पांच राज्यों में चुनाव तो नहीं बढ़े पेट्रोल के दाम, घरेलू गैस के दाम घटे, कामर्शियल के बढ़े

भारत के पांच राज्यों में चुनाव हैं तो पिछले कई दिनों से पेट्रोल के दाम नहीं बढ़ाए गए। उल्टे इसके दामों मे मामूली कमी देखने को मिली। वहीं घरेलू गैस सिलेंडर के दाम भी दस रुपये घटा दिए गए। कामर्शियल गैस सिलेंडर के दामों में इजाफा किया गया है। माना जा रहा है कि चुनाव निपटते ही फिर से पेट्रो पदार्थों के दामों में बढ़ोत्तरी होने की संभाावना है।
पेट्रोल और डीजल के दाम हर दिन तय होते हैं। वहीं, रसोई गैस सिलेंडर के दाम हर माह की एक तारीख को तय किए जाते हैं। उत्तराखंड एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन के अध्यक्ष चमनलाल के मुताबिक उत्तराखंड में रसोई गैस के 14.200 किग्रा सिलेंडर की कीमत जहां पिछले माह 838.50 रुपये थी, उसे एक अप्रैल से घटाकर 828.50 कर दिया गया। वहीं, 19 किलो के व्यावसायिक गैस सिलेंडर का दाम 1649 से बढ़ाकर 1679 रुपये कर दिया गया। उन्होंने बताया कि पांच किलो के सिलेंडर के दाम में सात रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है।
अब रेट घटाने के पीछे जो फंडा बताया जा रहा है वो ये है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल की कीमतों में गिरावट आना है। सवाल ये उठता है कि यदि गिरावट को पैमाना बनाया गया है तो व्यावसायिक सिलेंडर के दामों में कमी क्यों नहीं की गई। सीधा सीधा जवाब ये है कि इन दिनों पांच राज्यों में चुनाव चल रहे हैं। ऐसे में सरकार ने कुछ दिन पहले से ही पेट्रोल की कीमतों को भी मामूली रूप से घटाना शुरू कर दिया। जानकारों का कहना है कि चुनाव निपटते ही फिर से घरेलू गैस और पेट्रोल की कीमतों में आग लगनी स्वाभाविक है।
पेट्रोल की कीमतें
पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों से आम आदमी को थोड़ी राहत मिली है। पिछले कई दिनों से पेट्रोल डीजल के दाम में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। मार्च माह में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में तीन बार कटौती हुई थी। 24 मार्च को पेट्रोल की कीमत में 18 पैसे और डीजल की कीमत में 17 पैसे की कमी की गई थी। 25 मार्च को डीजल 20 पैसे और पेट्रोल 21 पैसे सस्ता हुआ था। वहीं बीते मंगलवार यानी की 30 मार्च को पेट्रोल 22 पैसे और डीजल 23 पैसे प्रति लीटर तक सस्ता हुआ था। इस कटौती के बाद पेट्रोल 61 पैसे प्रति लीटर सस्ता हुआ।
मार्च महीने में पेट्रोल डीजल की कीमतों में तीन बार कटौती की सबसे बड़ी वजह ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कमजोरी को बताया गया है। तीन हफ्तों के दौरान कच्चा तेल 10 परसेंट से ज्यादा टूट चुका है। कच्चे तेल की कीमत 71 डॉलर प्रति बैरल की ऊंचाई से गिरकर 64 डॉलर प्रति बैरल के करीब आ गया है। इसके पहले फरवरी में पेट्रोल-डीजल 16 बार महंगा हुआ था। हालांकि पेट्रोल-डीजल के दाम अब भी रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं। दिल्ली में पेट्रोल 90.56 रुपये और डीजल 80.87 रुपये प्रति लीटर है। मुंबई में पेट्रोल 96.98 रुपये और डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर है।
International market price to kam hai petrol aur diesel ke to india me price kyu badh rahe hai??