चलती कार पर पत्थर गिरने से प्रोफेसर की मौत, दो दिन के भीतर ऐसी दूसरी घटना
उत्तराखंड में बारिश के दौरान पर्वतीय रास्ते खतरनाक साबित हो रहे हैं। पहाड़ियों से पत्थर गिर रहे हैं। इसकी चपेट में आने से दो दिन के भीतर दो लोगों की मौत हो गई। गत दिवस नैनीताल जिले में हादसा हुआ और गुरुग्राम के व्यवसायी की मौत हो गई थी और उनकी पत्नी गंभीर घायल हो गई। वहीं, आज बुधवार ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर तोताघाटी में चलती कार पर पत्थर गिरने से कार में सवार प्रोफेसर की मौत हो गई। वह नरेंद्रनगर राजकीय महाविद्यालय में तैनात थे। दुर्घटना में प्रोफेसर के भाई व चालक बाल-बाल बच गए।
बुधवार सुबह ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर तोताघाटी के पास सौड़पाणी में ऋषिकेश से आ रही कार के ऊपर अचानक पहाड़ी से बड़ा पत्थर गिर गया। इससे कार की पिछली सीट पर बैठे नरेंद्रनगर राजकीय महाविद्यालय में प्रोफेसर मनोज सुंदरियाल गंभीर रूप से घायल हो गए। कार में उनके साथ उनके भाई अधिवक्ता पंकज सुंदरियाल और चालक भी थे, जो बाल-बाल बच गए।
इस दौरान वहां से गुजर रहे सेना के जवानों ने कटर से कार की छत काटकर प्रोफेसर सुंदरियाल को कार से बाहर निकाला और 108 की मदद से ऋषिकेश एम्स अस्पताल में भर्ती कराया। देवप्रयाग थानाध्यक्ष महिपाल रावत ने बताया कि कार सवार प्रोफेसर मनोज सुंदरियाल को गंभीर चोट आने पर ऋषिकेश रेफर किया गया, जहां देर शाम उनकी मौत हो गई। वहीं, मंगलवार को नैनीताल जिला मुख्यालय से करीब 13 किलोमीटर दूर कालाढूंगी नैनीताल मार्ग पर बजून क्षेत्र पहाड़ी से बड़ा पत्थर गिरने से कार में सवार गुरुग्राम के व्यवसायी की मौत हो गई थी। उनकी पत्नी को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।