पुलिस का जुगाड़, ऑटो को बना दिया एंबुलेंस, ऑक्सीजन सिलेंडर सहित अन्य उपकरण से लैस
राजपुर थाने से दो ऑटो एंबुलेंस सेवा शुरू की गई। इसके तहत कंट्रोल रूम से प्राप्त होने वाली सूचनाओं पर इस एंबुलेंस का इस्तेमाल किया जाएगा।

कोरोनाकाल में उत्तराखंड पुलिस ने सेवा कार्यों को मिशन हौसला का नाम दिया है। इसके तहत पुलिस कर्मी लगातार लोगों की मदद में जुटे हैं। लोगों को भोजन, जरूरतमंद को ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाने के साथ ही पुलिस लोगों की हर संभव मदद के लिए आगे आ रही है। कई मामले ऐसे भी आए कि कोरोना संक्रमित की मौत होने पर परिजनों ने शव पर हाथ लगाने से मना किया तो पुलिस ने अंतिम संस्कार किया। इस सबके साथ ही नियम तोड़ने वालों के खिलाफ पुलिस का सख्त रुख भी है। कल ही 11 मई की सुबह से रात तक पुलिस ने सड़क पर बेवजह निकलने पर कुल 337 वाहनों को सीज किया। इनमें चौपहिया वाहन 58 और दुपहिया वाहन 279 हैं।
शुरू की गई ऑटो एंबुलेंस
अब देहरादून में राजपुर थाने से दो ऑटो एंबुलेंस सेवा शुरू की गई। इसके तहत कंट्रोल रूम से प्राप्त होने वाली सूचनाओं पर इस एंबुलेंस का इस्तेमाल किया जाएगा। कई बार आकस्मिक स्थिति में तत्काल एंबुलेंस नहीं मिल पाती। ऐसे में गंभीर रूप से संक्रमित किसी व्यक्ति के लिए इस ऑटो एंबुलेंस सेवा का इस्तेमाल किया जायेगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून डॉ. वाइएस रावत ने मसूरी डायवर्जन पर हरी झंडी दिखाकर दो ऑटो एंबुलेंस को जनसेवार्थ समर्पित किया।
शुरुआत में उक्त ऑटो एंबुलेंस सेवा को थाना राजपुर क्षेत्र में शुरू किया जा रहा है, जिसमे पुलिस की ओर से दो ऑटो वाहनों में ऑक्सीजन सिलेंडर व अन्य उपकरण लगाये गए है। जो 24 घंटे पीड़ित व्यक्तियों की सहायता के लिए उपलब्ध रहेगी। उक्त ऑटो एम्बुलेंस में नियुक्त ऑटो चालक को विशेषज्ञ डॉक्टरों की ओर से प्रशिक्षण दिया गया है। इससे वह किसी भी आकस्मिक स्थिति में गंभीर रूप से पीड़ित मरीज को प्राथमिक तौर पर ऑक्सीजन उपलब्ध कराते हुए उक्त ऑटो एम्बुलेंस के माध्यम से संबंधित अस्पताल तक ले जा सकते है। उक्त ऑटो एंबुलेंस सेवा के जरिये मरीज को अस्पताल तक ले जाने में मदद करेगा।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।