चुनाव से पहले उत्तराखंड को डबल इंजन से जोड़ने की तैयारी, पीएम को भेंट की बिच्छू घास, केंद्रीय मंत्रियों से सीएम तीरथ ने की मुलाकात

आगामी विधानसभा चुनाव से पहले गुरु मंत्र लेने के साथ ही उत्तराखंड को डबल इंजन से जोड़ने के लिए आखिरकार उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत की पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात हो ही गई। यही नहीं, विकास की गाड़ी में अन्य बोगियां जोड़ने के उद्देश्य से उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों से भी मुलाकात की। साथ ही कई वरिष्ठ नेताओं से भी मिले। पीएम मोदी को उन्होंने बिच्छू घास (कंडाली) की जैकेट भी भेंट की। साथ ही उन्हें उत्तराखंड की परिस्थितियों से अवगत कराते हुए आगामी चुनावों के लिए गुरु मंत्र भी लिया। मुख्यमंत्री बनने के बाद तीरथ सिंह रावत का यह पहला दिल्ली दौरा था। तीन दिवसीय इस दौरे का नतीजे क्या निकलते हैं, ये भविष्य में ही पता चलेगा।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सोमवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेंट की। आधा घंटे चली मुलाकात में मुख्यमंत्री ने देश में 18 वर्ष की आयु से ऊपर वाले समस्त भारतीयों का कोरोना टीकाकरण मुफ्त किए जाने, 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के अभूतपूर्व वीजन के तहत राज्य के चारधामों में सड़कों का कार्य तीव्र गति से चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के वित्तीय संसाधन अत्यन्त सीमित है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को कंडाली की जैकेट भी भेंट की।
मुख्यमंत्री ने पीएम को बताया कि कोविड-19 से लड़ने हेतु राज्य को भारत सरकार की ओर से हर प्रकार की सहायता मिली है। इसके तहत प्रधानमंत्री के निर्देशों के क्रम में डीआरडीओ की ओर से ऋषिकेश एवं हल्द्वानी में अस्पताल बनाए गए हैं। इससे समस्त जनमानस को अत्यधिक लाभ मिला है। कहा कि केदारनाथ धाम का भव्य रूप विकसित हो गया है एवं श्री बद्रीनाथ धाम के सम्बन्ध में भी रूपरेखा तैयार हो रही है। मुख्यमंत्री ने स्थिति सामान्य होने पर प्रधानमंत्री को बद्री-केदार डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लोकार्पण के लिए न्योता दिया। मुख्यमंत्री ने राज्य को भारत सरकार द्वारा तीन डॉप्लर रडार की स्वीकृति देने के प्रति आभार व्यक्त करते हुए वैली हेतु 10 छोटे डाप्लर रडार उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से राज्य के कुमाऊँ क्षेत्र में ‘एम्स’ की स्थापना या ऋषिकेश एम्स की शाखा स्थापित करने का भी अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड एक हिमालयी पर्वतीय राज्य हैं। इसको सम्पूर्ण रूप से ऑर्गेनिक प्रदेश के रूप में विकसित किये जाने के लिए भारत सरकार से विशेष अनुदान का अनुरोध है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का पर्यावरण अत्यन्त संवेदनशील है। अतः सम्पूर्ण हिमालयी क्षेत्र में हिमनद का अध्ययन तथा जल स्रोतों को किस प्रकार सुरक्षित रखना है, इसके सम्बन्ध में सम्पूर्ण अध्ययन करने हेतु उत्तराखण्ड में ‘हिमनद एवं जल संसाधन शोध केन्द्र’ की स्थापना की जाए। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से राज्य में मानसून व आपदा के दौरान सड़के बंद होने की स्थिति में ग्रामीण इलाकों में समय पर वैक्सीन पहुंचाने के लिए अतिरिक्त कोटे की भी मांग की।
सूचना मंत्री रविशंकर प्रसाद से मिले
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नई दिल्ली में केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी, संचार, विधि एवं न्याय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद से भेंट की। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री को बताया कि उत्तराखण्ड में state led मॉडल के अन्तर्गत भारत नेट फेज-2 परियोजना की सैद्धांतिक स्वीकृति पूर्व में प्राप्त हो चुकी है। उन्होंने परियोजना की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान किये जाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड राज्य में ‘इण्डिया एंटरप्राइजेज आर्किटैक्चर परियोजना’ की स्वीकृति प्रदान करने का भी अनुरोध किया। इससे कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि विभागों की कार्य प्रणाली के कम्यूटीकरण में मदद मिल सकेगी।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने FTSCs के गठन एवं इनके संचालन हेतु वांछित धनराशि उपलब्ध कराने का भी अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री से राज्य के 10 जनपदों के लिए 78 नोटरी पदों के सृजन पर सहमति प्रदान करने के साथ ही जिला नैनीताल हेतु 04 नोटरी पदों के सृजन के लिए भेजे गये प्रस्ताव को अनुमोदित करने का अनुरोध किया।
