राष्ट्रपिता गांधीजी के बारे में पीएम मोदी का बयान विक्षिप्त मानसिकता का परिचयः करन माहरा
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में दिए गए अनर्गल बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का ये बयान उनकी विक्षिप्त मानसिकता का परिचय है। उन्होंने कहा कि कहा कि देश की आजादी के महानायक गांधी जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन मे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने आजादी की लड़ाई लड़ी। उनकी बदौलत आज हम आजाद देश में सांस ले रहे हैं। उन महात्मा गांधी के प्रति भारतवासी ही नहीं, अपितु दक्षिण अफ्रीका के लोग भी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। ऐसे युगपुरूष के बारे में जिस प्रकार भारत के प्रधानमंत्री जैसे उच्च पद पद बैठे व्यक्ति ने बयान दिया, उससे आज पूरा राष्ट्र शर्मसार है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
करन माहरा ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि जब भी विश्व के महापुरुषों की गिनती होती है, उसमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को सर्वोच्च स्थान पर पाकर भारतवासी अपने को गौरवान्वित महसूस करते हैं। उनके बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ज्ञान हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बार बार कहती है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता गांधी जी की विचारधारा में नहीं, बल्कि गोडसे की विचारधारा में विश्वास करते हैं। इसीलिए भाजपा नेताओं की ओर से आज देश का संविधान बदलने की बात की जा रही है। ताकि वे देश की जनता पर गोडसे और आरएसएस की विचारधारा को थोप सकें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता कहने का सम्मान पहली बार सुभाष चंद्र बोस ने दिया था। सुभाष चंद्र बोस ने गांधी जी को राष्ट्रपिता कहकर सम्मानित किया था, क्योंकि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनका महत्वपूर्ण योगदान था और वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि जहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश की आजादी के लिए अपना पूरा जीवन न्यौछावर कर दिया था, वहीं बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर समतामूलक समाज के परिचायक थे। उन्होने भारत के संविधान निर्माण में प्रमुख भूमिका का निर्वहन करते हुए भारत निर्माण की मजबूत नींव रखी थी। आज जिस प्रकार भाजपा नेताओं द्वारा देश के महानायकों को अपमानित किया जा रहा है, वह उनकी फांसीवादी सोच को दर्शाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा देश के महानायकों को अपमानित कर भारत के संविधान और इतिहास को मिटाकर अपने मन का इतिहास और संविधान लिखना चाहती है। भाजपा का यह सपना कभी पूरा नहीं होगा। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी ने कहा कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश के प्रधानमंत्री जैसे पद पर आसीन व्यक्ति द्वारा इस प्रकार की मानसिकता का परिचय दिया जाना उनकी विक्षिप्त मानसिकता का परिचायक ही कहा जायेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी का ज्ञान पूरा राष्ट्र जानता है। वे सत्ता के मद में इतने चूर हैं कि उन्हें भारत की आजादी के नायकों का बलिदान नजर नहीं आ रहा है। वह युगपुरूषों के बारे में अनर्गल बयानबाजी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसी अनर्गल बयानबाजी के लिए देश की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीएम मोदी ने कही थी ये बात
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने एक टीवी इंटरव्यू में दावा किया है कि महात्मा गांधी पर फिल्म बनने से पहले सारी दुनिया में उन्हें कोई नहीं जानता था। पीएम मोदी ने इस इंटरव्यू में कहा कि दुनिया में महात्मा गांधी एक बहुत बड़े महान आत्मा थे। क्या इस 75 साल में हमारी जिम्मेदारी नहीं थी क्या, कि पूरी दुनिया महात्मा गांधी को जाने? कोई नहीं जानता…माफ करना मुझे…पहली बार जब गांधी फिल्म बनी, तब दुनिया में क्यूरियोसिटी (जिज्ञासा) हुई…अच्छा ये क्या-कौन है? हमने नहीं किया जी…इस देश का काम था, अगर मार्टिन लूथर किंग को दुनिया जानती है…अगर हमारे साउथ अफ्रीका के नेल्सन मंडेला जी को दुनिया जानती है…तो गांधी जी किसी से कम नहीं थे जी। ये मानना पड़ेगा जी…मैं दुनिया घूमने के बाद कह रहा हूं…कि गांधी को और गांधी के माध्यम से भारत को तवज्जो मिलनी चाहिए थी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।