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August 25, 2025

विपक्षी दलों और जनसंगठनों ने अंबेडकर जयंती को संविधान बचाओ-लोकतंत्र बचाओ दिवस के रूप में मनाया

भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती को विपक्षी दलों और जनसंगठनों ने उत्तराखंड के देहरादून में संविधान बचाओ और लोकतंत्र बचाओ दिवस के रूप में मनाया। इस दौरान घंटाघर स्थित डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इसके बाद सब जुलूस के रूप में दर्शनलाल चौक पहुंचे। वहां चौपाल कार्यालय में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर वक्ताओं ने घोर चिंता व्यक्त की कि जो लोग संविधान पर कसम खा कर संवैधानिक पदों पर आज पहुंचे हैं, वही लोग सामाजिक सदभाव बिगाड़ने का काम कर रहे हैं। विपक्ष और जनता पर दमन, भीड़ की हिंसा और बेहद भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस मौके पर वक्ताओं ने सरकार से आग्रह किया कि इन गैर संवैधानिक नीतियों को छोड़ कर रोज़गार, भ्रष्टाचार, वन अधिकार, कानून का राज और अन्य जन मुद्दों पर कदम उठाये। साथ ही वक्ताओं ने कहा कि लगातार पुलिस प्रशासन की निष्पक्षता को कमज़ोर करने का प्रयास दिख रहा है। उन्होंने उत्तराखंड में अंकिता भंडारी और जगदीश चंद की हत्याओं में प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाये। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

वक्ताओं ने कहा कि जब भ्रष्टाचार के खिलाफ युवाओं ने आवाज़ उठाई, तो उनपर लाठियों चलायी गयी। गंभीर मुक़दमे दर्ज किए गए। पिछले छह सालों में प्रदेश के इतिहास में पहली बार सतपुली, मसूरी, आराघर, कीर्तिनगर, हरिद्वार, रायवाला, कोटद्वार, चम्बा, अगस्त्यमुनि, घनसाली, देहरादून, रुड़की, नैनीताल और अन्य जगहों में वातावरण का दूषित किया गया। हाल में ही त्योहार के बहाने कुछ संगठन खुल्ले आम हथियार उठा कर लोग सांप्रदायिक नारे लगा कर सडकों में घूम रहे थे, जबकि ऐसे परंपरा उत्तराखंड में कभी नहीं रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वक्ताओं ने याद किया कि पिछले साल सेवानिवृत सेना के अधिकारियों, अन्य राज्यों के सेवानिवृत डीजीपी और उच्चतम न्यायलय के 44 वरिष्ठ वकीलों ने राज्य सरकार को अलग अलग प्रयासों से याद दिलाने की कोशिश की कि हर नागरिक की सुरक्षा सरकार की ज़िम्मेदारी है। इसलिए डा अंबेडकर के मूल्यों और स्वतंत्र संघर्ष के सपनों के आधार पर आवाज़ उठाना बेहद ज़रूरी हो गया है। कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने संविधान की उद्देशिका पर कसम खाई कि वे आज़ादी, समानता, न्याय एवं बंधुत्व के लिए आवाज़ उठाते रहेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

कार्यक्रम के संयोजक सुरेन्द्र कुमार के चौपाल कार्यालय में सम्पन्न हुए इस कार्यक्रम में जगदीश कुकरेती, शांता नेगी, सरोजनी चौहान, विजय नैथानी, हरजिन्दर सिहं, एडवोकेट हरवीर कुशवाहा, जीत सिंह, ए के कटारिया, राकेश पंत, नवनीत गुसाई, अभिषेक गुसाई, विरेन्द्र त्यागी, नरेश नौटियाल, शंकर गोपाल, अशोक शर्मा, मुकेश उनियाल, एस एस रजवार, निर्मला बिष्ट, हेमलता नेगी, रामपाल, सुरेश कुमार, महिपाल सिंह, मोहन सिंह नेगी, हेमा वोरा, लेखराज आदि सभी विभिन्न राजनैतिक, सामाजिक व ट्रेड़ यूनियन दलों ने शिरकत की। अतं कार्यक्रम के संयोजक सुरेन्द्र कुमार ने सभी वक्ताओं का आभार प्रकट करते हुए सबका धन्यवाद प्रकट किया।

Bhanu Prakash

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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