वरिष्ठ नेता जोशी से मिले
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत नई दिल्ली में पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. मुरली मनोहर जोशी से उनके आवास में शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उन्होंने उनका हालचाल जाना। साथ ही उन्हें उत्तराखंड की वस्तुस्थिति से अवगत कराया। उनका आशीर्वाद भी लिया।
केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री से की मुलाकात
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग नितिन गडकरी से भेंट की। भेंट के दौरान दोनों के मध्य राज्य के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री गडकरी से केन्द्रीय सड़क अवस्थापना निधि (सीआरआईएफ) के अन्तर्गत भारत सरकार में लम्बित 615.48 करोड़ रुपए के 42 प्रस्तावों पर स्वीकृति का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 06 राज्य मार्गों को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किये जाने की सैद्वान्तिक स्वीकृति प्रदान की गई है। भारत सरकार की अपेक्षानुसार राज्य सरकार द्वारा ससमय वांछित प्रस्ताव भारत सरकार को उपलब्ध करा दिया गया। उन्होंने इन 06 राज्य मार्गों को राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में जल्द अधिसूचित करने का अनुरोध किया। इनमें खैरना-रानीखेत, 34 किमी,बुआखाल-देवप्रयाग, 49 किमी.,देवप्रयाग-गजा-खाड़ी, 70 किमी.पाण्डुखाल-नागचुलाखाल-उफरीखाल-बैजरों, 64 किमी. बिहारीगढ़-रोशनाबाद, 33 किमी. लक्ष्मणझूला-दुगड्डा-नैनीडांडा-मोहन-रानीखेत, 274 किमी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ ने कहा कि राज्य के विश्व प्रसिद्ध चार धामों (बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री) तक जाने वाले श्रद्वालुओं/पर्यटकों के लिए ऋषिकेश-भानियावाला, मोटर मार्ग short link मार्ग होने के कारण महत्वपूर्ण है। राज्य का महत्वपूर्ण जौलीग्रांट एयरपोर्ट भी ऋषिकेश-भानियावाला के मध्य स्थित है। देहरादून-ऋषिकेश के मध्य राज्य मार्ग संख्या-24 के द्वारा आवागमन होता है। यह मार्ग 02 लेन का होने के कारण भारी यातायात घनत्व की दृष्टि से पर्याप्त नहीं है। इस भाग के चौड़ीकरण से चारों धामों की जौलीग्रांट एयरपोर्ट तक पहुंच अत्यन्त सुगम हो जायेगी।
यह मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में अधिसूचित न होने से सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार की योजनाओं में सम्मिलित नहीं हो पा रहा है। इसके व्यापक महत्व को दृष्टिगत रखते हुए इसे राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किये जाने का उन्होंने केन्द्रीय मंत्री गडकरी से अनुरोध किया। केन्द्रीय राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा की सभी मांगों पर गहनता से विचार कर उचित समाधान निकाला जाएगा। देवभूमि उत्तराखंड के चारों धामों में श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत केन्द्र सरकार द्वारा हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से जिन समस्याओं से अवगत किया गया, उनका राज्य हित में शीघ्र समाधान किया जाएगा।
इनसे भी की मुलाकात
इससे पहले मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नई दिल्ली में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन से भेंट कर कुमाऊं मंडल में एम्स की शाखा की स्थापना के साथ ही कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज खोलने का अनुरोध किया। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने इस संबंध में उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नई दिल्ली में केन्द्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आरके सिंह से भेंट की। