राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों का सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने वालों के खिलाफ प्रदर्शन, मुख्य चुनाव आयुक्त को ज्ञापन
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देहरादून में साम्प्रदायिक तनाव बढ़ाने वालों पर अंकुश लगाने की मांग को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी कार्यलय के समक्ष प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य चुनाव आयुक्त, मुख्य सचिव को ज्ञापन भेजे गए। आरोप लगाया गया कि आज सत्तापक्ष के इशारे पर कुछ कट्टरवादी संगठनों की ओर से अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। स्थानीय पुलिस, प्रशासन एवं विभागों की भूमिका भी इस संबंध में सही नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन की भूमिका की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए अविलंब संविधान के अनुसार निष्पक्ष भूमिका निभाने की मांग की। साथ ही अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की गई। ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को दिया गया। उन्होंने आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ज्ञापन में कहा गया है कि संवैधानिक अधिकारों का पालन वर्तमान में उत्तराखंड में समुचित ढ़ग से नहीं पा रहा है। परिणामस्वरूप कभी हर्रावाला, पुरोला, रुड़की, सहसपुर, हल्दानी, नालापानी रोड़, गोविन्दगढ़ आदि में ऐसी अनेक घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे अल्पसंख्यक समुदाय में खासकर मुस्लिम लोगों को तरह – तरह से उत्पीड़ित किया जा रहा है। बताया गया कि 22 जनवरी को एक संगठन को खुलेआम घंटाघर चौक पर हनुमान चालीसा पढ़ने की पुलिस की ओर से इजाजत दी जाती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वहीं कुछ महीने पूर्व यही लोग घंटाघर स्थित अम्बेडकर की मूर्ति के नीचे जान बूझकर पूजा पाठ करते हैं। दूसरी ओर यदि गोविन्दगढ़ में कोई अल्पसंख्यक समुदाय का परिवार अपने घर में इबादत करता है, तो पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में एक तत्व हंगामा कर उनके छतों की टीने तक हटवा देता है, जो कि खेदजनक है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदर्शनकारियों में सपा से अतुल शर्मा, सीपीएम से अनन्त आकाश, इंसानियत मंच से त्रिलोचन भट्ट, भीम आर्मी से आजम खान, सीआईटीयू से लेखरज, सीपीआई के अशोक शर्मा, जेडीएस से हरजिंदर सिंह, उत्तराखंड आन्दोलनकारी जब्बर सिंह पावैल, आयूपी से नवनीत गुंसई, एआईएलयू से शम्भू प्रसाद ममगाई, पीपुल्स फोरम से जयकृत कंडवाल, फैजान मंसूरी, सुहेल खान, सुन्दर, एजाज, चांद खान, मौहम्मद साकिर, रविंद्र नौडियाल, रामसिंह भंडारी, प्रभात डंडरियाल आदि बड़ी संख्या प्रदर्शनकारी शांमिल थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।