जमकर खेलें होली, साथ ही त्वचा का रखें ख्याल, बच्चों की ऐसे करें देखभाल
आज होली का त्योहार है। इस त्योहार का इंतजार लंबे समय से बच्चों से लेकर हर आयु वर्ग के लोगों को रहता है। होली को जमकर खेलें, लेकिन अपने साथ ही दूसरे का भी ख्याल रखें। रंगों के साथ खुशियां मनाने वाले इस त्योहार में हमें अपनी त्वचा का ख्याल भी रखना चाहिए। कई बार रंगों से स्किन में दुष्प्रभाव पड़ता है। ऐसे में त्वचा के लिहाज से ये त्योहार थोड़ा रिस्की होता है। त्वचा को रंगों के कुप्रभाव से बचाने के लिए होली खेलने से पहले कुछ विशेष ध्यान देने की जरूरत है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
होली स्किन केयर टिप्स
अगर आप अपनी स्किन और बाल को होली के रंगों से खराब नहीं करना चाहते हैं तो रंग खेलने से पहले अपने बालों में कोकोनट ऑयल लगा लीजिए। इसके बाद ही होली खेलने के लिए निकलिए। वहीं, होठों पर वैसलीन में सनस्क्रीन मिलाकर लगा लीजिए। इससे आपके लिप्स सूखेंगे नहीं और ना ही उसपर रंग बैठेगा। ऐसा ही आप अपने कानों के साथ भी करिए। वहां पर भी आप सेम चीज अप्लाई करिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
महिलाएं अपने नाखूनों को रंगों से सुरक्षित रखने के लिए उसपर डार्क कलर की नेल पेंट लगा सकती हैं। ताकि उनपर होली के केमिकल रंग ना चढ़े। वहीं, चेहरे पर आप सनस्क्रीन लगाकर ही होली खेलें। अगर आपको रंग खेलने के बाद एलर्जी हो जाती है तो कैलामाइन लोशन भी लगा सकते हैं, इससे आपको बहुत राहत मिलेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसके अलावा आप होली के दिन दिनभर खुद को हाइड्रेट जरूर कीजिए। इससे आपकी त्वचा शुष्क नहीं होगी। वहीं, आप रंग खेलने से पहले बर्फ के टुकड़े से स्किन को पैंपर कीजिए। इससे आपके रोम छिद्र बंद हो जाएंगे और उनमें हानिकारक रंग पैठ नहीं कर पाएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बच्चों को सही कपड़े पहनाएं
होली का त्योहार मना रहे हैं तो जायज सी बात है कि बच्चों को कपड़े भी होली के हिसाब से ही पहनाए जाने में समझदारी है। होली पर बच्चों को ऐसे कपड़े पहनाएं जिनसे उनकी त्वचा पर रंगों से किसी तरह का प्रभाव ना पड़े। बच्चों को होली खेलने के लिए पूरी बाजू के कपड़े पहनाकर भेजें। बच्चे निक्कर या शॉर्ट्स पहन रहे हैं तो उनके हाथ-पैरों पर पेट्रोलियम जैली जरूर लगा दें या फिर पूरे शरीर पर नारियल तेल मलें। इससे रंग बच्चों की त्वचा पर नहीं टिकेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल
बच्चों को होली के लिए सिंथेटिक, टॉक्सिक या मिलावटी रंग दिलाने के बजाय आप नेचुरल, हर्बल और नॉन-टॉक्सिक रंग ला सकते हैं। इन रंगों को छुड़ाना भी आसान होता है और यह स्किन को प्रभावित नहीं करते। साथ ही, नाक या कान में ये रंग चले जाएं तो तकलीफ ज्यादा नहीं होती। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पानी भरे गुब्बारे से बचना
बच्चों को होली पर पानी वाले गुब्बारे एक-दूसरे पर फेंकने में अलग ही मजा आता है। पानी वाले गुब्बारे आंख, नाक, कान या शरीर पर चोट का कारण बन सकते हैं। ऐसे में बच्चों को कहें कि गुब्बारे से बचकर रहें और दूसरे बच्चों पर भी गुब्बारे ना फेंकें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बच्चों को खतरों से कराएं अवगत
होली खेलने के भी कुछ नियम और एटिकेट्स होते हैं। बच्चों को समझाएं कि किसी के नाक, कान या मुंह में रंग डालने की कोशिश ना करें। किसी के चेहरे पर पिचकारी से पानी ना मारें और ना ही किसी बच्चे के साथ जबरदस्ती उठापटक करें।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।