आधी अधूरी परियोजना का पीएम मोदी ने कर दिया लोकार्पण, उत्तराखंड कांग्रेस को मिला हमले का मौका
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी किसी प्रदेश का दौरा करते हैं तो उनके कार्यक्रमों में उद्घाटन और शिलान्यास के कार्यक्रम शामिल होते हैं। ऐसे कार्यक्रमों में कई बार तो ऐसी योजनाएं भी शामिल होती हैं, जो पार्षद, विधायक, नगर निगम या नगर पालिका के अध्यक्ष के स्तर की होती हैं। यानि कि वे स्थानीय प्रतिनिधियों तक के लिए किसी योजना का श्रेय लेने का मौका नहीं छोड़ते हैं। हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने पिथौरागढ़ जिले का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने 12 अक्टूबर को 132 केवी पिथौरागढ़-लोहाघाट-चंपावत ट्रांसमिशन लाइन का लोकार्पण भी किया। अब अमर उजाला की खबर में दावा किया गया है कि लोकार्पण के चार माह पहले से ही इस लाइन पर 33 केवी की बिजली दौड़ाई जा रही है। यह लाइन 132 केवी की बनाई गई है। इतनी क्षमता की बिजली सप्लाई इसलिए नहीं हो पा रही है क्योंकि इस प्रोजेक्ट के तहत बनने वाले सब स्टेशन का कार्य ही नहीं शुरू हो पाया है। सब स्टेशन बनाने के लिए अभी टेंडर प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में सवाल है कि आधे-अधूरे प्रोजेक्ट का पीएम मोदी से लोकार्पण क्यों करा दिया। वहीं, इस मामले में कांग्रेस को पीएम नरेंद्र मोदी और प्रदेश सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
किसने लगाया प्रधानमंत्री की छवि को लगाया बट्टाः गरिमा मेहरा दसौनी
उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने इस मुद्दे पर उत्तराखंड सरकार को आड़े हाथों लिया है। दसौनी ने कहा कि विभागीय अधिकारियों और समूची सरकार ने आधी परियोजना का लोकार्पण कराकर पीएम मोदी की किरकिरी कर दी है। दसौनी ने कहा कि भाजपा की हमेशा से आदत गरम-गरम खाने की है और इस बार इसी आदत के चलते वह अपना मुंह जल बैठी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि गाजे बाजे के साथ उत्तराखंड देवभूमि में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया गया। कैसी विडंबना है कि उसी देवभूमि ने आज प्रधानमंत्री की समूचे देश में खिल्ली उड़ा कर रख दी। लोकार्पण उस योजना का किया जाता है, जो पूर्ण हो गई हो और जनता को समर्पित कर दी गई हो। जनता को उसका लाभ मिलने लगा हो, लेकिन चंपावत पिथौरागढ़ ट्रांसमिशन लाइन की सच्चाई कुछ और ही बयां कर रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि प्रचार किया गया कि पीएम मोदी 4200 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। हालात यह हो गई है कि खोदा पहाड़ और निकली चुहिया। दसौनी ने कहा कि यह अत्यंत गंभीर प्रकरण है। प्रधानमंत्री की छवि को धूमिल करने वाला कुत्सित प्रयास है। इसमें जिन भी विभागीय अधिकारियों की संलिप्तता है, उन पर कार्यवाही की जानी चाहिए। यदि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के संज्ञान में यह जानकारी पहले से थी, तो उन्हें भी प्रधानमंत्री समेत उत्तराखंड की जनता से क्षमा याचना मांगनी होगी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।