपनी काम कर रही थी वो बाहर चले गई हैं। सात वैश्विक ब्रांड, नौ फैक्ट्रियां, 649 डीलरशिप, 84,000 नौकरियां। राहुल ने आगे लिखा कि मोदी जी- हेट-इन-इंडिया और मेक-इन-इंडिया एक साथ नहीं रह सकते। इसके बजाय भारत के विनाशकारी बेरोजगारी संकट पर ध्यान केंद्रित करने का समय है।
इतना ही नहीं राहुल गांधी ने ट्विटर पर सात वैश्विक ब्रांडों को दिखाते हुए एक तस्वीर साझा की। इसमें, साल 2017 में शेवरले, 2018 में मैन ट्रक्स, 2019 में फिएट और यूनाइटेड मोटर्स, 2020 में हार्ले डेविडसन, 2021 में फोर्ड और 2022 में डैटसन जैसी कंपनियां दिखाई गई। जो कि अब देश से बाहर चले गई हैं।
The ease of driving business out of India.
❌ 7 Global Brands
❌ 9 Factories
❌ 649 Dealerships
❌ 84,000 JobsModi ji, Hate-in-India and Make-in-India can’t coexist!
Time to focus on India’s devastating unemployment crisis instead. pic.twitter.com/uXSOll4ndD
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 27, 2022
वहीं एक दिन पहले मंगलवार को भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि उनके “मास्टरस्ट्रोक” के कारण 45 करोड़ से अधिक लोगों ने नौकरी पाने की उम्मीद खो दी है। उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी ऐसा करने वाले 75 साल में ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं। राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि न्यू इंडिया का न्यू नारा, हर-घर बेरोज़गारी, घर-घर बेरोज़गारी। 75 सालों में मोदी जी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिनके ‘Masterstrokes’ से 45 करोड़ से ज़्यादा लोग नौकरी पाने की उम्मीद ही छोड़ चुके हैं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।