रणबीर सिंह की मौत की जांच सहित विभिन्न मांगों को लेकर राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने सीएम को भेजा ज्ञापन
देहरादून के ऋषिकेश में पुलिस पिटाई के बाद रणबीर सिंह की मौत के प्रकरण की जांच सहित विभिन्न मांगों को लेकर आज विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने देहरादून जिला प्रशासन के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन कलेक्ट्रेट में अतिरिक्त जिलाधिकारी (प्रशासन) जयभारत को सौंपा गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रणबीर सिंह की मौत का ये है मामला
ऋषिकेश के ढालवाला निवासी रणवीर सिंह रावत को 22 जून को सादे कपड़ों में घर पहुंची पुलिस उठा कर ले गई। रणवीर सिंह पर स्कूटी चोरी का आरोप लगा। पुलिस ने 23 तारीख को रणवीर सिंह को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। 25 जून को रणवीर सिंह की जेल में मौत हो गई। आरोप है कि रणवीर सिंह की बुरी तरह से पिटाई के चलते मौत हुई है। परिजन इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस मांमले में उच्च स्तरीय जांच, मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर राजधानी देहरादून में विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के कई बार प्रदर्शन हो चुके हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ज्ञापन में की गई ये मांगें
1- 22 जून 2024 ऋषिकेश कोतवाली में रणबीरसिंह की पुलिस अभिरक्षा में बुरी तरह मारपीट की गई। इससे बाद सिद्धोवाला जेल में उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। इसकी उच्च स्तरीय जांच की जाये। साथ ही दोषियों को दण्डित किया जाए और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाये।
2- चमोली जिले के जोशीमठ में सुभाई के दबंगों द्वारा 10 अनुसूचित जाति के परिवार वालों का उत्पीड़न तथा उन्हें गांव से तड़ीपार करने तथा आर्थिक दण्ड लगाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाये।
3-हरिद्वार के संघपुर गांव हुए बलात्कार के दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
4- देहरादून के नवादा में धर्मान्तरण की आड़ में गत रविवार एक संघ परिवार से जुड़े लोगों ने ईसाई परिवार घर में तोड़फोड की। इसमें नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो। ज्ञातव्य है कि एसएसपी देहरादून ने नवादा घटना को धर्मान्तरण की घटना मानने से इनकार कर दिया था। वहीं, आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। आरोपियों ने ईसाई समाज के धार्मिक प्रतीक चिह्न को तोड़ा तथा गालीगलोज की। उन्हें जान से मारने की धमकी दी। इसकी शिकायत परिवार की महिला पोल ने पुलिस से की। मामले में ज्योति थापा ने कहा वह अपने परिवार कि सहमति से पोल के यहाँ किराये पर रह रही है। उसके ऊपर कोई धर्मान्तरण परिवर्तन का दबाब नहीं है। तमाम परिस्थितियों के अवलोकन के बाद पुलिस ने 11 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ज्ञापन देने वालों में ये रहे शामिल
ज्ञापन देने वालों सीपीआई (एम) के जिला सचिव अनन्त आकाश, आरयूपी के अध्यक्ष नवनीत गुंसाई, सीआईटीयू महामंत्री लेखराज, यूकेडी नेत्री प्रमिला रावत, आरयूपी के नेता बालेश बवानिया, उत्तराखण्ड आन्दोलनकारी परिषद के जिलाध्यक्ष सुरेश कुमार, प्रवक्ता चिन्तन सकलानी, नेताजी संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रभात डंडरियाल, उपेन्द्र सेमवाल आदि शामिल थे।
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Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




