राष्ट्रपति प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू की जौलीग्रांट एयरपोर्ट में उपेक्षा, एसयूवी वाहन को नहीं मिली एंट्री, साधारण बोलेरो में बैठीं
एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को एयरपोर्ट के सख्त निमयों के चलते उपेक्षा का शिकार होना पड़ा। विमान से वीआइपी लाउंज तक उन्हें लाने के लिए दो एसयूवी वाहनों को एयरपोर्ट परिसर में एंट्री नहीं मिली।
एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को एयरपोर्ट के सख्त निमयों के चलते उपेक्षा का शिकार होना पड़ा। विमान से वीआइपी लाउंज तक उन्हें लाने के लिए दो एसयूवी वाहनों को एयरपोर्ट परिसर में एंट्री नहीं मिली। इस पर उन्हें साधारण बोलेरो पर बैठना पड़ा। एयरपोर्ट के इस रवैये पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने खासी नाराजगी जाहिर की। साथ ही इस मामले में प्रदेश सरकार की ओर से केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय से शिकायत की है।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। भारत में राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को मतदान है। 21 जुलाई को मतगणना होगी। एनडीए की ओर से आदिवासी क्षेत्र की महिला एवं पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं, विपक्ष की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को प्रत्याशी बनाया गया है। सोमवार को द्रौपदी मुर्मू देहरादून में अपने प्रचार के लिए पहुंची। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उनका सीएम धामी, केंद्रीय मंत्री सहित बीजेपी के कई लोगों ने भव्य स्वागत किया। सबसे पहले राष्ट्रपति प्रत्याशी देहरादून कचहरी स्थित शहीद स्मारक स्थल पहुंची और शहीदों को नमन किया। इसके बाद उन्होंने विधायकों, सांसदों के साथ बैठक की।
सूत्र बताते हैं कि एयरपोर्ट में मुर्मू के लिए जहाज से बाहर तक लाने के लिए दो एसयूवी कार लाई गई थी। प्रोटोकाल के मुताबिक, इन कारों की सभी प्रकार की जांच की गई। फिर भी दोनों कारों को एयरपोर्ट के भीतर जाने की अनुमति नहीं दी गई। सूत्र बताते हैं कि अभी मुर्मू किसी ओहदे पर नहीं हैं। ऐसे में एयरपोर्ट प्रशासन ने ये कदम उठाया है। एयरपोर्ट प्रशासन का ही अधिकार होता है कि वह किस वाहन को विमान तक जाने दे या एंट्री को रोक दे।





