भाजपा का धमाका निकला फुस्सी बम, दोपहर लिया पार्टी में, शाम को खींचे कदम
उत्तराखंड में भाजपा ने दोपहर के समय धमाका किया, लेकिन शाम तक यह फुस्सी बम साबित हुआ। जिसे पार्टी में शामिल करने का जोरशोर से प्रचार किया गया, शाम होते होते अपनी बात से ही भाजपा ने कदम पीछे खींच लिए।
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर हर राजनीतिक दल अपना कुनबा बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके तहत नेताओं की घर वापसी हो रही है। साथ ही दूसरे दलों के नेताओं को अपने पाले में करने का खेल भी चल रहा है। उत्तराखंड में इसी कड़ी में भाजपा ने दोपहर के समय धमाका किया, लेकिन शाम तक यह फुस्सी बम साबित हुआ। जिसे पार्टी में शामिल करने का जोरशोर से प्रचार किया गया, शाम होते होते अपनी बात से ही भाजपा ने कदम पीछे खींच लिए। इसका कारण तो नहीं बताया, लेकिन वरिष्ठ नेताओं का विरोध ही माना जा रहा है।मंगवार की दोपहर भाजपा के प्रदेश कार्यालय में बाकायदा कई लोगों की घर वापसी का कार्यक्रम चला। बताया गया कि पूर्व में पार्टी से निष्कासित कार्यकर्ताओं को घर वापसी कराई गई है। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा. राकेश काला भी भाजपा में शामिल हुए। बताया गया कि भाजपा में शामिल होने वालों में चंपावत से गोविंद सिंह सामंत के नेतृत्व में चम्पावत के ब्लॉक प्रमुख पति वीरेंद्र सिंह, प्रकाश बोरा, संजय रावत, बलवंत सिंह धामी, लक्ष्मण सिंह बोरा, त्रिलोक कुमार, गिरीश खर्कवाल, पुराण सिंह बोरा, मदन सिंह सामंत, कमल बिष्ट, सचिन जोशी, राकेश बोर शामिल हुए। वही चंपावत जिला कार्यालय में 20 क्षेत्र पंचायत सदस्यों व 14 ग्राम प्रधानों ने भाजपा की सदस्यता ली है। इसके अलावा रामनगर से ममता गोस्वामी रामनगर, जगमोहन बिष्ट, क्षेत्र पंचायत सदस्य श्वेता बिष्ट ने. अल्मोड़ा से कल्पना बोरा भाजपा में शामिल हुई। वहीं देहरादून से आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ राकेश काला ने आप छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए। पौड़ी से संजय गौड़ ने भाजपा की सदस्यता ली।
रात तक पलटी भाजपा
मंगलवार 26 अक्टूबर की दोपहर को गोविंद सिंह सामंत की घर वापसी का धमाका करने वाली भाजपा का बम रात तक फुस हो गया। रात करीब दस बजे भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि आज भाजपा में वापस हुए चंपावत से गोविंद सिंह सामंत की वापसी पर संगठन स्तर पर अग्रिम आदेशों तक तकनीकी कारणों से रोक लगा दी गई है। प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर तकनिकी कारणों से अग्रिम आदेशों तक यह रोक लगाई गई है। अब ये तकनीकी कारण क्या हैं, इसका कोई खुलासा नहीं किया गया है।





