अंकिता हत्याकांड को लेकर बोले राहुल गांधी-उसे मरना पड़ा क्योंकि उसने प्रॉस्टिट्यूट बनने से किया इनकार

उन्होंने कहा, ‘कल्पना कीजिए- बीजेपी का एक नेता एक होटल का मालिक है और उसका बेटा एक लड़की को प्रॉस्टिट्यूट बनने के लिए मजबूर कर रहा है… और जब उसने इनकार कर दिया, तो वह एक झील में मृत पाई गई। राहुल गांधी ने कहा, ‘इस तरह भाजपा भारत में महिलाओं के साथ व्यवहार करती है। और मुख्यमंत्री ने क्या किया? उन्होंने होटल को ढहा दिया ताकि कुछ भी न मिल सके। यह भाजपा की विचारधारा है। महिलाएं उनके लिए दोयम दर्जे की नागरिक हैं। और भारत कभी भी इस विचारधारा के साथ सफल नहीं हो सकता। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राहुल गांधी ने इस मुद्दे को लेकर ट्वीट भी किया है। उन्होंने लिखा है कि प्रधानमंत्री का नारा – बेटी बचाओ, भाजपा के कर्म – बलात्कारी बचाओ। ये भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं जिनकी विरासत होगी- सिर्फ़ भाषण, झूठे और खोखले भाषण। इनका शासन तो अपराधियों को समर्पित है। अब भारत चुप नहीं बैठेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतलब है कि कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 150 दिनों में 3,570 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यह यात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और जम्मू-कश्मीर में समाप्त होगी। यात्रा 10 सितंबर की शाम केरल में दाखिल हुई और 19 दिनों में 450 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए एक अक्टूबर को कर्नाटक में प्रवेश करेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है प्रकरण
बता दें कि उत्तराखंड में अंकिता भंडारी की कथित तौर पर भाजपा के निष्कासित नेता के बेटे पुलकित आर्य और उसके दो सहयोगियों ने मेहमानों को “स्पेशल सर्विस” देने से इनकार करने पर हत्या कर दी थी। पौड़ी जिले के यमकेश्वर प्रखंड के अंतर्गत गंगा भोगपुर स्थित रिसोर्ट से 18 सितंबर की रात से संदिग्ध परिस्थितियों में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी लापता हो गई थी। पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि हत्या कर उसका शव चीला नहर में फेंक दिया गया था। इस मामले में रिसोर्ट मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पूर्व बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री विनोद आर्य का बेटा पुलकित आर्य है। पुलकित आर्य रिजॉर्ट का मालिक है। विनोद आर्य और उनके दूसरे बेटे अंकित आर्य को बीजेपी ने निष्कासित कर दिया है। इस मामले को लेकर उत्तराखंड से लेकर पूरे देश में आक्रोश है। उत्तराखंड में कई जगह विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।