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने केन्द्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आरके सिंह को अवगत कराया कि राज्य सरकार की ओर से हरित ऊर्जा क्षेत्र में सोलर एवं पाईन निडिल परियोजनाओं को रोजगार सृजन के साथ जोड़कर बढ़ावा दिया जा रहा है। कोविड-19 के दृष्टिगत राज्य सरकार द्वारा निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करते हुए राज्य में स्थित समस्त अस्पताल एवं ऑक्सीजन प्लांट के विद्युत आपूर्ति हेतु विशेष ध्यान रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने राज्य में लघु जल विद्युत परियोजनाओं के विकास एवं निर्माण के लिए एमएनआरई की ओर से अनुदान देने के लिए नई नीति/दिशा-निर्देश निर्धारित किये जाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन परियोजनाओं यथा उत्तराखंड राज्य की व्यासी (120 मेगावाट ) परियोजना इत्यादि के अत्यधिक ऊंचे टैरिफ के दृष्टिगत इन परियोजनाओं को प्रकरणवार (Case to Case) आधार पर वाइबिलिटी गैप फण्डिंग (VGF) प्रदान किये जाने के लिए अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कददूखाल (श्रीनगर-रामपुरा (काशीपुर) ट्रांसमिशन लाईन के निर्माण हेतु केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण को सन्दर्भित किया जा चुका है। उन्होंने केन्द्रीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) को इसके शीघ्र क्रियान्वयन हेतु सम्बन्धित विभाग को निर्देशित किये जाने हेतु भी अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा ओपेक्स मोड में स्मार्ट मीटर एवं प्री-पेड मीटर लगवाने हेतु प्रस्तावित नई नीति के क्रियान्वयन हेतु राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने इन परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए केन्द्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों को वित्तीय सहायता प्रदान करने जिनमें विशेष श्रेणी राज्यों को 50 प्रतिशत अनुदान प्रदान किये जाने हेतु केन्द्रीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) से अनुरोध किया। केन्द्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आरके सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकार को हर संभव सहयोग दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने नई दिल्ली में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत से उनके आवास पर भेंट की। भेंट के दौरान मुख्यमंत्री एवं सीडीएस के बीच उत्तराखंड में रक्षा निर्माण और एयरोस्पेस निर्माण के क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए चर्चा की गई। इस संबंध में जल्द ही उत्तराखंड से एक प्रतिनिधिमंडल सीडीएस बिपिन रावत से मिलेगा।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नई दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह से शिष्टाचार भेंट की। ऋषिकेश एवं हल्द्वानी में डीआरडीओ के माध्यम से एक -एक कोविड केयर सेंटर की स्थापना करवाने के लिए उन्होंने रक्षा मंत्री का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा की इन कोविड केयर सेंटरों में सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र यह उत्तराखंड के लिए एक बड़ी सौगात है।
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि और वीरभूमि है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के सीमांत जिले सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। केन्द्र सरकार द्वारा राज्य को हर संभव मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने नई दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से शिष्टाचार भेंट की। ऋषिकेश एवं हल्द्वानी में डीआरडीओ के माध्यम से एक -एक कोविड केयर सेंटर की स्थापना करवाने के लिए उन्होंने रक्षा मंत्री का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा की इन कोविड केयर सेंटरों में सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र यह उत्तराखंड के लिए एक बड़ी सौगात है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि और वीरभूमि है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के सीमांत जिले सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। केन्द्र सरकार द्वारा राज्य को हर संभव मदद दी जाएगी। दिल्ली दौरे के दौरान उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।