कमरे में कैद बुजुर्ग दंपती का वीडियो हुआ वायरल, बेटे ने ताला तुड़वाकर कराया अस्पताल में भर्ती
बागेश्वर जिले में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया। एक बुजुर्ग दंपती के कमरे में कैद का वीडियो जब वायरल हुआ तो उनका बेटा दिल्ली से आया और ताला तुड़वाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि किसी ने उन्हें छह माह से कैद किया था। अब सवाल ये उठता है कि यदि बुजुर्ग को कमरे में कैद किया गया और वे बाहर नहीं निकल पा रहे थे, तो उन तक राशन पानी कौन पहुंचा रहा था। यानी ये सब जांच का मुद्दा है। क्योंकि कहा जा रहा है कि उन्हें करीब छह माह से कैद किया हुआ था। कैद में रहने के चलते उनकी स्थिति इतनी जर्जर हो गई कि शरीर के नाम पर सिर्फ हड्डियों का ढांचा बचा हुआ है।
उत्तराखंड के बागेश्वर जिला मुख्यालय से लगे बिलौना में ये दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। बागेश्वर जिला मुख्यालय से लगे बिलौना में पूर्व फौजी जमन सिंह नेगी 60 वर्षीय तथा उनकी पत्नी देवकी देवी उम्र 52 वर्षीया अकेले रहते थे। किसी ने उनके कमरे के बाहर ताला लगा दिया और वह कमरे में कैद हो गए। महीनों बंद रहने के बाद भी इसकी भनक तक किसी को नहीं लगी।
बीते शनिवार को उनके एक पड़ोसी ने दोनों के कमरे में बंद होने और बाहर से ताला लगा होने का वीडियो बनाकर उसके बेटे को दिल्ली भेज दिया। वीडियो देखने के बाद रविवार को बेटा जगत सिंह दिल्ली से घर पहुंचा। और इस बात की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने कमरे का ताला तोड़कर दोनों को जिला अस्पताल भर्ती कराया।
बेटे ने बताया कि वह अपने माता-पिता से लॉकडाउन से लेकर लगातार संपर्क करने का प्रयास कर रहा था। बिलौना में किसी से संपर्क करने पर पता चला कि घर में ताला है। दोनों गंगोलीहाट स्थित बटगिरी गांव गए हैं। वहां संपर्क करने पर पता चला कि दोनों बिलौना में ही हैं। माता-पिता इस हाल में है इस बात का उसे कतई अंदाज नहीं था। यहां आकर पता चला कि दोनों लंबे समय से मकान में कैद थे।
जगत का कहना है कि दोनों को मकान में कैद कर बाहर से किसने ताला लगाया यह जांच का विषय है। वह पहले माता-पिता का इलाज कराएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उसे पड़ोस के तीन लोगों पर शक है।
बुजुर्ग दंपति का एक और बेटा सुरेश सिंह दिल्ली में रहता है। दोनों ही प्राइवेट नौकरी करते हैं। उसकी पत्नी दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती है। इस कारण वह नहीं आ पाए। चिकित्सकों के मुताबिक दंपती का प्राथमिक उपचार किया जा रहा है। जमन सिंह नेगी कमजोर हैं, उन्हें मानसिक रोग विशेषज्ञ से सलाह के लिए हायर सेंटर भेजा जा रहा है।
बागेश्वर के कोतवाल डीआर वर्मा ने बताया कि सीनियर सिटीजन के मकान में बंद होने की शिकायत मिली थी। दोनों को मकान से निकालकर अस्पताल में भर्ती किया गया है। मामले में किसी तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है। लिखित शिकायत के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।