राहुल गांधी ने पूर्व सैनिकों पेंशन हीं मिलने पर केंद्र को घेरा, प्रियंका ने ललितपुर केस में सीएम योगी पर साधा निशाना
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दैनिक समाचारपत्र हिन्दुस्तान टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए अप्रत्यक्ष रूप से कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार सैनिकों और देश का अपमान कर रही है। ट्विटर पर राहुल गांधी ने लिखा, “One Rank, One Pension के धोखे के बाद अब मोदी सरकार ‘All Rank, NO Pension’ की नीति अपना रही है। सैनिकों का अपमान देश का अपमान है। सरकार को पूर्व सैनिकों की पेंशन जल्द से जल्द देनी चाहिए।
दरअसल, हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि सैकड़ों पूर्व सैनिकों को अप्रैल माह की पेंशन का भुगतान नहीं हो पाया है। इसके लिए सरकारी विभाग की ओर से कोई कारण भी नहीं बताया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा इसलिए हुआ हो सकता है, क्योंकि सरकार ने पेंशन वितरण के लिए नई ऑनलाइन पेंशन वितरण व्यवस्था को अपनाया। इसमें संभवतः तकनीकी खामियां होने की वजह से पेंशन नहीं बंट पाई।
‘One Rank, One Pension’ के धोखे के बाद अब मोदी सरकार ‘All Rank, NO Pension’ की नीति अपना रही है।
सैनिकों का अपमान देश का अपमान है। सरकार को पूर्व सैनिकों की पेंशन जल्द से जल्द देनी चाहिए। pic.twitter.com/gNKw1Mk9RT
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 4, 2022
उधर, उत्तरप्रदेश के ललितपुर में एक 13 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप और फिर शिकायत लेकर जाने पर थानेदार द्वारा बलात्कार की घटना पर सियासत गरमा गई है। इस मामले पर विपक्षी दल उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए लगातार राज्य सरकार पर निशाना साध रहे हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि बुलडोजर के शोर में कानून व्यवस्था के असल सुधारों को कैसे दबाया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि इस तरीके की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे।
ललितपुर की घटना पर उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट किए। प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया कि ललितपुर में एक 13 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप और फिर शिकायत लेकर जाने पर थानेदार द्वारा बलात्कार की घटना दिखाती है कि “बुलडोजर” के शोर में कानून व्यवस्था के असल सुधारों को कैसे दबाया जा रहा है। अगर महिलाओं के लिए थाने ही सुरक्षित नहीं होंगे तो वो शिकायत लेकर जाएंगी कहां?
ललितपुर में एक 13 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप और फिर शिकायत लेकर जाने पर थानेदार द्वारा बलात्कार की घटना दिखाती है कि “बुलडोजर” के शोर में कानून व्यवस्था के असल सुधारों को कैसे दबाया जा रहा है।
अगर महिलाओं के लिए थाने ही सुरक्षित नहीं होंगे तो वो शिकायत लेकर जाएंगी कहां?…1/3 pic.twitter.com/4QWrmRS9SP
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 4, 2022
वहीं, उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा है कि-क्या उप्र सरकार ने थानों में महिलाओं की तैनाती बढ़ाने, थानों को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के लिए गंभीरता से सोचा है? कांग्रेस पार्टी ने अपने महिला घोषणा पत्र में महिला सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदु रखे थे। आज ललितपुर है। उन्होंने तीसरा ट्वीट क्या कि-ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए महिला सुरक्षा और महिला हितैषी कानून व्यवस्था के लिए गंभीर कदम उठाने ही होंगे।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के एक थाने के एसएचओ पर एक गैंगरेप की पीड़िता ने रेप का आरोप लगाया है। इसके बाद एसएचओ को निलंबित कर दिया गया है. मामले में थानाध्यक्ष समेत 6 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपी थानाध्यक्ष फरार है. 13 वर्षीया किशोरी ने आरोप लगाया है कि पहले 4 लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया और फिर जब वह अपनी शिकायत लेकर थाने पहुंची तो थानाध्यक्ष ने थाने के अंदर उसके साथ बलात्कार किया।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।