उत्तराखंड में भी पलटूराम, खड़गे की जनसभा के दौरान पूर्व विधायक ने थामा बीजेपी का दामन

अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में जिस समय जनसभा चल रही थी, ठीक उसी समय बीजेपी के मुख्यालय में दूसरे दलों को छोड़कर कई लोगों ने बीजेपी की सदस्यता ली। इनमें एक बड़ा नाम पूर्व विधायक शैलेंद्र रावत का था। उनके साथ कई प्रतिनिधियों ने बीजेपी का दामन थाम लिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड में भी हैं पलटूराम
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन का साथ छोड़ा तो उन्हें पलटूराम कहा जाने लगा है। वहीं, उत्तराखंड में तो ऐसे नेताओं की कमी नहीं है, जो बार बार दल बदलते रहते हैं। इनमें वर्तमान में कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत का नाम सबसे पहले लिया जा सकता है। पहले वह बीजेपी में रहे। बसपा में गए। फिर कांग्रेस में गए। फिर बीजेपी में गए और अब एक बार फिर से कांग्रेस में हैं। हालांकि, राज्य में ऐसे और भी कई नेता हैं, जो चुनाव के दौरान पलटी मारते रहते हैं। ऐसे में इन नेताओं को पलटूराम कहना गलत होगा, क्योंकि पलटी तो उन्हें अपने दल में शामिल वाली पार्टिंयां भी मारती हैं। वर्तमान राजनीति का ये ककहरा बन चुका है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
शैलेंद्र रावत ने भी मारी पलटी
इसी तरह कोटद्वार से पूर्व विधायक शैलेंद्र रावत साल 2003 में दुगड्डा के ब्लॉक प्रमुख बने। वह भाजपा के टिकट पर 2007 में कोटद्वार से विधायक चुने गये थे। तब कांग्रेस के बड़े नेता माने जाने वाले सुरेन्द्र सिंह नेगी को उन्होंने शिकस्त दी थी। 2012 में उन्हें टिकट नहीं दिया और मेजर जनरल (सेनि) बीसी खंडूड़ी ने कोटद्वार से चुनाव लड़ा और चुनाव हार गए। 17 में शैलेंद्र रावत कांग्रेस में चले गए और 2022 को यमकेश्वर सीट से उन्होंने चुनाव लड़ा व हार गए। अब रविवार 28 जनवरी को एक तरफ जहां कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की जनसभा चल रही थी। उस दौरान ही अपनी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए शैलेंद्र रावत ने बीजेपी का दामन थाम लिया। हालांकि वह पहले बीजेपी में थे और उन्हें घर वापसी की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उत्तराखंड बीजेपी ने दावा किया कि पूर्व विधायक और सैकड़ों जनप्रतिनिधियों के साथ विभिन्न पार्टियों के हजारों पदाधिकारियों ने आज भाजपा का दामन थामा है। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा, आज देश का राजनैतिक माहौल भाजपामय है, जिसे ऐतिहासिक जीत में तब्दील कर हमे विकास पुरुष मोदी के हाथों को मजबूत करना है। साथ ही कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा, आज पार्टी में शामिल होने वालों का सैलाब बताता है कि राज्य की पांचों सीट दुगने मतों से जीतने के साथ इस बार 400 आंकड़ा हम पार करने जा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ढाई हजार लोगों को पार्टी में शामिल कराने का दावा
दावा किया गया कि पार्टी मुख्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में कांग्रेस समेत विभिन्न पार्टियों से शामिल ढाई हजार से अधिक राजनैतिक कार्यकर्ताओं का माला एवं पटका पहना कर स्वागत किया गया। इस मौके पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने कहा, यही समय सही समय है, जब आप दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी में शामिल हुए हैं। भाजपा परिवारवाद की नही, परिवार भाव से चलने वाली पार्टी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इन्होंने ली पार्टी की सदस्यता
कोटद्वार से पूर्व विधायक शैलेंद्र रावत के साथ प्रेम रावत, नरेंद्र गुसाई, डॉ. महावीर, ओमप्रकाश, गंभीर सिंह नेगी, सागर बडोला, सुभाष ममगाई, कमल थापा, अंकुर भंडारी, बृजमोहन, प्रमुख रूप से शामिल रहे। इसके अलावा राजकुमार के नेतृत्व में पुरोला से बलदेव असवाल, प्रदीप रावत, प्रताप रावत, सुरेश राणा, राजेंद्र सिंह रावत, सुरेंद्र, वीरेंद्र कंडवाल, अनिल पवार, मनमोहन, जगमोहन, दशरथ पवार, भूपेंद्र रावत, मंत्री प्रसाद नौटियाल, प्रीतम सिंह पवार, राकेश कुमार, हुकुम सिंह सहित 107 कई पार्टियों के जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों ने सदस्यता ली। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये भी हुए भाजपा में शामिल
देवप्रयाग पंचायत अध्यक्ष कृष्णकांत कोठियाल, प्रमुख जयपाल पंवार, रुद्रप्रयाग जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवाड़ी, राजेंद्र कंडारी, देवप्रयाग से जयपाल पवार, प्रताप रावत, रिंकू बिष्ट, रंजन रतूड़ी, हवलदार सिंह पोखरियाल, राम सिंह, विनोद रावत, जयवीर राणा, सोहन सिंह भंडारी, सुनील, राजेश पयाल, धनंजय ज्याडा, रघुवर सिंह रावत, पुरुषोत्तम डंगवाल, सूबेदार विक्रम सिंह राणा, गुलाब सिंह नेगी, चंद्रकांत रावत सहित कई अन्य भाजपा में शामिल हुए।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।