Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

October 27, 2025

पीएम की चार दिसंबर को दून में रैली, 30 हजार करोड़ की योजनाओं का करेंगे लोकार्पण और शिलान्यास, एनडी तिवारी से सीख लेते नेता

चुनावी राज्य उत्तराखंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देहरादून में जनसभा करके भाजपा के चुनाव प्रचार में जान फूंकने जा रहे हैं। इस दिन वह देहरादून के परेड मैदान में जनसभा को संबोधित करेंगे।

चुनावी राज्य उत्तराखंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देहरादून में जनसभा करके भाजपा के चुनाव प्रचार में जान फूंकने जा रहे हैं। इस दिन वह देहरादून के परेड मैदान में जनसभा को संबोधित करेंगे। इस दौरान वह 30 हजार करोड़ रुपये की योजनाों का लोकार्पण और शिलान्यास भी करेंगे। उनकी रैली को लेकर जिला प्रशासन ने भी तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि लोकार्पण और शिलान्यास के कार्यक्रम सरकारी है, लेकिन इस बहाने चुनावी जनसभा को भी संबोधित कर पीएम मोदी उत्तराखंड में मतदाताओं को लुभाने का हर संभव प्रयास करेंगे।
एनडी तिवारी से सीख लें आज के नेता
पहले और आज के नेताओं में यही फर्क है। इसका उदाहरण उत्तराखंड और यूपी के पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी से दिया जा रहा है। 1994 में कांग्रेस से एनडी तिवारी के मतभेद गहरा गए। इस पर कांग्रेस से इस्तीफा देकर वरिष्ठ कांग्रेसी अर्जुन सिंह व कुछ सांसदों को साथ लेकर उन्होंने आल इंडिया इंदिरा कांग्रेस (तिवारी) के नाम से नई पार्टी खड़ी कर दी। इसके बाद वह वर्ष 96 में सहारनपुर आयोजित में आयोजित एक श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे। वहां पत्रकारों ने उनसे राजनीतिक सवाल किए, लेकिन एनडी तिवारी ने ये कहकर किसी भी सवाल का जवाब देने से मना कर दिया कि वह आज इस शहर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम में आए हैं। ऐसे में वह किसी भी राजनीतिक सवाल का जवाब नहीं देंगे। अब के नेता शोक सभाओं में भी अपनी पार्टी का गुणगान कर रहे हैं। राजनीतिक भाषण दे रहे हैं। साथ ही सरकारी कार्यक्रमों को भी राजनीतिक मंच की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं।
मोतीलाल वोरा भी दे चुके हैं ऐसा ही उदाहरण
वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा उस समय उत्तर प्रदेश के राज्यपाल थे। उनका राज्यपाल यूपी में राज्यपाल का कार्यकाल 26 मई 1993 से लेकर तीन मई 1996 तक रहा। इस दौरान उत्तराखंड राज्य नहीं बना था। राज्यपाल के कार्यकाल के दौरान मोतीलाल वोरा देहरादून के सर्किट हाउस (वर्तमान में गर्वनर हाउस) पहुंचे। वहां पत्रकार उनसे मिले और बातचीत का प्रयास किया। इस पर मोतीलाल वोरा ने कहा कि वह राज्यपाल के संवैधानिक पद पर आसीन हैं। ऐसे में वह किसी भी तरह की राजनीतिक वार्ता नहीं करेंगे। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि तुम बताओ की तुम्हारी क्या समस्या है। इस पर वरिष्ठ पत्रकार अशोक मिश्रा ने कहा कि देहरादून में प्रेस क्लब नहीं है। इस पर राज्यपाल ने उसी समय जिलाधिकारी को प्रेस क्लब के लिए जमीन देखने के निर्देश दिए। साथ ही प्रेस क्लब की स्थापना के लिए एक लाख रुपये देने की भी घोषणा की। सरकारी कार्यक्रम के दौरान देहरादून पहुंचे पूर्व राज्यपाल से अब के राज्यपालों को भी सीख लेनी चाहिए।

सीएम ने किया रैली स्थल का निरीक्षण
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देहरादून परेड मैदान में प्रस्तावित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली की तैयारियों का जायजा लेने परेड ग्राउंड पहुंचे। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को समय से सभी व्यवस्थाओं को पूरा करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा 30 हज़ार करोड़ रूपए की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया जाएगा। इस दौरान कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, भाजपा संगठन महामंत्री अजय कुमार, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, आईजी इंटेलीजेंस संजय गुज्याल, जिलाधिकारी डॉ. आर०राजेश कुमार, एसएसपी जन्मेयजय खंडूरी एवं अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
पीएम मोदी का तीसरा दौरा
उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। ऐसे में भाजपा भी अब कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। इसी के मद्देनजर भाजपा के बड़े नेता उत्तराखंड की ओर रुख कर रहे हैं। इसी माह में पांच नवंबर को पीएम मोदी केदारनाथ आए। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी उत्तराखंड दौरा कर चुके हैं। अमित शाह भी सरकारी कार्यक्रम के बहाने चुनावी रैली को संबोधित कर चुके हैं। अब एक बार फिर से पीएम नरेंद्र मोदी के देहरादून में चार दिसंबर को आने का कार्यक्रम है। प्रधानमंत्री का दो माह के भीतर यह तीसरा दौरा होगा। प्रधानमंत्री सात अक्टूबर को ऋषिकेश एम्स में आए थे, तब उन्होंने देशभर में बने आक्सीजन प्लांट का लोकार्पण किया था। इसके बाद प्रधानमंत्री पांच नवंबर को वह केदारनाथ आए थे।

Bhanu Bangwal

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *