महिला से लूट 16 को, रिपोर्ट 19 को, पुलिस का दावा घटना के 24 घंटे में आरोपी किए गिरफ्तार, मोबाइल बरामद

देहरादून के रायवाला थाना क्षेत्र में राह चलती महिला से मोबाइल लूट की घटना का खुलासा करने का पुलिस ने दावा किया है। पुलिस का दावा है कि 24 घंटे के भीतर आरोपियों को पकड़कर लूटा गया मोबाइल बरामद किया गया है। लूट 16 फरवरी को हुई। वहीं, इसकी रिपोर्ट 19 फरवरी को दर्ज की गई। अब सवाल ये भी उठता है कि मोबाइल लूट के तीसरे दिन महिला लूट की सूचना देने आई, या फिर लूट के आरोपी पकड़े जाने के बाद ही महिला की रिपोर्ट दर्ज की गई।
आज ही पुलिस महानिदेशक ने सभी थाना प्रभारियों को शिकायत दर्ज कर शिकायतकर्ताओं से अच्छे व्यवहार के लिए पुलिस को निर्देशित किया। इसके बावजूद सवाल उठता है कि क्या उत्तराखंड में उसी दिन रिपोर्ट दर्ज हो रही है, जिस दिन शिकायतकर्ता शिकायत लेकर पहुंच रहा हो। अधिकांश मामलों के खुलासों में जब पुलिस अपनी वाहवाही लूटने के लिए प्रेस विज्ञप्ति जारी करती है तो उसमें घटना काफी पहले की हो चुकी होती है। रिपोर्ट दर्ज उस दिन के आसपास होती है जिस दिन आरोपी पकड़े जाते हैं। ऐसे में स्पष्ट है कि पुलिस तहरीर लेकर उसे रख रही है। जब आरोपियों की पहचान होती है, तब रिपोर्ट दर्ज की जाती है। अब जो घटना बताई जा रही है, उसकी तिथियों में गौर कीजिए।
रायवाला पुलिस ने दावा किया कि लूट राह चलती अकेली महिला से हुई मोबाइल लूट का 24 घंटे के अंदर खुलासा किया गया। इसमें तीन शातिर अभियुक्त गिरफ्तार किए गए। साथ ही घटना में प्रयुक्त स्कूटी एवं लूटा गया मोबाइल बरामद कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक 19 फरवरी 2021 को अमन शर्मा पत्नी रघुनाथ शर्मा निवासी गुर्जर धर्मशाला मोतीचूर रायवाला ने थाने में लिखित तहरीर दी कि स्कूटी सवार तीन अज्ञात व्यक्तियों ने उसका मोबाइल लूट लिया।
पुलिस ने बताया कि इस मामले में चार टीमें लगाई गई। पूर्व में इस प्रकार की घटना को करने वाले अभियुक्तों के संबंध में जानकारी की गई, टप्पेबाजी एवं लूट करने वाले ऐसे अपराधियों में करीब 100 अपराधियों को चिह्नित किया गया। ये पता लगाया गया कि उनमें कितने जेल से बाहर हैं। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए।
इस पर घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरा में स्कूटी सवार तीन संदिग्ध व्यक्ति दिखे। उनका हुलिया पीड़िता की ओर से बताए गए हुलिये से मेल खा रहा था। साथ ही फुटेज में घटनास्थल पर आने जाने वाले रास्तों पर एक सफेद रंग की संदिग्ध स्कूटी दिखाई दी। उक्त स्कूटी को संदिग्ध मानकर स्कूटी सवार व्यक्तियों के घटनास्थल पर आने जाने वाले रूट के सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए।
पुलिस के मुताबिक इनमें एक युवक की पहचान अभिषेक कश्यप के रूप में की गई। इसके बाद अभिषेक कश्यप पुत्र महेंद्र कश्यप निवासी कुंज गली खड़खड़ी हरिद्वार को उसके घर से पकड़ लिया गया। अभिषेक कश्यप ने पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार किया गया। साथ ही दो अन्य साथियों सन्नी उर्फ लाला तथा विष्णु कश्यप का होना बताया गया। जिसके पश्चात सनी उर्फ लाला पुत्र सोनू गोस्वामी निवासी जोगिया मंडी मनसा देवी हरिद्वार एवं विष्णु कश्यप पुत्र विनोद कश्यप निवासी कुंज गली खड़खड़ी हरिद्वार को अभिषेक कश्यप को गीतापुर कुटीर हरिपुर कला के पास से घटना में प्रयुक्त स्कूटी सहित गिरफ्तार किया गया। पूछताछ करने पर तीनों ने बताया गया वे लोग पहले भी चोरी की घटनाओं में जेल जा चुके हैं।
अब यहां भी गौर कीजिए कि लूट की तिथि क्या है
तीनों ने पूछताछ में बताया कि 16 फरवरी को वे तीनों विष्णु की स्कूटी पर सवार होकर हरिपुर कला क्षेत्र में घटना करने के लिए चले। स्कूटी पर घूमते हुए पैदल पैदल आने जाने वाली महिलाओं पर मोबाइल लूट करने के उद्देश्य से रैकी करने लगे। एक महिला जिसके हाथ में मोबाइल था। एक सुनसान सी जगह पर हम तीनों ने उस महिला से मोबाइल लूट लिया और स्कूटी पर बैठकर वहां से भाग गए। तीनों के द्वारा बताया गया कि हम तीनों नशा करने के आदी हैं। अपनी नशे की लत को पूरा करने के लिए चोरी एवं मोबाइल-पर्स लूट की घटनाओं को अंजाम देते हैं। पुलिस का दावा है कि लूटा गया मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।