तेजी से पाई प्रसिद्धि, ब्रेट ली की एक गेंद से करियर खत्म, उत्तराखंड के इस क्रिकेटर लिया सन्यास, अमेरिका में खेलेंगे
उनमुक्त चंद ने शुक्रवार को ट्वीट कर अपने संन्यास लेने की बात की जानकारी सभी के साथ साझा की थी। सोशल मीडिाय में शेयर की गई पोस्ट में चंद ने उन सभी यादगार पलों को एक वीडियो में समेटा है, जिसमें उनके करियर के स्वर्णिम दिनों की याद है। चंद ने अपने करियर में काफी कम समय में सफलता हासिल कर ली थी। उन्हें बड़े से बड़े विज्ञापन भी मिलने शुरू हो गए थे। इन सबके बीच उनका परफॉर्मेंस हाई लेवल का नहीं हो पाया और आखिर में उनका नाम भारतीय क्रिकेट के इतिहास के पन्नों में धीरे-धीरे समाने लगा था।
अब अमेरिका में खेलेंगे टी-20 लीग
भारत की अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान रहे उन्मुक्त चंद ने अमेरिका में माइनर लीग क्रिकेट (एमएलसी) के 2021 सत्र के लिए सिलिकॉन वैली स्ट्राइकर्स के साथ करार किया है। शुक्रवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा करने वाले 28 साल के उन्मुक्त शनिवार को टोयोटा माइनर लीग क्रिकेट चैंपियनशिप के दौरान मोर्गन हिल आउटडोर खेल परिसर में स्ट्राइकर्स के लिए सोशल लैशिंग्स के खिलाफ पदार्पण करेंगे।
सोशल मीडिया में वीडियो हो रहा वायरल
अब जब उन्मुक्त ने भारतीय क्रिकेट से खुद को अलग कर लिया है तो सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इसमें वो आईपीएल के दौरान दिग्गज तेज गेंदबाज ब्रेट ली की गेंद पर बोल्ड होते हुए नजर आ रहे हैं। आईपीएल 2013 सीजन के दौरान उन्मुक्त चंद दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से खेल रहे थे। उस दौरान केकेआर के गेंदबाज ब्रेट ली की एक घातक गेंद पर उन्मुक्त बोल्ड हो गए थे। ली की गेंद इतनी खतरनाक थी कि स्टंप हवा में नाचने लगा था। इस मैच में आउट होने के बाद उनमुक्त चंद फिर आईपीएल में अपना सर्वश्रेष्ठ कभी नहीं दे पाए। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को पोस्ट कर फैन्स यहां तक कमेंट कर रहे हैं कि ब्रेट ली की इस गेंद ने ही उन्मुक्त चंद का करियर पूरी तरह से समाप्त कर दिया था। बता दें कि यह आईपीएल में चंद की पहली गेंद थी, जो उन्होंने खेली थी।
आइपीएल में प्रदर्शन
साल 2013 में चंद ने अपना आईपीएल डेब्यू दिल्ली की टीम के लिए किया था। उनका फॉर्म कोई खास नहीं रहा और इसके बाद 2014 में वो राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए दिखे थे। चंद आईपीएल में 6 सालों तक खेले, इस दौरान वो मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स के साथ-साथ राजस्थान रॉयल्स की टीम का भी हिस्सा बने। उन्होंने 21 मैचों में महज 15 की औसत से 300 रन ही बनाए। इसमें केवल एक अर्धशतक ही शामिल था। इसके अलावा चंद ने 67 फर्स्ट क्लास मैचों में 31.57 की औसत से 3379 रन बनाए हैं। लिस्ट ए क्रिकेट की बात करें तो 4505 रन बनाए और साथी लिस्ट में उनके नाम 7 शतक लगाने का रिकॉर्ड दर्ज है। टी-20 क्रिकेट में उन्मुक्त के नाम 3 शतक लगाने का कमाल भी दर्ज है।
उत्तराखंड टीम के रह चुके हैं कप्तान
वर्ष 2019 में सितंबर माह में उनमुक्त चंद ने दिल्ली का साथ छोड़ उत्तराखंड क्रिकेट टीम को चुना था। दिल्ली को छोड़ते हुए उन्मुक्त ने कहा था कि-मैं बेशक दिल्ली में रहा और वहीं से खेला, दिल्ली छोड़ना आसान निर्णय नहीं था। मगर उत्तराखंड से मेरा एक खास रिश्ता है, कई टीमों के प्रपोजल थे, लेकिन मैंने उत्तराखंड को चुना। अब उत्तराखंड को चैंपियन बनाना लक्ष्य है। अपनी मिट्टी से जुड़कर खुश हूं।
लगातार हार के बाद छीनी कप्तानी
रणजी ट्रॉफी में लगातार तीन हार के बाद उन्मुक्त चंद को उत्तराखंड की कप्तानी से हाथ धोना पड़ा। तब उन्मुक्त चंद की जगह तन्मय श्रीवास्तव को कप्तान बनाया गया था।
क्रिकेट करियर
उनमुक्त चंद ने भारत में काफी क्रिकेट खेला है। इस बल्लेबाज ने 67 फर्स्ट क्लास मैचों में 31.57 की औसत से 3379 रन बनाए, जिसमें उनके बल्ले से कुल 8 छक्के निकले। लिस्ट ए क्रिकेट में उनमुक्त चंद ने 41.33 की औसत से 4505 रन बनाए और इस फॉर्मेट में उन्होंने 7 शतक लगाए। उनमुक्त चंद ने टी20 क्रिकेट में भी 3 शतक जड़े। हालांकि उनका औसत महज 22.35 रहा।
उत्तराखंड के मूल निवासी
उन्मुक्त चंद उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के खुदकु भाल्या के रहने वाले हैं. उन्मुक्त ने 6 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया था। उनके क्रिकेट उनके क्रिकेट करियर में सबसे अहम रोल उनके चाचा सुंदर चंद ठाकुर का है। उनमुक्त चंद ने डीपीएस (नोएडा) और मार्डन स्कूल (बाराखंभा रोड) से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की है। उन्मुक्त अंडर-15, अंडर-16 और अडंर-19 क्रिकेट में दिल्ली का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
सच साबित हुए विज्ञापन के डॉयलाग
उन्मुक्त चंद के क्रिकेट प्रदर्शन के पीछे उनका करियर की शुरुआत से ही विज्ञापनों की तरफ भागना था। वे सीनियर क्रिकेट खिलाड़ियों के साथ भी विज्ञापनों में आने लगे थे। इसे लेकर कई दिग्गज क्रिकेटर चिंता जाहिर कर चुके थे कि इस समय उसे अपने करियर पर ध्यान देना चाहिए। वहीं, एक विज्ञापन में वे भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली से विवाद करते दिखते हैं। इसमें उनमुक्त चंद को अंडर 19 टीम के कप्तान के रूप में दर्शाया गया था और विराट को भारतीय टीम करा कप्तान। तब विराट कोहली ने उनमुक्त से कहा कि आना मेरी टीम में। इस पर उनमुक्त ने कहा कि मैं तुम्हारी टीम में आ सकता हूं, लेकिन तुम मेरी टीम में नहीं आ सकते। अब देखो नीयति का खेल विराट को अंडर 19 टीम में नहीं खेले सकते थे, लेकिन उनमुक्त भी भारतीय टीम में पदार्पण नहीं कर सके।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।