मिशन हौसला में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को मिलेगा मेडल, सशस्त्र पुलिस से नागरिक पुलिस में जाने का मौका
उत्तराखंड में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जरूरतमंदों की मदद के लिए पुलिस की ओर से चलाए गए मिशन हौसला अभियान के अन्तर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को मेडल प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा पुलिस में सशस्त्र सेवा में कार्यरत कर्मियों को नागरिक पुलिस में जाने का मौका भी दिया जा रहा है। इसके लिए पुलिस मुख्यालय की ओर से कसरत शुरू कर दी गई है।
मिशन हौसला के तहत पुलिस मुख्यालय की ओर से जनपद, वाहिनी, एसडीआरएफ के 100 पुलिसकर्मियों के नाम मांगे गए हैं। इन सभी जवानों को 15 अगस्त 2021, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार की ओर से मेडल से सम्मानित किया जाएगा।
इसके साथ ही डीजीपी ने समस्त जनपदों में सशस्त्र पुलिस में कार्यरत 10 वर्ष से कम अवधि के आरक्षियों को नागरिक पुलिस में जाने का मौका दिया है। पुलिस मुख्यालय की ओर से कहा गया है कि ऐसे जो कर्मी स्वेच्छा से नागरिक पुलिस में जाने के इच्छुक हों और निर्धारित शर्तों को पूर्ण करते हों, तो 15 दिवस के भीतर नागरिक पुलिस में स्थानान्तरित करने के लिए कुमाऊँ एवं गढ़वाल परिक्षेत्र प्रभारियों को निर्देशित किया है।
कांवड़ियों पर सख्त उत्तराखंड पुलिस
कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित होने के बावजूद भी उत्तराखंड में चोरी छिपे कांवड़िए आ रहे हैं। ऐसे में हरिद्वार में पुलिस सख्त है। पुलिस उप महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे के मुताबिक कांवड़ मेला प्रतिबंधित होने के बावजूद सड़क एवं ट्रेन से हरिद्वार पहुंचे कांवड़ यात्रियों को जनपद सीमा पर रोका जा रहा है। उन्हें शटल बस और ट्रेनों में बैठाकर वापस भेजा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि दिनांक 27 जुलाई 2021 तक हरिद्वार पुलिस ने नारसन, भगवानपुर और खानुपुर बॉर्डर से लगभग 1174 दुपहिया वाहन, 3473 छोटे वाहन और 136 बड़े वाहनों सहित कुल 3635 कांवड़ियों को वापस उनके गन्तव्यों को वापस भेजा गया है। इसके साथ ही ट्रेनों से आए कुल 316 कांवड़ यात्रियों को शटल बस व ट्रेनों के माध्यम से उनके गन्तव्यों को वापस भेजा गया है।





